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14 अप्रैल 2025

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी कहने को चाहे हिन्दू ह्रदय सम्राट कहलाते हों , लेकिन उनका उदार ह्रदय सिर्फ और सिर्फ मुसलमानों के कल्याण , उनके फायदे के लिए ही धड़कता है

 

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी कहने को चाहे हिन्दू ह्रदय सम्राट कहलाते हों , लेकिन उनका उदार ह्रदय सिर्फ और सिर्फ मुसलमानों के कल्याण , उनके फायदे के लिए ही धड़कता है , अब देखिये ना , चाहे उन्होंने , भाजपा के वरिष्ठ नेता कहे जाने वाले , शाहनवाज़ को दरकिनार कर दिया हो , चाहे उन्होंने मुख़्तार अब्बास नक़वी पूर्व मंत्री को घर बैठा दिया हो , चाहे , उन्होंने नजमा हेपतुल्ला को , उनके जीवन काल में दूसरे टेन्योर में, कोई खास अहमियत नहीं दी हो , चाहे उन्होंने अल्पसंख्यक आयोग ,, केंद्र में और भाजपा शासित राज्यों में गठित नहीं करवाए हों , करवाए भी हों तो चेयरमेन मुस्लिम समाज का नहीं बनाया हो , लेकिन फिर भी , उन्होंने भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे से मुस्लिम समाज को रोज़े में ईद के किट ,, सौगात ऐ मोदी बंटवाई , ,अब भूख से तड़पते मुस्लिम समाज के लोग , कितने खुश हुए होंगे , उनके घरों के दिए जले होंगे , तो ज़ाहिर है , दुआएं तो मोदी जी को मिलना ही हैं , मोदी जी की तरफ से चाहे नवरात्र में , किसी हिन्दू के घर पर सौगात ऐ मोदी , व्रत खोलने का किट या फिर रामनवमी पर ज़रूरी किट , उनके घरों पर सौगात ऐ मोदी नहीं भेजी गई हो , लेकिन मुस्लिमों के लिये मोदी तत्पर है , इसे कहते हैं , मोदी जी का मुस्लिम प्रेम , खेर यह तो छोटी सी बात है , देखिये ना , मुस्लिम महिलाएं बेचारी तलाक़ से कितनी प्रताड़ित थीं , दोज़क की आग की तरह जल रही थी , टोपी का इंकार करने वाले नरेंद्र जी मोदी से मुस्लिम महिलाओं का यह दर्द सहा नहीं गया ,वोह इस दर्द को देखकर तड़प उठे उन्होंने ,. सारे देश के लोगों से दुश्मनी लेकर , मुस्लिम महिलाओं को इंसाफ दिलवाने के लिए तीन तलाक़ का क़ानून बनाया , वोह बात अलग है , के पारिवारिक न्यायालय , महिला थानों में आज भी महिलाएं नारकीय जीवन जी रही हैं , घरेलू हिंसा क़ानून तारीख पे तारीख का है , तो तलाक़ शुदा महिलाओं को इंसाफ देने वाले क़ानून की सुनवाई नियमित नहीं है , रोज़गार नहीं है , नौकरी नहीं है , सुरक्षा नहीं है , लव जेहाद के नाम पर , या बुर्क़े में किसी को देखकर , जेहादी नारे लगाने वाले कट्ठर पंथियों के खिलाफ चाहे उन्होंने कोई आवाज़ नहीं उठाई हो , गांयबके नाम पर क़त्ल करने वाले, मस्जिदों में घुसकर नारे लगाने, झंडा फहराने वालों के खिलाफ चाहे वोह बोले नहीं हों, बिल्क़ीस को चाहे इंसाफ नहीं मिला हो , गुजरात दंगों के बलात्कार आरोपियों को चाहे , उनके ही गुजरात में सरकार ने माफ़ी देकर छुड़वाया हो , ;लेकिन फिर भी ट्रिपल तलाक़ रोकने के मामले में उनकी जो कोशिश थी वोह मुस्लिम महिलाओं को इंसाफ दिलाने वाली थी , अब बात मुस्लिमों के