परिवार में परंपरा बना नेत्रदान
पिछले 8 वर्षों से अधिक संस्था
शाइन इंडिया फाउंडेशन के साथ कार्य कर रहे संस्था के ज्योति मित्र सागर
पिपलानी के चाचा विजय पिपलानी, न्यू कॉलोनी,गुमानपुरा निवासी का आकस्मिक
निधन हुआ ।
विजय की पत्नि, रंजना देवी,बेटे करण,हिमांशु,बेटी
विनीता से सहमति लेने के बाद, संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से,
नेत्रदान का पुनीत कार्य सम्पन्न हुआ । नेत्रदान की पुनीत कार्य में समाज
सेवी दर्शन पिपलानी,कुलदीप बाटला का भी सहयोग रहा ।
ज्ञात हो,कि आज
से 3 वर्ष पहले, सागर ने अपनी माता जी कैलाश देवी के आकस्मिक निधन के
उपरांत, उनका भी नेत्रदान संस्था के माध्यम से संपन्न कराया था,तभी से पूरे
परिवार में नेत्रदान के प्रति काफी जागरुक है ।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 जुलाई 2025
परिवार में परंपरा बना नेत्रदान
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