इलाहाबाद का नाम जैसे ही बदल कर "प्रयागराज" हुआ चमत्कारिक तौर पर पूरा शहर बदल गया ।
सड़कें चाँदी की हो गई, पत्थर कंकर हीरे जवाहरात में बदल गए, चौराहों पर भीक माँग रहे भिकारियों के हाथ के कश्कोल सोने के हो गए ।
सड़कें चाँदी की हो गई, पत्थर कंकर हीरे जवाहरात में बदल गए, चौराहों पर भीक माँग रहे भिकारियों के हाथ के कश्कोल सोने के हो गए ।
झुग्गी झोपड़ियों के रहने वाले रात को अपनी झोपड़ियों में फटे पुराने
बिस्तरों पर सोए थे लेकिन सुबह जैसे ही आँखें मलते हुए उठे आँखें फटी की
फटी रह गई, झोंपड़ी महल बन गई थी उनके फटे बिस्तर दरियाँ आली शान तख़्त और
कालीन हो गए थे ।
बेरोज़गारी को लोगों ने मुँह छुपाए भागते देखा, अब शहर में कोई ग़रीब नहीं सब राजा हैं, अमेरिका से मज़दूर मँगाए जा रहे हैं, अब कोई भूका नहीं रहेगा, प्रयागराज में सारी समस्याएँ समाप्त ।
बेरोज़गारी को लोगों ने मुँह छुपाए भागते देखा, अब शहर में कोई ग़रीब नहीं सब राजा हैं, अमेरिका से मज़दूर मँगाए जा रहे हैं, अब कोई भूका नहीं रहेगा, प्रयागराज में सारी समस्याएँ समाप्त ।
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