कल्याण के लिए , अल्लाह को समर्पित सम्पत्ति , के रखरखाव के लिए ज़िम्मेदार वक़्फ़ बोर्ड की आती है ,उन्होंने जब महसूस किया की मंदिर माफ़ी , मंदिर ट्रस्ट , देवस्थान की ज़मीन और करोड़ों अरबों रूपये के मंदिरों की आय से , देश भर में स्कूल , कॉलेज , चलाये जा रहे हैं , हिन्दू समाज के लिए करोड़ों करोड़ रूपये की कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है , तो आदरणीय नरेंद्र जी मोदी का , मुस्लिम समाज के कल्याण के लिए सोचना ज़रूरी हो गया था , उन्होंने सोचा के वक़्फ़ सम्पत्ति जो आज़ादी के बाद 1964 में सर्वेक्षित होकर अधिसूचित हुई ,फिर नए वक़्फ़ को लेकर , अंतिम सर्वे कांग्रेस के शासन काल में लगातार हुए , सरकार के करोड़ों करोड़ खर्च हुए ,वक़्फ़ सर्वे कमिश्नर नियुक्त हुए , लेकिन उस सरकारी स्तर पर किये गए अधिसूचित सर्वे पर अधिसूचना जारी करने के लिए कांग्रेस के मुख्यमंत्री चाहे अशोक गहलोत हों , चाहे दूसरे मुख्यमंत्रियों हों , उन्होंने अधिसूचना जारी करवाकर अंतिम रूप ही नहीं दिया , तो ज़ाहिर है , वक़्फ़ यूज़ , वक़्फ़ सम्पत्ति को लेकर विवाद खड़े हुए अब ,, मुम्बई में करीम भाई , इब्राहिम भाई ने वर्ष 1986 में एक ज़मीन धार्मिक शिक्षा निर्माण के लिए जो ज़मीन वक़्फ़ में दी थी , उस ज़मीन पर तात्कालिक वक़्फ़ वालों ने वक़्फ़ की मंशा के मुताबिक़ कोई निर्माण कर कल्याणकारी शैक्षणिक व्यवस्थाएं लागू नहीं कीं , उल्टे वर्ष 2002 में वक़्फ़ क़ानून का उलंग्घन कर , इस ज़मीन को , बिना किसी विधिक स्वीकृति के ,, कोरम पूरा किये बगैर , आदरणीय नरेंद्र जी मोदी के दोस्त , मुकेश जी अम्बानी को बेच दी गई , और साढ़े इक्कीस करोड़ रूपये एक नंबर में लेनदेन कर ज़मीन खरीदना बताई गई , खेर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देंवेद्र फण्डवीज ने उनके पुराने कार्यकाल में , शिकायतें मिलने पर जांच करवाई , रिटायर्ड जज ऐ टी ऐ के शेख ,, की जाँच रिपोर्ट ली , तो उन्होंने भी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए निष्पक्ष कार्यवाही की मांग की , ओर वक़्फ़ सम्पत्ति की बिक्री को गलत बताया, इस बीच मामला हाईकोर्ट पहुंचा और 15000 करोड़ रूपये की लागत से बने मित्र की इस सम्पत्ति पर संकट के बादल छाने लगे , हाईकोर्ट ने भी इस मामले में , वक़्फ़ बिक्री को गलत बताया फिर सुप्रीमकोर्ट और दूसरे संस्थाओं में यह सब , फिर अचानक वेध कार्यवाहियां हो गईं , लेकिन कुछ सिरफिरे हैं , के मानते ही नहीं उन्होंने अभी भी इस मामले में अलग अलग याचिकाएं लगा रखी हैं , खेर यह तो सिर्फ आदरणीय नरेंद्र मोदी जी के मित्र अनिल अम्बानी जी पर आये संकट की गाथा है ,वक़्फ़ की सम्पत्ति को खरीदने उस पर निर्माण करने की गाथा है , लेकिन इसका वक़्फ़ संशोधन क़ानून से कोई लेना देना नहीं है ,वोह तो , नरेंद्र जी मोदी के दिल में , मुस्लिम समाज की वक़्फ़ सम्पत्तियों के ज़रिये , देश भर के मुसलमानों को , अग्रणी भूमिका में लाने का विचार आया , उनके कल्याण का ख्याल आया ,और मोदी जी उनकी