परिजनों पर बेटी की मौत का वज्रपात, फिर भी नेत्रदान कराया
पिता व परिजनों ने नम आँखों से बेटी के नेत्रदान की सहमति दी
गत दिवस नैनावा बूंदी निवासी अनिल कुमार जैन की पुत्री काव्या जैन का अज्ञात विषाक्त के सेवन से आकस्मिक निधन हुआ, निधन के पश्चात करीबी रिश्तेदार व ज्योति मित्र शाइन इंडिया फाउंडेशन मनोज जैन ने पिता अनिल जैन से अपनी पुत्री का नेत्रदान करवाने के लिये बात रखी उसके बाद पिता व अन्य परिजनों नें अपनी नम आंखों से नेत्रदान के लिये अपनी सहमती प्रदान की |
मनोज जैन ने बिना देरी किये संस्थापक अध्यक्ष डॉ कुलवंत गौड़ को नेत्रदान संकलित करने हेतु सूचना दी. उसके बाद काव्या के दोनों नेत्रों को सुरक्षित आई बैंक सोसाइटी ऑफ राजस्थान जयपुर भिजवा दिया गया.
शाइन इंडिया के अध्यक्ष डॉ गौड़ द्वारा बताया गया कि इस प्रकार से कम उम्र की मृत्यु में परिजनों का नेत्रदान के लिये निर्णय लेना साहसिक कदम है जिससे दो दृष्टिहीन लोगों को रोशनी मिल सकेगी.
पिता व परिजनों ने नम आँखों से बेटी के नेत्रदान की सहमति दी
गत दिवस नैनावा बूंदी निवासी अनिल कुमार जैन की पुत्री काव्या जैन का अज्ञात विषाक्त के सेवन से आकस्मिक निधन हुआ, निधन के पश्चात करीबी रिश्तेदार व ज्योति मित्र शाइन इंडिया फाउंडेशन मनोज जैन ने पिता अनिल जैन से अपनी पुत्री का नेत्रदान करवाने के लिये बात रखी उसके बाद पिता व अन्य परिजनों नें अपनी नम आंखों से नेत्रदान के लिये अपनी सहमती प्रदान की |
मनोज जैन ने बिना देरी किये संस्थापक अध्यक्ष डॉ कुलवंत गौड़ को नेत्रदान संकलित करने हेतु सूचना दी. उसके बाद काव्या के दोनों नेत्रों को सुरक्षित आई बैंक सोसाइटी ऑफ राजस्थान जयपुर भिजवा दिया गया.
शाइन इंडिया के अध्यक्ष डॉ गौड़ द्वारा बताया गया कि इस प्रकार से कम उम्र की मृत्यु में परिजनों का नेत्रदान के लिये निर्णय लेना साहसिक कदम है जिससे दो दृष्टिहीन लोगों को रोशनी मिल सकेगी.

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