श्रद्धा’ ज्ञान देती हैं,‘नम्रता’ मान देती हैं,और‘योग्यता’ स्थान देती है
,,,पर तीनो मिल जाए तो.,,,.व्यक्ति को हर जगह ‘सम्मान’ देती हैं,,,,किसी
महात्मा के यह वचन ,,कोटा के प्रसिद्ध समाजसेवी ,,रियल स्टेट के कारोबारी
,,पूर्व खान किंग ,,धनेश अग्रवाल के लिए शत प्रतिशत लागू होते है ,,,अपनी
महनत ,,ईमानदारी से खुद को बुलंद किया और न जाने कितने हज़ारो ऐसे कारोबारी
है जिन्हे इन्होने अपने पेरो पर खड़ा किया ,,नियमित निर्धन गरीबो की मदद
करना इनका शोक है ,,गोसवा इनकी नियमे दिनचर्या बनी है ,,,,ढोबिया पत्थर
किंग के नाम से मशहूर सेठ लालचंद के सुपुत्र धनेश अग्र्रवाल उर्फ़ श्याम जी
जिनका बचपन आधुनिक राजस्थान के निर्माता राजस्थान के पूर्व मुख्य्मंत्री
मोहनलाल सुखाड़िया के साथ गुज़रा है ,,इनका प्रारम्भ से ही विनम्र स्वभाव
,,खुद के स्वावलंबन के साथ साथ दूसरे भी स्ववलम्बित हो ,,उन्हें भी रोज़गार
मिले ,,,धार्मिक आस्थाओ के साथ साथ दया भाव कर अपने से निचले स्तर के लोगो
की मदद कर उनके सपने पुरे करने की कोशिश इनके स्वभाव में शामिल रही है
,,,राधिका सेवा संस्थान जो देश भर में पर्यावरण संरक्षण ,,,प्रदूषण
नियंत्रण ,,कृषिउपज गुणवत्ता ,,हर्बल पोधो की खेती ,,रियल स्टेट ,,,गो सेवा
संरक्षण ,,चिकित्सा ,,साक्षरता ,,बालविवाह के खिलाफ प्रतिकार ,,,सामूहिक
विवाह के दौरान गरीब परिवारों की खुशियों के लिए मददगार सहित कई तरह के
कल्याणकारी काम कर रही है ,,धनेश अग्रवाल राधिका सेवा संस्थान के राष्ट्रीय
अध्यक्ष है जिसे देश के वित्तीय क़ानून के तहत विदेशो से मदद लेने वहां मदद
देने और इन्कमटेक्स क़ानून के तहत इस संस्थान में मदद देने वालो को छूट
प्राप्त है ,,,,स्वर्गीय लालचंद अग्रवाल जो राजस्थान के ही नहीं देश भर के
विख्यात खनन कारोबारी रहे है ,,पत्थर के जादूगर कहे जाने वाले लालचंद
अग्रवाल पेशे से वकील भी थे और प्रजामण्डल के सदस्य रहकर उन्होंने आज़ादी की
जंग भी लड़ी है वह कवि भी रहे है उनके सुपुत्र धनेश अग्रवाल अपने पिता के
कारोबारी साथी होने के कारण खुद भी पत्थर किंग के रूप में अपनी पहचान बना
चुके थे ,,एक वक़्त था के मुंबई में जिस भी फिल्म स्टार चाहे वह दिलीप कुमार
हो ,,चाहे विनोद खन्ना कोई भी हो सभी के मकानों में कोटा से इनकी खान का
पत्थर ही जाता था ,,,धनेश अग्रवाल ने अपने साथ कोटा के हज़ारो लोगों को
रोज़गार दिया ,,स्वतंत्र रूप से छोटी छोटी खाने देकर उनकी ज़िंदगी ही बदल दी
,,आज भी कोटा के कई करोड़ पति ऐसे ही जिन्हे धनेश अग्रवाल ने ऊँगली पकड़ कर
चलाया अपनी खान में से हिस्सा देकर कारोबारी बनाया ,,,,और अपने पेरो पर खड़ा
कर दिया ,,दूसरों को रोज़गार देना ,,दूसरों की सेवा करना ,,दूसरों के काम