टीम ने उनके प्रधानमंत्री कर्तव्य, महंगाई नियंत्रण, रोज़गार योजनाएं, शिक्षा, चिकित्सा सुधार वगेरा जैसे, सारे कामकाज छोड़कर ,. अठ्ठारह , अठारह घंटे काम किया ,, मुसलमानों के लिए इस वक़्फ़ बिल को , तय्यार करवाया , विरोधियों को दबाया , सरकारी खर्चे पर विज्ञापन शुरू करवाकर , करोड़ों करोड़ खर्च कर, वक़्फ़ संशोधित क़ानून के फायदे गिनाना शुरू किये और तो और , चंद्रबाबू नायडू , नितीश कुमार जो सहयोगी दल है , जिनके साथ राज्य सभा और लोकसभा में , कई मुस्लिम सांसद और राज्य सभा सदस्य हैं , उन मुस्लिम सांसदों ,, राज्य सभा सांसदों के समर्थन से वक़्फ़ बिल बहुमत से पारित करा दिया , मोदी जी के मुस्लिम कल्याण प्रेम को नमन करना चाहिए के पूरी दुनिया से लड़कर भी हिन्दू ह्रदय सम्राट कहलाने के बावजूद भी, उन्होंने हिन्दू समस्याओं के निराकरण की उपेक्षा कर, मुस्लिम समाज के प्रति अपने इस तरह के प्यार को , उन्होंने कम नहीं किया, वोह लगातार ,, मुस्लिम कल्याण की योजनाओं में लगे रहै , अभी भी वोह मुस्लिम कल्याण प्रचार में लगे हैं, ,, इतना ही नहीं मोदी जी को जब पता लगा कि मुस्लिमों को हज सब्सिडी मिलती है, तो उन्होंने इस गेर इस्लामिक मदद को तुरंत खत्म कर सभी के हज पाक साफ कर दिए, ओर सरकार की अरबों रुपये की पृथक कमाई शुरू हुई, जिससे देश के मुस्लिमों का वोह विकास की योजनाएं अट्ठारह, अट्ठारह घण्टे काम करके बना रहे हैं, खेर यह तो हो गया जो होना था , लेकिन नरेंद्र जी मोदी के इस प्रेम ने , एक तरफ तो कांग्रेस की पिछली वक़्फ़ के प्रति असहमति ,वक़्फ़ के प्रति लापरवाही , कोंग्रेस की रंगनाथ मिश्र रिपोर्ट को लागू नहीं कर, मुस्लिम समाज की, उपेक्षा को नंगा कर दिया है, ,, वक़्फ़ की लूटखसोट को सामने ला खड़ा किया , अम्बानी के वक़्फ़ सम्पत्ति विवाद को फिर से ज़िंदा कर दिया , इतना ही नहीं , चंद्रबाबू नायडू , और नितीशकुमार को भी नंगा कर दिया , उनमे आंतरिक विवाद शुरू कर दिया , अब गैर भाजपाई वोट बिहार चुनाव में बंटेंगे और फायदा तो भाजपा को होगा ही सही , ,खास बात तो यह है के ,, मुस्लिम समाज के कल्याण के प्रति हमेशा चिंतित रहने वाले , आदरणीय नरेंद्र जी मोदी साहब का 17 सितम्बर 2025 को 75 वां जन्म दिन है , ज़ाहिर है, नरेंद्र मोदी , देश के अभूतपूर्व प्रधानमंत्री हैं , हिन्दू ह्रदय सम्राट हैं , दृढ संकल्पबद्ध हैं , मुस्लिम महिलाओं और मुस्लिम समाज के कल्याण के लिए पूरी ताक़त से क़ानून बदल कर , क़ानून बनाकर उन्हें मदद करने के लिए प्रयासरत हैं , तो फिर ऐसे में तो उनका जन्म दिन पूरे देश में ही नहीं ,, पुरे विश्व में ऐतिहासिक रूप से मनाया जाएगा , ,ज़ाहिर है , प्रधानमंत्री नर्रेंद्र जी मोदी नैतिकता के आइकॉन है , , नैतिकता के पक्षधर हैं , तो वोह जो भाजपा का सिद्धांत है , जिसमे पचहत्तर साल होने के बाद , एक्टिव पोस्ट पद से हटाकर , मार्गदर्शन मंडल में जगह देने का प्रावधान अघोषित रूप से खुद के द्वारा ही बनाया गया है , तो ऐसे में खुद आदरणीय मोदी जी यह उदाहरण पेश करेंगे , अब