मैं एक कत्ल का गवाह हूँ
अब तलक चुप हूँ।
मैंने देखा था;
उसे घिसटते हुये
छटपटाते हुये
और उसकी पथराती आँखो को।
मैंने उसे मरने दिया था
उसी के हाथों
उसने रगड़ खाती एड़ियाँ स्थिर हो गयीं
वह लाश हो चुका था
मेरे भीतर...
बहुत बातें करता था
अब तलक चुप हँ
मैं एक कत्ल का गवाह हूँ ,
'सोच'
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