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27 जून 2015

मंत्री-पूर्व मंत्री के पास नोटों का बंडल लेकर पहुंचा शख्स, दोनों ने झाड़ा पल्ला

Money Recovered Buying Assembly Seat In Uttar Pradesh

मेरठ सर्किट हाउस में वह कार्टन जिसमें भरकर नोट लाए गए थे।
मेरठ सर्किट हाउस में वह कार्टन जिसमें भरकर नोट लाए गए थे।
मेरठ (उत्तर प्रदेश). मेरठ में सर्किट हाउस में नोटों की गड्डियों से भरा कार्टन पहुंचाने का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, सर्किट हाउस के रूम नंबर- 2 में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर मीटिंग कर रहे थे, जबकि उसी रूम के ठीक बगल में बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ठहरे हुए थे। इसी दौरान नोटों से भरा कार्टन लिए एक व्यक्ति अंदर पहुंच गया। शुक्रवार को जब यह वाकया हुआ, उस वक्त कार्टन लाने वाले व्यक्ति के साथ बसपा के कैंट सीट के दावेदार शैलेंद्र चौधरी भी थे। आशंका जताई जा रही है कि कार्टन आगामी विधानसभा चुनाव में किसी सीट को लेकर डील के तहत लाया गया था। चर्चा है कि नोट लाने वाले बसपा खेमे के थे। हालांकि, अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है।
मंत्री ने कहा- मामले की कराएंगे जांच
कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर का कहना है कि सर्किट हाउस में नोटों से भरे कार्टन को क्यों मंगवाया गया था, ये जांच का विषय है। इसकी जांच कराई जाएगी। बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दकी ने भी कहा कि उन्हें नहीं पता पैसे लेकर आने वाला व्यक्ति कौन था। उन्होंने कहा कि यह सर्किट हाउस है, उनका अपना घर नहीं है। वहीं, यूपी पुलिस ने इस तरह की जानकारी से इनकार किया है।
क्या है पूरा मामला?
सर्किट हाउस के रूम नंबर-2 में कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर की मीटिंग थी। मीटिंग खत्म होने के बाद वह रोजा इफ्तार के लिए चले गए। वहीं, ठीक सामने वाले रूम नंबर- 4 में बसपा के नसीमुद्दीन सिद्दीकी ठहरे हुए थे। इसी दौरान वहां महेंद्रा SUV गाड़ी नंबर यूपी 14 सीएफ 4000 शाहिद मंजूर की गाड़ी के पास आकर रुकी। गाड़ी से कुछ लोग एक कार्टन लेकर उतरे और सर्किट हाउस के अंदर जाने लगे। कार्टन ऊपर से थोड़ा खुला था और नोट साफ दिख रहे थे। वहां खड़े एक फोटोग्राफर की नजर उस पर पड़ी, तो उसने कार्टन की फोटो ले ली। फोटो लिए जाने पर कार्टन लेकर चल रहे लोग रुक गए और वापस गाड़ी में बैठकर सर्किट हाउस से बाहर चले गए।
बसपा नेता ने कहा- मुझे नहीं जानकारी किसके थे पैसे
बसपा नेता शैलेंद्र चौधरी ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि कार्टन में रखे नोट किसके थे। उन्होंने कहा, ''जब शोर मचा तब मौके पर पहुंचे थे। जब वह पहुंचे, तो कार्टन लेकर आ रहे लोग वापस काले रंग की महिंद्रा गाड़ी में बैठकर सर्किट हाउस से बाहर निकल गए।'' शैलेंद्र चौधरी ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। जांच में सच सामने आ जाएगा कि पैसे किसके थे और किसके लिए सर्किट हाउस लाए गए थे।

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