आना ,,धनेश अग्रवाल का शोक है ,,गवर्मेंट कॉलेज कोटा से बीकॉम की परीक्षा
पास करने के साथ ही धनेश अग्रवाल खान के कारोबार के साथ रियल स्टेट के
कारोबारी भी हो गए ,,,,छात्र जीवन से ही समाजसेवा से जुड़कर अपना नेतृत्व
साबित करने वाले धनेश अग्रवाल राजीव गांधी के कार्यकाल में उन्नीस सो
इक्यासी से तेरासी तक यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रहे ,,,यह महात्मा गांधी
सीनियर सेकेंडरी स्कूल ,,राजकीय महाविद्यालय कोटा में लगातार क्लास
रिप्रजेंटेटिव ,, धनेश अग्रवाल किसी की सिफारिश पर नहीं खुद अपना सर्वे
करवाते है और फिर निर्धन छात्र छात्राओं की फ़ीस जमा कराते है ,,उनेह
पुस्तकें उपलब्ध करने के अलावा उनकी कोचिंग की व्यवस्था भी करते है ,,जबकि
बीमारों का इलाज कराना ,,समाजसेवी संस्थाऑ का उत्साहवर्धन करना ,,,शैक्षणिक
जागर्ति कार्यक्रम चलाना ,, ग्रामीण क्षेत्रो में कृषको को आधुनकि कृषि
तकनीक के प्रति साक्षर करना ,,,ह्यूमन रिलीफ सोसाइटी के साथ मिलकर
मानवाधिकार संरक्षण क्षेत्र में कार्य करना ,,,ज़रूरत मंद लोगों के घर में
शहनाई खुद के खर्चे से बजवाकर उनका विवाह करवाना जैसे इनके पुनीत कार्यो के
लिए इनकी पहचान बनी है ,,,बिना किसी प्रचार प्रसार के इनका सेवा कार्य
नियमित चल रहा है ,,,धनेश अग्रवाल गो संरक्षण क्षेत्र में विशेष कार्यो के
साथ जुड़कर मददगार बने है जबकि राधिका एजुकेशनल सोसाइटी के ज़रिये साक्षरता
कार्यक्रम ,,,राधिका सेवा संस्थान ,,स्वर्गीय सेठ लालचंद चेरिटेबल ट्रस्ट
के ज़रिये आम लोगो की सेवा का कारोबार बुझे हुए चेहरों को खिला देता है
,,,रोतो हुआ को हंसा देता है और ,,धनेश अग्रवाल का बस रोतो हुओं को हंसाना
,,बुझे चेहरों को खिलाना ,,ही कारोबार रहा है ,,वह रोज़ नियमित अपने दफ्तर
में बैठते है और अपने दूसरे रियल स्टेट कारोबार के साथ साथ ,,समाजसेवा के
कार्य भी निपटाते है ,,लेकिन ज़रूरत मंद की तस्दीक करने के बाद
,,,,,,,,,,,वर्तमान में इनका ड्रीम प्रोजेक्ट ,,धाकड़ खेड़ी क्षेत्र में
रिसोर्ट का निर्माण है जो स्वीमिंग पूल ,,पार्क सहित सभी साज सज्जा के साथ
आधुनिक झूलों सहित वाटरपार्क की सहूलियतों के साथ होगा ,,,,इसका निर्माण
शुरू हो गया है ,,इसमें एक दिन यह खुद गरीब ,,निर्धन बच्चों को अपने साधन
से लाकर दिन भर मनोरंजन करवाएंगे और फिर अपने स्थान पर छुड़वाएंगे ऐसी इनकी
मंशा है ,,,,,,,,,, धनेश अग्रवाल के इस जज़्बे को सलाम ,सेल्यूट ,,,,,
अल्लाह ,, ईश्वर ,,खुदा ,,धनेश अग्रवाल को उनके कारोबार में ,उनके
सहयोगियों के साथ ,,समाजसेवा क्षेत्र में और सकी दातार बनाए ,,,साथ ही इनके
कारोबार में और बरकत दिलवाए ,,,,,आमीन सुम्मा आमीन ,,,,अख्तर खान अकेला
कोटा राजस्थान
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