प्लीज़ बुरा न माने ,,यह मेरा व्यक्तिगत विचार है ,,,जो लोग शराब बंदी की
बात करते है ,,अव्व्ल तो उनमे शराब पीने के शौकीन लोग शामिल नहीं होना
चाहिए ,, फिर जिस सियासी पार्टी में यह लोग शामिल ,, अगर प्रतिपक्ष में है
तो उस सियासी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ,,राष्ट्रिय अध्यक्ष से शराब बंदी
मामले में खुला समर्थन पत्र लिखवाकर समर्थन लेना चाहिए ,,प्रतिपक्ष इस
मामले को प्रतिपक्ष नेता के ज़रिये विधानसभा लोक सभा में उठाये ,,अगर उनकी
पार्टी के नेता ऐसा नहीं करते है तो फिर खुले रूप से पार्टी छोड़ने
की घोषणा कर ,,शराबबंदी के अभियान में जुटना चाहिए ,,वैसे कांग्रेस में
र्तो प्राथमिक सदस्य ही वह बनता है जो शराब सहित दूसरे नशो से दूर रहता है
,,फिर भी कांग्रेस की सरकार ने शराब बंदी नहीं की ,,,कांग्रेस के प्रतिपक्ष
नेता ,,प्रदेश अध्यक्ष ने ,,शराबबंदी मुहीम को समर्थन नहीं दिया ,,,,,,ऐसे
में कांग्रेस से जुड़े लोग इसमें शामिल होकर खुद को और समाज को धोखा दे रहे
है जबकि भाजपा तो शराब बिकवा रही है ,,फिर भाजपा के प्राथमिक सदस्यों को
इस मुहीम के नाम पर सियासत करने का हक़ नहीं है ,,या तो मुख्य्मंत्री
प्रधानमंत्री को समझाए नहीं तो पार्टी छोड़ कर इस मुहीम में शामिल हो वर्ना
जनता को गुमराह करने से क्या फायदा ,,दोस्तों यह पब्लिक है सब जानती है
,,अभी हाल ही में आप पार्टी का शराब बंदी जत्था रवांना हुआ ,,अरे दिल्ली
में केजरीवाल से तो पहले शराब बंदी करवालो ,,तुम तो नैतिकता की बात करते हो
,,ईमानदारी की बात करते हो ,,फिर दोहरा किरदार क्यों निभाते हो ,,अफ़सोस
होता है जब शराब बंदी पार्टी में शराब बेचने वाली सरकार के लोग ,,शराब
बेचने का समर्थन करने वाली पार्टियों के लोग ,,,शराब पीने वाले लोग शामिल
होकर ,,, शराब बंद करने की बात करते है तो फिर तो यह सियासत ही हुई न भाई
,,यह पब्लिक है सब जानती है ,,,में तो कांग्रेस का प्राथमिक सदस्य हूँ
कांग्रेस के सदस्यों की छानबीन समिति में अगर मेरे जैसे लोगों को रखे तो कई
भाईसाहब और उनके चमचे ,,शराब ,,नशे के आदतन होने की वजह से ही कांग्रेस के
बाहर हो जाए ,,मेने एक पत्र राष्ट्रिय अध्यक्ष को इस मामले में लिखा है
,,दो माह का टाइम दिया है ,,जवाब ज़रूर आएगा ,,क्या आता है ,,शराब बंदी के
फैसले के हक़ में हुआ तब भी में आपके साथ कॉंग्रेसी बनकर रहूँगा , फैसला
शराब बंदी के खिलाफ भी हुआ ,,या अगर मगर ,,किन्तु परन्तु ,,उलझाने वाला हुआ
,,तब भी में शराब बंदी के हक़ में ,,समर्थन में एक भारतीय के नाते ,,अपनी
विचारधारा से त्यागपत्र देकर खुले मन से साथ रहूंगा ,,क्या आप भी इसी अंदाज़
में दिल से दिल की बात कर ,, दिलवालों की तरह सोच रखते हुए मेरे साथ आ रहे
है , ,आइये मुझे आपके समर्थन का इन्तिज़ार है ,,पार्टियों का क्या ,,सियासत
का क्या ,,इससे पहले देश है ,,समाज है ,,समाज सुधार के मुद्दे है
,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)