कांग्रेस खुद के संगठन के अनुशासन और राष्ट्रिय नेतृत्व पर छिन्न भिन्न होकर तबाह और बर्बाद इसलिए होती जा रही है क्योंकि कांग्रेस अब अनुशासित कांग्रेस नहीं रही , जिनके हाथों में अनुशासन का डंडा है , वोह बागी , अनुशासनहीनता करने वाले कोंग्रेसियों के संरक्षक बनकर खुले रूप से काम कर रहे हैं , जबकि भाजपा , भाजपा इसीलिए है , के वोह बागियों को दर किनार करने का साहस दिखाती है , घर बिठाना जानती है , हाल ही में राजस्थान के किरोड़ीलाल मीणा जिनकी ताक़त सभी जानते है , अगर वोह हुंकार भरें तो वोह सरकार गिराने की कोशिशों में कामयाब भी हो सकते हैं , लेकिन भाजपा ने उनकी परवाह नहीं की , उलटा उन्हें फालतू बातें करने पर , सीधे कारण बताओं नोटिस थमा दिया ,, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा सिंधिया की एक गलती के इन्तिज़ार में भाजपा हाईकमान बैठा है , लेकिन ठीक इसके खिलाफ कांग्रेस में हमने ,, आपने, सभी ने देखा है , ,पिछली सरकार के वक़्त, राजस्थान में खुले रूप से बगावत हुई , सरकार गिराने की साज़िशें हुईं ,हाथ मिलाये गए , ,लेकिन किसी को कांग्रेस ने कांग्रेस से बगावत करने पर अनुशासनहीनता का नोटिस नहीं दिया , उलटे जो प्रभारी , अविनाश पांडेय थे , उन्हें बदल दिया , और बागी लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने की जगह उनसे समझौता वार्ता करते रहे , ,ज्योति राजे सिंधिया खूब बोले , उन्हें कांग्रेस से निकाला नहीं , उन्हें भाजपा में जाने का मौक़ा दिया , यह तो बढ़े लोगों की बढ़ी बातें हैं , ,कोटा को ही लो , कोटा में लोकसभा चुनाव में , ,कोटा दक्षिण विधानसभा चुनाव में , खुलकर कांग्रेस भाजपा गंठबंधन देखा गया , ,कोंग्रेसियों को सुनियोजित तरीके से भाजपा में ट्रांसफर करने का खेल चला ,,, कुछ लोग तो कांग्रेस को हरा कर , अपने प्लाट , फ़र्ज़ी गैर क़ानूनी पट्टे बचाकर , फिर से कांग्रेस की गोद में आकर भी बेठ गए है , ,लोकसभा चुनावों में गद्दारों की नामज़द सूचि दी गई , लेकिन एक को भी अभी तक कांग्रेस से निष्कासित नहीं किया गया , सूचि प्रकाशित नहीं की गई , जो लोग कांग्रेस छोड़कर गए हैं , उनके लिए कोई ऐलान नहीं के उन्हें , ,आगामी दस वर्षों तक किसी भी क़ीमत पर कांग्रेस में वापस नहीं लिया जाएगा ,, कांग्रेस में कांग्रेस के चुनाव पर लड़े लोग , भाजपा के हक़ में वोटिंग करते हैं , कोटा में नगर निगम उप महापोर के चुनाव में इससे पूर्व कार्यकाल में , ब्रजेश नीटू निर्दलीय उम्मीदवार थे , लेकिन कांग्रेस के पार्षदों ने भाजपा प्रत्याक्षी को मज़बूत करने के लिए भाजपा को वोट दिए , ,जिला परिषद में नईमुद्दीन गुड्डू के जिला प्रमुख टिकिट के वक़्त , कांग्रेस के टिकिट पर जीत कर आने वाले , जिला परिषद सदस्यों ने रूपये ,लेकर भाजपा के जिलाप्रमुख को अल्पमत में होने पर भी वोट देकर , जिला प्रमुख बनाया , प्रधान और नगर पालिका अध्यक्ष चुनावों में ऐसे बहुत क़िस्से हैं , ,,लेकिन कांग्रेस ने अनुशासन के नाम पर कार्यकर्ताओं को उल्लू बनाया एक मंत्री , एक सांसद, एक मज़बूत आदमी के हाथों में कांग्रेस के बागियों को बचाने की चाबी रही , आज तक , भी वोह लोग कांग्रेस से बर्खास्त नहीं हुए , ना ही उन्हें सज़ा मिली , उलटे , महत्वपूर्ण पदों पर कांग्रेस संगठन में बन कर आ गये , ,, ,और वफादार कोंग्रेसियों की छाती पर आज भी मूंग दल रहे हैं ,, ,,राजस्थान में मुख्यमंत्री बदलने का फार्मूला लेकर , ,बिना विधायकों की राय जाने अजय माकन राजस्थान में मुख्यमंत्री बदलने आ गए ,, उन्होंने विधायकों को मजबूर किया , ,नतीजा बगावत हुई , ,, अजय माकन को फिर भी कांग्रेस ने दिल्ली में ऊँचे ओहदों पर बिठा दिया , ,, राजस्थान में टिकिट वितरण को लेकर , प्रभारियों पर खुले रूप में कार गिफ्ट करने सहित कई अलग अलग आरोप लगे , कोई जांच नहीं हुई ,, कोई कार्यवाही नहीं हुई , और उन्हें आज भी कांग्रेस में ढोया रहा है , क्योंकि कांग्रेस टिकिट मामला हो , संगठन में पद देने का मामला हो , ज़िम्मेदार प्रभारी बनाने का मामला हो , कुछ गिनती के सो पचास , ,दो सो लोगों तक ही सिमटी रह गई है , ,चुनाव लड़ो , हार जाओ तो राज्य सभा सदस्य ,फिर हार भी गए और सरकार आ जाए तो कॉर्पोरेशन बोर्ड के चेयरमेन बन जाओ , मंत्री दर्जा लो मज़े करो , विधायक ,,, सांसदों के कहने से ही सरकार का सिस्टम चलाओ , और संगठन को कोने में बिठाकर , धक्के दिलवाओ , ज़लील करो , एयरपोर्ट पर घुसने मत दो , पास मत बनवाओ , अगर वोह आना भी चाहें तो फिर पुलिस से पिटवाओ , ज़लील करवाओ , यही सब कुछ आज भी कांग्रेस में हो रहा है , लगता है , कांग्रेस में पुरे डेढ़ सो करोड़ लोगों में से सिर्फ , सो ही लोग है , जो ही संगठन में रहेंगे , ,, सांसद बनेंगे , राज्य सभा में जाएंगे , अध्यक्ष ,, महासचिव , प्रभारी बनेंगे , बाक़ी तो बस भीड़ इकट्ठी करने , और बेलदारी करने के लिए ही हैं , संगठन बन भी गया , तो उसकी पूंछ नहीं है , अब इमरान प्रताप गढ़ी जो कांग्रेस के बहुत बढे वोट बैंक का प्रतिनिधित्व करते है , उनको ही लो उन्हें लोकसभा का टिकिट दिया , हार गए , तो फिर उन पर महरबानी हुई , उन्हें अल्पसंख्यक विभाग का राष्ट्रिय अध्यक्ष बना दिया , फिर भी पेट नहीं भरा, तो उन्हें राज्य सभा सदस्य भी बना दिया ,,, और इमरान प्रतापगढ़ी साहब ने जहाँ जहां भी कांग्रेस की सरकार रही , वहां राजकीय अतिथि बनकर मज़े तो किये , लेकिन अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिम समाज के लोगों की खुली उपेक्षा के खिलाफ संगठन में प्रतिनिधित्व देने , सरकार में प्रतिनिधित्व देने के मामले में कोई आवाज़ नहीं उठाई , नतीजा सामने है , दिल्ली में ज़ीरो थे , फिर ज़ीरो हो गए , और अब तो मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर भी ठुकराए गए , ,अभी भी कांग्रेस संगठन को जेब से बाहर निकालने का वक़्त है , हिम्मत दिखाने का वक़्त है , जो भी हो , किसी भी ऊँचे ओहदे पर बैठा हुआ हो , ,चाहे वोह में , ,आप , या फिर राहुल जी खुद क्यों ना हों , अगर बगावत करते हैं , मनमानी करते हैं , अनुशासन हीनता करते है , तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखाना ही चाहिए , ,राष्ट्रिय अध्यक्ष कोई और , टिकिट किसी दूसरे के कहने से वितरित होंगे , यह क्या तमाशा है , और अगर तमाशा ऐसा करोगे , तो फिर रोज़ तमाशा बन ही रहे हो , हर चुनाव में तमाशा देख ही रहे हों ,, , ,उम्मीद है , अपने निजी लालच से ऊपर उठकर , अपने पराये का भेद भूलकर , भाजपा से कांग्रेस कुछ सीख लेगी , अभी तक जो हुआ सो हुआ फिर से कांग्रेस को मज़बूत करने के लिए ब्लॉक स्तर से सूचि मंगवाकर ,, जो भी बगावत में शामिल रहा , कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने वाला रहा है , उसे तिरस्कृत , ,बहिष्कृत करना ज़रूरी है , और जो बुरे वक़्त में भी कांग्रेस के साथ खुलकर खड़े हैं , उन्हें पुरस्कृत करते हुए , ओहदों पर ज़िम्मेदारियाँ देना ज़रूरी है , बगावत ,, गद्दारी करने वाला कोई भी किसी भी ऊँचे ओहदे वाला हो , कितने ही बढे क़द का हो , यह मत सोचो के ऐसों को निकालने से कांग्रेस कमज़ोर होगी , क्योंकि यह बची खुची कांग्रेस को भी , दीमक की तरह से चाटने वाले लोग है , इसलिए इन दीमकों को , गददारों को , बागियों को , भाजपा से आंतरिक सांठगाँठ रखने वालों के स्पष्ट गद्दारी प्रमाण होने पर भी इनसे डरो मत इन्हे बाहर का रास्ता बनाओ , कांग्रेस को फिर से कांग्रेस बनाओ , ,सो दो सो लोगों से कांग्रेस को बाहर निकालो , डेढ़ सो करोड़ लोग देश को बचाने के लिए , हिन्दू , मुस्लिम , मंदिर ,., मस्जिद से अलग हठ कर , रोज़ी , रोटी ,कपड़ा , मकान , ,महंगाई नियंत्रण ,,, किसानों की हिमायती ,राष्ट्र की तरक़्क़ी , अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हथकड़ियों में बेड़ियों में भेजे जाने वाले लोग , उनके परिजन , उनसे नाराज़ देश के लोग आपके राष्ट्र हित में ईमानदार नेतृत्व का इन्तिज़ार कर रहे हैं , ,आप भी भ्रष्टाचार मुक्त हो जाओ , जो भी ट्रस्ट है , गड़बड़ियां हैं , उनसे मुक्त हो जाओ , ,, देश को , कोंग्रेसजनों को समर्पित कर दो , और फिर एक और आज़ादी की जंग के लिए , सो दो सो लोगों के भँवर से बाहर आकर ,नई कोपलों के साथ आज़ादी के दीवानों के साथ ,देश के ओरिजनल राष्ट्रभक्तों के साथ देश को विकसित करने के लिए , देश को , मज़बूत करने के लिए फिर से जंग ऐ आज़ादी की शुरुआत करने के लिए निकल पढ़ो ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339
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