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01 अक्टूबर 2025

कोटा निगम की पहली महापौर सुमन श्रंगी के मुक़ाबिल कोई महापौर नहीं, सभी का साथ, एक मुस्कुराहट, मदद का सफलतम प्रयास, नाराज़ लोगों में भी सुमन श्रंगी को लोकप्रिय बना देता है, उन्हें मदर ऑफ कोटा भी कहा जाने लगा था, उन्हें उनकी सालगिराह पर बधाई, मुबारकबाद

 

कोटा निगम की पहली महापौर सुमन श्रंगी के मुक़ाबिल कोई महापौर नहीं, सभी का साथ, एक मुस्कुराहट, मदद का सफलतम प्रयास, नाराज़ लोगों में भी सुमन श्रंगी को लोकप्रिय बना देता है, उन्हें मदर ऑफ कोटा भी कहा जाने लगा था, उन्हें उनकी सालगिराह पर बधाई, मुबारकबाद
कोटा 1 अक्टूबर,कोटा नगर निगम की पहली महिला महापौर ,श्रीमती सुमन श्रंगी जिन्हे उनके महापौर कार्यकाल के मृदुल व्यवहार के चलते उस वक़्त मदर ऑफ़ कोटा के नाम से भी जाना जाने लगा था , वोह सुमन शृंगी ,, बेस्ट महापोर प्रबंधन की , एक ऐसी लम्बी लकीर खेंच गई है , जिस लकीर के बराबरी तो दूर , उससे आधे से भी कम लम्बाई तक , कोई भी महापौर आज तक नहीं पहुंच पाया है ,, ,,जी हाँ मुस्कुराता चेहरा , पोज़ेटिव एनर्जी , एक माँ की तरह अपनों से छोटों के लिए प्यार , बढ़ों के लिए मोहब्बत , खुलूस , बराबर वालों के लिए दोस्ताना अंदाज़ और हर काम के प्रति समर्पण , इंकार नहीं सिर्फ इक़रार ओर सभी का काम करने की कामयाब कोशिश, इन्हे सब से अलग , सबसे जुदा , सबसे बढ़ा , सबसे विशिष्ठ , सबसे महान बना देता है , कोटा के पांच मेले दशहरे सुमन शृंगी के कार्यकाल में भरे गए , कोई चूं चपड़ नहीं , सभी का साथ इसमें शामिल रहा , बहतरीन वयवस्थाएँ रहीं , सभी का सम्मान इसमें शामिल रहा , कोई पक्ष नहीं कोई विपक्ष नहीं कोई कांग्रेस नहीं कोई भाजपा नहीं , बस महापौर और पार्षद और बेहतर जनहितकारी काम ,, कोशिशें तो बहुत थी , टांग खिंचाई की लेकिन कोई परवाह नहीं , बस मृदुल व्यवहार , बेहूदा दुश्मनों , बदज़ुबान लोगों के लिए मुस्कुराहट के साथ उनके लिए माफ़ी , सुमन श्रंगी का ऐसा हथियार था के सभी दुश्मन उनके आगे नतमस्तक थे , उनके खिलाफ़ रची जाने वाली साज़िशें , चालबाजियां नाकामयाब थीं ,, और सुमन श्रंगी के इसी सुमधुर व्यवहार के चलते वोह कोटा में ही नहीं , राजस्थान में ही नहीं , पुरे भारत में एक अकेली ऐसी महापौर हैं , जिनका कार्यकाल , स्वर्णकाल के रूप में यादगार है , ना भूतो ना भविष्य अब शायद ऐसी महापौर , ऐसे महापौर किसी भी नगर निगम के ओहदे पर नज़र नहीं आएंगे , लेकिन इतना सब कुछ बहतरीन अंदाज़ में करने के बाद ,बहतरीन प्रशासन के बाद , सफलतम महापौर के कार्य के बाद , गुस्से में , नाराज़गी के साथ आने वाले विरोधी को चंद मिनटों में चरण छूने के लिए दिल से मजबूर कर देने वाले चमत्कारिक व्यवहार रखने वाली भाजपा की इन वरिष्ठ नेता को , मेले के हर सुझाव से अलग थलग क्यों रखा जा रहा है , जबकि यह लोग जो आज मेला कर रहे हैं , जिनके भरोसे , जिनकी आक़ा गिरी में मेला हो रहा है , वोह सब सुमन शृंगी के उस वक़्त के मान सम्मान के मोहताज रहे हैं , खेर वक़्त वक़्त की बात है , लेकिन आज भी अगर सुमन शृंगी को , सलाह मशवरों के साथ शामिल किया जाए तो बहुत कुछ बेहतर से भी बहतरीन हो सकता है , लेकिन सियासत में अपनों को ही उपेक्षित कर , ईर्ष्यालु स्वभाव से अलग थलग कर खून के आंसू रुलाने की जो परम्परा चली है , उसी उपेक्षा के दौर से एक विख्यात , सफलतम रही सम्मानित महिला आदरणीय सुमन जी शृंगी को गुज़रना पढ़ रहा है , हालांकि वोह किसी के ऐसे सम्मान की मोहताज नहीं , आज भी वोह जस की तस ,है , मुस्कुराती हैं , द्रढ़ संकल्पित होकर अपनी बात कहती हैं , उनमे एक प्यार , खुलूस , मातृत्व प्रेम झलकता है , और हर शख्स उनमे एक माँ को देखता है , अपनापन देखता है , एक उम्मीद देखता है , और जो उनसे मिलता है , उसके लिए वोह आकाश हो जाती है , और पार्टी