रायपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री और
बिलासपुर के सांसद दिलीप सिंह जूदेव (६४ वर्ष) का बुधवार की शाम करीब 6.30
बजे गुडग़ांव के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उधर, उनके निधन के बाद
दुखी उनकी पत्नी माधवी देवी ने बड़ी मात्रा में नींद की गोलियां खा लीं।
उन्हें दिल्ली के डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।
उनका शव गुरुवार की शाम तक जशपुर लाया जाएगा। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम
संस्कार शुक्रवार को किया जाएगा।
अस्पताल के चिकित्सा अधिक्षक एचके कर ने बताया कि प्राथमिक उपचार के बाद उनकी स्थिति खतरे से बाहर है। उनको इमरजेंसी वार्ड में निगरानी में रखा गया है। उनके निधन के बाद राज्य सरकार ने 16 से 18 अगस्त तक राजकीय शोक की घोषणा की है।
जूदेव लंबे समय से लीवर और किडनी की बीमारी से पीडि़त थे। उनको दो हफ्ते पहले हालत गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
दो दिन से वे बातचीत भी नहीं कर पा रहे थे। जूदेव का हालचाल जानने के लिए बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह, महामंत्री व प्रदेश प्रभारी जगत प्रकाश नड्डा व राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह समेत कई बड़े नेता अस्पताल पहुंचे थे।
मनोनीत विधायक बर्नाड रॉड्रिक्स ने गुडग़ांव से फोन पर बताया कि शाम करीब साढ़े 6 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। अस्पताल में उस वक्त उनकी धर्मपत्नी, पुत्र संसदीय सचिव युद्धवीर सिंह, प्रबल प्रताप सिंह तथा दामाद ज्ञानेंद्र छोटा रॉय भी मौजूद थे। इससे पहले 20 दिसंबर 2012 को उनके बड़े बेटे शत्रुंजय सिंह का निधन हो गया था। कुछ महीने पहले ही उनकी माताजी का भी देहावसान हो गया था। पारिवारिक सदस्यों के मुताबिक परिवार में माता जी और पुत्र के निधन से वह टूट से गए थे।
अस्पताल के चिकित्सा अधिक्षक एचके कर ने बताया कि प्राथमिक उपचार के बाद उनकी स्थिति खतरे से बाहर है। उनको इमरजेंसी वार्ड में निगरानी में रखा गया है। उनके निधन के बाद राज्य सरकार ने 16 से 18 अगस्त तक राजकीय शोक की घोषणा की है।
जूदेव लंबे समय से लीवर और किडनी की बीमारी से पीडि़त थे। उनको दो हफ्ते पहले हालत गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
दो दिन से वे बातचीत भी नहीं कर पा रहे थे। जूदेव का हालचाल जानने के लिए बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह, महामंत्री व प्रदेश प्रभारी जगत प्रकाश नड्डा व राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह समेत कई बड़े नेता अस्पताल पहुंचे थे।
मनोनीत विधायक बर्नाड रॉड्रिक्स ने गुडग़ांव से फोन पर बताया कि शाम करीब साढ़े 6 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। अस्पताल में उस वक्त उनकी धर्मपत्नी, पुत्र संसदीय सचिव युद्धवीर सिंह, प्रबल प्रताप सिंह तथा दामाद ज्ञानेंद्र छोटा रॉय भी मौजूद थे। इससे पहले 20 दिसंबर 2012 को उनके बड़े बेटे शत्रुंजय सिंह का निधन हो गया था। कुछ महीने पहले ही उनकी माताजी का भी देहावसान हो गया था। पारिवारिक सदस्यों के मुताबिक परिवार में माता जी और पुत्र के निधन से वह टूट से गए थे।
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