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19 नवंबर 2024

देखो ये (क़ुरआन) तो सरासर नसीहत है

  देखो ये (क़ुरआन) तो सरासर नसीहत है (11)
तो जो चाहे इसे याद रखे (12)
(लौहे महफूज़ के) बहुत मोअज़जि़ज औराक़ में (लिखा हुआ) है (13)
बुलन्द मरतबा और पाक हैं (14)
(ऐसे) लिखने वालों के हाथों में है (15)
जो बुज़ुर्ग नेकोकार हैं (16)
इन्सान हलाक हो जाए वह क्या कैसा नाशुक्रा है (17)
(ख़ुदा ने) उसे किस चीज़ से पैदा किया (18)
नुत्फे से उसे पैदा किया फिर उसका अन्दाज़ा मुक़र्रर किया (19)
फिर उसका रास्ता आसान कर दिया (20)

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