अज़हर हाशमी जी ने रतलाम से फोन पर शुभकामनाएं दी.......
" खूबसूरत शब्द शिल्प के साथ पुस्तक का रूप दिया है अप्रतिम है" - अजहर हाशमी
आज सोमवार शाम 7.30 बजे देश के विख्यात साहित्यकार अजहर हाशमी जी ने फोन पर " राजस्थान के साहित्य साधक " पुस्तक के लिए रतलाम से लेखक को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा जो काम किया है वर्षों में बिरला ही करता है। साहित्यकारों के साक्षात्कारों को जिस खूबसूरती से शब्द शिल्प के साथ पुस्तक का रूप दिया है अप्रतिम है। साहित्य की किसी भी दृष्टि से देखते हैं तो अपने आप में संपूर्ण उत्तम कृति बन गई है।
उन्होंने मेरे उनसे पूर्व परिचय के कुछ प्रसंग बताते हुए कहा तारादत्त निर्विरोध और शिव कुमार जी कभी आपका जिक्र करते थे। अब निर्मोही जी ने फिर से संपर्क सूत्र का काम किया है।
मुझे पुस्तक इतनी अच्छी लगी है कि मैंने साहित्यगार से कुछ अतिरिक्त पुस्तकें मंगवाई हैं। विजय जोशी ने भूमिका में जान डाल दी है। कहने लगे साहित्य जगत में इस महत्वपूर्ण कृति पर चर्चाएं हों और समीक्षाएं लिखी जानी चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि पुस्तक की ख्याति दूर तक जाएगी।
देश के विख्यात साहित्यकार अजहर हाशमी जी के आशीर्वाद के प्रति नतमस्तक हूं।
डॉ.प्रभात कुमार सिंघल
लेखक
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