पुत्रों के सहयोग से संपन्न हुआ नेत्रदान
2. 3 दिन में शहर से दूसरा नेत्रदान संपन्न
कुम्भा
स्टेडियम के सामने,गोकुलधाम कॉलोनी, निवासी भगवान मुरली और शैलेंद्र
लखोटिया के पिताजी नंदकिशोर लखोटिया का आकस्मिक निधन हुआ ।
सैद्धांतिक,अनुशासनात्मक व व्यवहारिक जीवन जीने
वाले
नंदकिशोर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के निजी सहायक रहे, वर्ष 1987 में
स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद से उनका समय ज्यादातर सामाजिक, पारिवारिक व
परोपकारी गतिविधियों में रहा।
उनके निधन की सूचना जैसे ही,शहर व
समाज में फैली, उनके करीबी व संस्था के ज्योति मित्र संजय लाठी ने तुरंत ही
भगवान लखोटिया से नेत्रदान की चर्चा की, तीनों बेटों सहित नंदकिशोर जी की
पत्नी प्रेमलता और बेटी विजयलक्ष्मी से जैसे ही नेत्रदान के लिए सहमति
प्राप्त हुई, संजय ने तुरंत ही कोटा में शाइन इंडिया फाउंडेशन के डॉ कुलवंत
गौड़ को संपर्क किया ।
डॉ गौड़,ठीक पौन घंटे में कोटा से बूंदी
निवास पर पहुंचे, और परिवार व करीबी रिश्तेदारों के बीच, नेत्रदान की
प्रक्रिया संपन्न हुई । ज्योति मित्र इदरीश बोहरा ने बताया कि,अभी 2 दिन
पहले ही,गुरु नानक कॉलोनी निवासी महेश पाटौदी का भी नेत्रदान संस्था के
सहयोग से संपन्न हुआ था ।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
10 मार्च 2025
पुत्रों के सहयोग से संपन्न हुआ नेत्रदान
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