में , सत्ता में चाहे कितने ही ऊँचे ओहदेदार हों , वोह सब ऐसे लोगों के सामने तुच्छ , बोने से हो जाते हैं ,, और गीता और क़ुरआन की सीख ,, इज़्ज़त भी वोह देने वाला , ज़िल्ल्त भी वोह देने वाला सच साबित हो जाती है ,, बिना किसी ओहदे के होने के बावजूद भी सुमन श्रृंगी आज भी जहाँ खड़े हो जाती हैं , वहां उनके प्रति , आदर , सम्मान , खुलूस के साथ उनसे मिलने वालों की भीड़ लग जाती है जबकि कई और ओहदेदार वहां अंदर ही अंदर उनकी इस लोकप्रियता , स्थाई लोकप्रियता जो दिखावटी नहीं ,, दिल से सम्मान करने वाली होती है उसे देखकर ऐसे लोग कुढ़ते रहते हैं , जलते रहते हैं , ,, प्रोफेसर श्रंगी साहब की शरीक ऐ हयात के रूप में पहचान बनाने वाली सुमन श्रंगी ,, कॉलेज टाइम से ही समाज सेवा क्षेत्र में सक्रिय रहीं , यह स्काउट , गाइड , जम्बूरी में अव्वलीन रहीं , फिर कई समाजसेवी संस्थाओं , क्लबों के साथ जुड़कर लोगों की मददगार बनीं , उनकी क़ाबलियत को देखक्रर सरकार ने इन्हे जिला उपभोक्ता न्यायालय में न्यायिक सदस्य के रूप में नियुक्त किया , जहां इनकी समझ बूझ से , कई फैसले उपभोक्ताओं के हक़ में हुए , इनके कार्यकाल में उपभोक्ताओं के लिए नियमित जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाते रहे , सुमन श्रंगी को भाजपा ने कोटड़ी वार्ड से पार्षद का टिकिट दिया और यह भारी वोटों से विजय घोषित हुईं ,, इनकी लोकप्रियता , पार्टी के प्रति समर्पण ,, इनकी क़ाबलियत को देखते हुए इन्हे कोटा नगर निगम की महापौर निर्वाचित किया गया , उस वक़्त ललित किशोर चतुर्वेदी के अति निकटतम मणि भाई पटेल उप महापौर थे , सुमन श्रंगी का यह पहला अनुभव , खींचतान के माहौल में यह सब मेंढक तोलने के समान था , लेकिन भाजपा तो भाजपा, कांग्रेस के पार्षद भी इनके फेन थे इनके स्वभाव के प्रति समर्पित थे , और एक भी पार्षद चाहे कांग्रेस का हो चाहे भाजपा का हो , पक्षपात उसके साथ हुआ हो , ऐसी शिकायत उसके पास थी ही नहीं , थोड़ा गुस्सा फिर वापस अपनापन इनका स्वभाव था ,, हंगामों के बीच नगर निगम की सारी बैठके ईमानदाराना तरीके से , क़ानूनी तरीके से बहुपक्षीय हुईं , सभी के सवालों , सभी के सुझावों को , कोटा के हक़ में जितना भी उपयोगी बनाया जा सकता था ,बनाने की कामयाब कोशिशें हुईं , और पूरे पांच साल तक का सुमन श्रंगी का महापौर कार्यकाल , स्वर्णिम ऐतिहासिक रहा , जिसका मुक़ाबला आज तक भी कोई भी महापौर नहीं कर पाया है , ,मुक़ाबला तो दूर आधी लकीर के नज़दीक भी नहीं पहुंच पाया है , ,, सुमन श्रंगी , को इनकी लोकप्रियता को देखते हुए ,, कोटा उत्तर से भाजपा ने विधानसभा का टिकिट दिया , जो इनका मुक़ाबला कांग्रेस के दिग्गज शान्ति कुमार धारीवाल से था , महिला थीं , मुक़ाबला दिग्गज प्रत्याक्षी से था ,, खुद भीतरघात की शिकार थीं , चुनाव हार गईं , लेकिन चुनाव हारीं , हिम्मत नहीं हारी , सुमन श्रंगी ने महिला भाजपा में नेतृत्व किया , संगठन में इन्हे नेतृत्व मिला , फिर स्वायत शासन संस्थान ,, जो पूर्व महापौर , नगर पालिका अध्यक्षों का होता है , उक्त संस्थान , फायर ब्रिगेड , सेनेटरी इंस्पेक्टर वगेरा की ट्रेर्निंग करवाकर प्रमाणपत्र जारी करते हैं , उस स्वायत शासन विभाग की यह चेयरमेन भी रहीं , सुमन श्रंगी भाजपा में हैं , भाजपा विचारधारा की है , लेकिन , वोह एक बहतर इंसान हैं , निष्पक्ष है, सच को सच , गलत को गलत कहने की इंसानी हिम्मत उनमे हैं , वोह सच के लिए अपनों से भी मुक़ाबला करती हैं , और धर्म ,मज़हब , समाजों से ऊपर उठकर लोगों के साथ , खिदमत ऐ ख़ल्क़ का कार्य करती हैं , इसीलिए सुमन श्रंगी औरों से बेहतर, औरों से जुदा , औरों से महान , अव्वलीन , मदर ऑफ़ कोटा बन जाती हैं , , उन्हें सेल्यूट , बधाई , , ,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339

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