नई दिल्ली। पाकिस्तान के नेशनल डे के मौके पर पाकिस्तानी उच्चायोग में आयोजित समारोह में शामिल होने के बाद केंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह द्वारा
'disgust' और 'duty' हैशटैग के साथ जो ट्वीट किए थे, उन्हें उनके विद्रोह
के तौर पर देखा जा रहा है। उनके इस कदम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
के लिए बड़ी शर्मिंदगी का कारण माना जा रहा है। सिंह के इन ट्वीट्स के बाद
विपक्ष ने उन्हें इस्तीफा देने की सलाह दे डाली। वहीं, कुछ मीडिया
रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि वीके सिंह ने अपने इस्तीफे की पेशकश की है।
हालांकि, वीके सिंह ने इस बात से इनकार किया है। खबर के मुताबिक, पीएम
आवास 7आरसीआर पर इस इस्तीफे को लेकर मंगलवार शाम एक अहम बैठक हुई। इस बैठक
में पीएम के अलावा, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी आदि नेता भी
मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, सरकार वीके सिंह के इस कदम से नाराज तो है,
लेकिन उनके इस्तीफे को स्वीकार नहीं करेगी। सरकार की ओर से इस पूरे विवाद
पर सफाई भी दी जा सकती है।
क्या कहा वीके सिंह ने
वीके सिंह ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''जब मई 2014
में मैं विदेश राज्यमंत्री बना था तो मुझे अपने दायित्व और काम के बारे में
पूरी जानकारी थी। मैं एक सैनिक भी हूं, जिसने 13 लाख फौज की कमान संभाली।
मुझे बहुत सी ऐसी चीजों की जानकारी है जो शायद दूसरों को न हो। मैं पार्टी
का मेंबर हूं। पार्टी पर विश्वास है। मैं सरकार के अंदर नहीं आता अगर मेरा
इसके प्रति विश्वास नहीं होता। पाकिस्तान हाईकमिशन में मेरी मौजूदगी
प्रोटोकॉल के तहत आता है। यह पहले भी हुआ और आगे भी जारी रहेगा। इस बार
सिर्फ एक फर्क था। एक पुराना चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ इसे अटेंड कर रहा था। इस
बार वह मंत्री था, लेकिन मीडिया इस चीज को अलग तरीके से दिखा रहा है। यहां
तक कहा गया कि इससे हमारी सेना का मोरल डाउन होगा। इस मामले को तोड़-मरोड़
कर अलग रूप देने की कोशिश की गई।''
विपक्ष ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने आड़े हाथों लेते हुए मंगलवार को ट्वीट
किया कि यदि वीके सिंह अपनी ही सरकार के पाकिस्तान को लेकर दोहरे मापदंड
से इतने निराश हैं तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए।जम्मू-कश्मीर
के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने लिखा है, "ये उम्मीद करना कितना
बेतुका है कि वीके सिंह पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस समारोह में न जाते।
ऐसे कूटनीतिक मौकों पर जाना बतौर विदेश राज्य मंत्री उनका काम है।"आम आदमी
पार्टी के नेता आशुतोष ने भी उन पर निशाना साधा और ट्वीट किया। उन्होंने
लिखा कि अगर वी.के. सिंह को पाक हाईकमीशन में जाने पर इतनी शर्मिंदगी महसूस
हो रही है, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
सिंह ने किए पांच ट्वीट्स
वीके सिंह ने पाक उच्चायोग से लौटकर सोमवार रात दस बज कर एक मिनट से
लेकर दस बज कर चार मिनट के बीच पांच ट्वीट किए। पहले तीन ट्वीट हैशटैग
ड्यूटी के साथ हैं और इनसे ज़ाहिर होता है कि वह सरकार की तरफ से मिली
ज़िम्मेदारी को बेमन से निभाने वहां गए थे।
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