आतंकवाद नक्सलियों का हो ,,कश्मीरियों का ,हो ,कश्मीरी पत्थरबाजों का ,हो
,या फिर पाक प्रायोजित हो ,,,गोरक्षा के नाम पर हो ,,या फिर किसी भी जेहाद
के नाम पर जो लव जेहाद हो ,,या मज़हबी जेहाद ,,उन्माद हो ,,ऐसे आतंकवाद से
,,हमारे देश को ,,हमे ,,गैर सियासी तरीके से ,,आपस में एक जुट होकर
,,मुक़ाबला करना होगा ,,अगर ऐसा नहीं हुआ ,,हम अपने गिले शिकवे ,,एक दूसरे
पर आरोप प्रत्यारोप ,,एक दूसरे को नीचा दिखाने की प्रवृत्ति से अगर हम बाज़
नहीं आये तो हम निश्चित तोर पर इस देश और देशवासियों के साथ
इंसाफ नहीं कर पाएंगे ,,,सुकमा छत्तीसगढ़ में एक बढ़ा हमला हुआ है ,,आंतरिक
हमला है ,,आस्तीन के अंदर छुपे सांपो का हमला है ,,ऐसे हमले से निपटने की
ज़िम्मेदारी अकेली सरकार ,,या सत्ता पार्टी की नहीं ,,पुरे देश की ,,देश की
सभी सियासी पार्टियों की यह नैतिक ज़िम्मेदारी है ,,इसके लिए ऐसी समस्या
से निपटने के लिए अगर हम एक जुट नहीं हुए तो देश हमे कभी माफ़ नहीं करेगा
,,,वर्तमान ज्वलंत हालातो में ,,आपसी विवाद भुला कर ,,केंद्र सरकार को
सर्वदलीय बैठक बुलाना चाहिए ,,आर एस एस से जुड़े आदिवासी कल्याण संगठनों को
भी इस समस्या के समाधान में लगाना चाहिए ,,जबकि छत्तीसगढ़ के पूर्व
मुख्यमंत्री अजित जोगी ,,को भी इस मामले में मदद के लिए आगे आना चाहिए
,,खुद कांग्रेस की राष्ट्रिय अध्यक्ष सोनिया गांधी ,,राहुल गांधी को
,,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ऐसी समस्याओं और उनके समाधान के लिए आपस
में बैठ कर सर्वदलीय बैठक बुलाने की पेशकश करना चाहिए ,,किया हिन्दू ,,क्या
मुसलमान ,,क्या सिक्ख ,,क्या ईसाई ,,,क्या कांग्रेस ,,क्या भाजपा ,,क्या
तृणमूल ,,क्या सपा ,,क्या बसपा ,,क्या तृणमूल,, क्या मुस्लिम लीग वगेरा
वगेरा जो भी सियासी पार्टियां है ,,सब हम आपस में बाद में वर्चस्व की लड़ाई
लड़ लेंगे ,,लेकिन यह राष्ट्रीयता की लड़ाई ,,यह राष्ट्रिय सुरक्षा की लड़ाई
,,यह आंतरिक सुरक्षा की लड़ाई हमे हर हाल में एक जुट होकर जीतना ही होगी
,,अगर इसमें हमने ज़रा भी सियासत ,,ज़रा भी सियासत की तो देश और देश के लोग
हमे कभी माफ़ नहीं करेंगे जनाब ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)