आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

17 नवंबर 2024

तो उसका ठिकाना यकीनन बेहिशत है

  तो उसका ठिकाना यकीनन बेहिशत है (41)
(ऐ रसूल) लोग तुम से क़यामत के बारे में पूछते है की उसका कही थल बेडा भी है (42)
तो तुम उस के ज़िक्र से फ़िक्र में हो (43)
उस (के इल्म) की इन्तेहा तुम्हारे परवरदिगार ही तक है (44)
तो तुम जो बस उस से डरे उसको डराने वाले हो (45)
जिस दिन वह लोग उस को देखेंगे तो (समझेगे कि दुनिया में) बस एक शाम या सुबह ठहरे थे (46)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...