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05 मार्च 2025

दरगाह जंगली शाह परिसर में बुधवार को रोजा इफ्तार कार्यक्रम हुआ के डी अब्बासी

 

दरगाह जंगली शाह परिसर में बुधवार को रोजा इफ्तार कार्यक्रम हुआ के डी अब्बासी
कोटा 5 मार्च जंगली शाह परिसर में स्थित फैजाने जन्नतुल बकीअ बुधवार को रोजा इफ्तार कार्यक्रम हुआ राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के पूर्व डायरेक्टर , समाज सेवक हाजी मोहम्मद मियां की ओर से रोजा इफ्तार का कार्यक्रम किया गया
हजरत मोलाना रौनक अली ने बताया रमजान का चौथा रोजा है नेकी का छाता और हिफाजत का कवच इस्लाम धर्म में रोजा का बेहद खास महत्व है और दुनियाभर के अधिकांश मुसलमान रमजान के महीने में रोजा रखते हैं. रोज इस्लाम के पांच मूलभूत सिद्धांतों में एक है और सभी मुसलमानों पर फर्ज किया गया है.
कहा जाता है कि इस्लाम में रोजा रखने की परंपरा की शुरुआत दूसरी हिजरी में हुई. कुरान की दूसरी आयत सूरह अलबकरा में भी जिक्र मिलता है कि रोजा तुम पर इस तरह फर्ज है जैसे तुमसे पहले की उम्मत पर फर्ज था. कहा जाता है कि मोहम्मद साहब के मक्के से हजरत कर मदीना पहुंचने के एक साल बाद मुसलमानों पर रोजा रखने का हुकुम किया गया.
चौथा रोजा है हिफाजत का कवच
रोजेदार नियमित रूप से रोजा रख रहे हैं. बुधवार को रमजान का चौथा रोजा रखा गया है. सुबह सहरी के साथ रोजेदारों ने रोजा का संकल्प लिया और इफ्तार के साथ चौथे दिन का रोजा पूरा किया . रोजा नेकी का छाता है. यह ऐसा छाता है जो रोजेदारों की हिफाजत करता है. लेकिन यह छाता रोजेदारों की हिफाजत तभी करेगा जब रोजेदार शरई तरीके से रोजा रखेंगे.
कुरान के 19वें पारे की सूरत अलमुरसिलात की 41वीं/42वीं आयत में कहा गया है कि, ‘इन्नाल मुत्तक़ीना फ़ी ज़िलालिवँ व अयूनिवँ व फवाकिहा मिम्मा यशतहन’. इसका अर्थ है कि, बेशक संयमी और सत्कर्मी छांव में, चश्मों में होंगे और मेवों में होंगे जो उनको मरगूब (पसंद) होंगे.
यानी नेकी का यह छाता कुल मिलाकर उनकी हिफाजत की अपील करता है, जो सत्कर्म और संयम के साथ रोजा रखते हैं. इसलिए रमजान के चौथे रोजे को हिफाजत का कवच कहा जाता है. चौथा रोजा अल्लाह की अदालत में रोजेदार का वकील है. पार्षद सलीना शेरी ने बताया रमजान के पवित्र महीने में अकीदमंद अल्लाह की इबादत में पूरी शिद्दत के साथ लगे हैं और प्रतिदिन रोजा रख रहे हैं. रोजा रखना अल्लाह के साथ आपके जुड़ाव को मजबूत करता है. महिलाओं ने घरों पर इबादत की रोजा इफ्तार किया और देश एवं प्रदेश की खुशहाली की दुआ मांगी गई है, इफ्तार कार्यक्रम में सपू भाई , हाजी हनीफ, हाजी आफाक, रहीम,फरमान पठान,सलीम शेरी खालिद हकीमी, शरीफ खान जावेद पठान दानिश भारती, कमरुद्दीन बाबा, सादिक,मिया, यूसुफ मोहम्मद, दानिश भारती,मोहम्मद आरिफ, आसिफ खान, जाकिर भाई खत्री, बुंदु भाई, पप्पन भाई, ज़हीर भाई, प्रमुख रूप से उपस्थित हुए

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