जब यह उदाहरण मोदी जी पेश करेंगे तो देश में हाहाकार के हालत होंगे , क्योंकि भाजपा में तो , नरेंद्र मोदी जी के अलावा कोई और ज़िम्मेदार ऐसा है ही नहीं, जो देश को चला सके , ऐसे मोदी जी जिन लोगों के हमदर्द रहे हैं वोह मुस्लिम समाज के सभी लोग जो इनकी कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित हुए है , , कलेक्टर, डॉक्टर, इंजीनियर बने हसीन, बढ़े बढ़े व्यापारी बने हैं, भाजपा में ऊंचे ओहदों पर पदाधिकारी बनाये गए हैं, टिकिट देकर सांसद, विधायक बनाये गए हैं, बुलडोज़र आतंक अवैध गिरफ्तारियां, मोब लिंचिंग से जिन्हें बचाया गया है, उन्हें इंसाफ मिला है , वोह सभी , मुस्लिम लोग , कोशिश करेंगे के नरेंद्र मोदी जी ही प्रधानमंत्री रहें , संघ की नैतिकता , राष्ट्रीयता का सिध्दांत अगर आड़े आया भी तो ,, देश के सारे मुस्लिम समाज के लोग , मुस्लिम समाज की बहने , जिनके लिए मोदी ने रात दिन अट्ठारह घंटे काम करके उन्हें फायदा पहुंचाने के लिए क़ानून बनाये हैं , क़ानून बदले हैं , वोह सब लोग , मोदी जी ,को ही तो प्रधानमंत्री पद पर बने रहने के लिए कहेंगे ,, और फिर नरेंद्र मोदी जी , प्रधानमंत्री बने रहकर और कई कल्याणकारी योजनाएं इस मुस्लिम समाज के लिए , देश के लिए लेकर आएंगे , लेकिन कांग्रेस का चेहरा सभी ने देखा है , कांग्रेस ने और ओवेसी ने दूसरे लोगों ने , दुनिया को दिखाने के लिए , मोदी को नीचा दिखाने के लिए इस बिल को गिराने के लिए कोशिशें तो बहुत की ,, बहस भी की , लेकिन सच नहीं बताया , वक़्फ़ सम्पत्ति देश में सर्वाधिक है , इस झूंठ को , देवस्थान और मंदिर माफ़ी , मंदिर ट्रस्ट के मुक़ाबिल सम्पत्तियों को लेकर, तुलनात्मक बहस कर आम जनता के सामने सच लाने की कोशिश कांग्रेस के किसी भी सांसद , ओवेसी खुद ने भी नहीं की , ,,लोकसभा हो , सांसद हो दोनों जगह वोटिंग हुई , बहस हुई और जीत नरेंद्र मोदी की मुस्लिमों के कल्याण के लिए बनाये जाने वाले क़ानून के लिए हुई , अब तो इसके फायदे करोड़ों करोड़ रूपये के सरकारी विज्ञापनों के ज़रिये भी लोगों को समझाये जा रहे हैं , वोह जो गड्डे में डाल दिए गए थे वोह भी कुकुरमुत्तों की तरह से उठकर बाहर आकर शायद उन्हें कुछ मिल जाए ,वक़्फ़ संशोधित क़ानून के वायदे बताने लगे हैं, भाजपा ने तो वक़्फ़ जागरण कार्यक्रम शुरू कर दिए हैं कुछ मुस्लिमों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किए हैं, हिन्दू भाई भी मस्त हो गए, मुस्लिम भाई भी मस्त हो गए, सभी देशवासियों को रोज़गार मिल गया, पेट्रोल सत्तर रुपये, डीज़ल पचास रुपये हो गया, मानसरोवर हिन्दू आस्था प्रतीक जिसे औरंगज़ेब ने जीत कर हिन्दू भाइयों को दिया था, वोह फिर भारत को मिल गया, अमेरिका भारत से घबरा रहा है, हथकड़ियों में भारतीयों को भेजने पर अमेरिका ने माफी मांग ली है, डेढ़ में खुशहाली है, चिकित्सा, शिक्षा देश भर में मुफ्त हो गई है, है ना, अख़्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829986339

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