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17 सितंबर 2024

काश देश में भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस ज़िंदा होती , काश , देश को अंग्रेज़ों से आज़ाद कराने वाली कांग्रेस के इंसाफ का जज़्बा इस वर्तमान कांग्रेस में थोड़ा बहुत भी बाक़ी होता ,, काश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व राष्ट्रिय अध्यक्ष , सांसद लोकसभा में निर्वाचित नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के प्रति आदर सम्मान , वफादारी वर्तमान कोंग्रेसियों में थोड़ी भी होता ,

 

काश देश में भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस ज़िंदा होती , काश , देश को अंग्रेज़ों से आज़ाद कराने वाली कांग्रेस के इंसाफ का जज़्बा इस वर्तमान कांग्रेस में थोड़ा बहुत भी बाक़ी होता ,, काश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व राष्ट्रिय अध्यक्ष , सांसद लोकसभा में निर्वाचित नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के प्रति आदर सम्मान , वफादारी वर्तमान कोंग्रेसियों में थोड़ी भी होता , ,तो कांग्रेस के राहुल गांधी को आतंकवादी कहने वाले रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ,,मंत्री पद से कभी के बर्खास्त हो गए होते , एक बढ़ा आंदोलन उनके खिलाफ होता , लोकसभा अध्यक्ष , राज्यसभा सभासद , को उनके खिलाफ कार्यवाही के लिए मजबूर किया जाता , कांग्रेस कार्यकर्ता देश भर की ज़िला इकाइयों में उनके खिलाफ आंदोलन का जज़्बा होता , सभी कोंग्रेसी इस अपमानकारी बयान का विरोध करते , मुक़दमे दर्ज करवाकर कार्यवाही की मांग करते , कांग्रेस की दया पर , ,राज्य सभा सदस्य के पद प्राप्त सुप्रीमकोर्ट के वकील साहिबान , कांग्रेस का राष्ट्रिय स्तर का विधि विभाग सुप्रीमकोर्ट में ऐसे गैर ज़िम्मेदार केंद्रीय मंत्री के खिलाफ कार्यवाही के लिए आवाज़ उठाते , क़ानूनी दलीलें देकर उन्हें हर हाल में बर्खास्त भी करवाते और सज़ा भी दिलवाते , ,लेकिन अफ़सोस इस बात का है , के केंद्रीय मंत्री बिट्टू जी का यह बयान आये हुए तीन दिन होने वाले है , अख़बारों में भी प्रकाशित हुआ है , फिर भी , कांग्रेस से जुड़े लोगों , पदाधिकारियों ने इस पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है , वोह बात अलग है ,, कांग्रेस अब उत्तर दक्षिण पूरब पश्चिम में बंट रही है , ,सॉफ्ट लाइनर से हार्ड लाइनर की तरफ जा रही है , लेकिन कांग्रेस की निति, सिद्धांत तो वही हैं ,वही सिद्धांत रहने भी चाहिए , ,लेकिन राहुल गांधी को खुले रूप में आँतकवादी कहना , और वोह भी देश के संविधान की पालना करने की शपथ लेने वाले एक मंत्री ,, राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की लापरवाही से बाहरी लोगों को जो राज्य सभा सीटें दी थीं , उनमे से एक सीट लोकसभा में जाने के बाद खाली होने पर , उस खाली सीट पर बहुमत कांग्रेस का कम होने से , बकाया कार्यकाल के लिए निर्वाचित व्यक्ति द्वारा शपथ का उलंग्घन कर ,, लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष के लिए बिना किसी सुबूत के इस तरह की बेहूदा बातें करना , बेहूदा आरोप लगाने के बाद भी , उनके खिलाफ कांग्रेस की तरफ से एक आवाज़ भी नहीं उठी , यह कांग्रेस को , उक्त वर्तमान हालातों में शर्मनाक संगठन साबित करने के लिए काफी है ,, खेर महाराष्ट्र के विधायक ने राहुल गांधी की जुबांन काट कर लाने वाले को जो इनाम की पेशकश की है , उसे तो इनकी समर्थित पार्टी के यह केंद्रीय मंत्री बिट्टू जी आतंकी कार्यवाही हरगिज़ हरगिज़ मानेंगे नहीं ,, लेकिन महाराष्ट्र में कम से कम , मुक़दमा तो दर्ज हुआ ,, एक तरफ तो हेट स्पीच के खिलाफ सुप्रीमकोर्ट का मार्गदर्शन है , आदेश है , सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे बेहूदा बोल वालों के खिलाफ स्वतः कार्यवाही करने के आदेश , निर्देश दिए हुए हैं ,लेकिन इन आदेशों की पालना तो सरकार में बैठे लोगों को ही करना है , और अगर सरकार में बैठे लोग ही , अपराधियों की तरफ हों , हेट स्पीचर्स को शह देने वाले हो , तो फिर , प्रतिपक्ष में बैठे संगठन की ज़िम्मेदारी होती है , ऐसे में जब प्रतिपक्ष में बैठे संगठन के ही सिरमौर के खिलाफ ,, जुबांन काटने उन्हें आतंकवादी कहने जैसे बयानात हो , तो फिर कांग्रेस संगठन से जुड़े प्रदेश अध्यक्ष , राष्ट्रिय अध्यक्ष , वरिष्ठ नेताओं , सांसदों सभी पर , उनकी गेर ज़िम्मेदाराना चुप्पी पर, लानत लानत लानत , लानत इसलिए नहीं के वोह कोंग्रेसी हैं , और राहुल बाबा के खिलाफ बिगड़े बोल पर वोह कुछ नहीं बोल पा रहे हैं , लानत इसलिए है , के वोह संविधान के प्रति ज़िम्मेदार हैं , उन्होंने संविधान देश की एकता , अखंडता , क़ानून की पालना की शपथ ली हुई है , तो फिर अगर भाजपा के नेता ,, शिवसेना शिंदे के नेता ,, उस शपथ का उलंग्घन कर ,, बिगड़े बोल बोल रहे हैं , तो फिर यह कांग्रेस में बैठे लोग भी तो , उन बिगड़े बोलों पर , उनके द्वारा ली गई शपथ की पालना में राष्ट्रहित में कोई विरोध नहीं कर रहे हैं , अरे प्रतिपक्ष के नेता ऐसे मामले में , सभी एकत्रित होकर, , लोकसभा अध्यक्ष ,,राज्यसभा के सभासद को ज्ञापन देकर , ऐसे मंत्री जी की सदस्य्ता रद्द करने के लिए ज्ञापन दें , सुप्रीम कोर्ट में न्यायिक कार्यवाही करें , लेकिन करे कोन ,, यहां तो चमचागिरी , चापलूसी , और दलबदल , या अंडर दी टेबल समझौतों से फुरसत हो तब ना ,, खेर कोई तो सिपाही आगे आएगा , कोई तो इस देश ,, इस देश के क़ानून ,संविधान की पालना करवाने की कोशिशों में अव्वल होगा ,, ,आवाज़ तो उठाएगा ,, ,कांग्रेस विधि विभाग की तरफ से , ,कोटा से तो मेने सभी सर्वोच्च स्थानों पर इस मामले ,में ,बिगड़े बोल वाले मंत्री जी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर ज्ञापन भेजा है , यक़ीनन वोह कचरे की टोकरी में जायेगा , ,क्योंकि हमारे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता , अध्यक्ष , ,राष्ट्रिय अध्यक्ष , महासचिव , खुद नेता प्रतिपक्ष राहुल जी वगेरा वगेरा , यह लोग भी तो कार्यकर्ताओं के ई मेल नहीं देखते , उनके पत्रों को पढ़ते तक नहीं , जवाब तो देना दूर की बात है , स्वर्गीय राजीव गाँधी जी के बाद , पत्र पढ़ने , उनके सुझावों पर अमल करने , जवाब देने की यह परम्परा बंद हुई है तो आम कार्यर्कताओं , आम जनता से संवाद खत्म करने के इस घोर पाप का खीमियाज़ा भुगतना तो होगा , और भुगत भी लिया , लेकिन अभी वक़्त है , फिर से सुधरने का आम जनता की सुनवाई का , ज़िले ,, ब्लॉक स्तर पर , खुद पहुंचकर कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित करने का , कुछ नहीं धरा , कुत्ते बिल्ली खिलाने में , मॉर्निंग वाक् का जितना टाइम होता है , इतने में तो हज़ारों लोगों से मिला जा सकता है , फिर ब्लॉक अध्यक्ष हो , जिला अध्यक्ष हो , प्रदेश अध्यक्ष हो , राष्ट्रिय अध्यक्ष हों , पदाधिकारी हों , प्रभारी हो , सभी को कार्यालयों में , निर्धारित तय समय पर बैठने की नियमित ज़िम्मेदारी दी जाए , और अगर वोह उस वक़्त एब्सेंट मिलें तो कार्यवाही की जाए , ताकि कांग्रेस का कार्यर्कता या कोई भी आम आदमी उस तय शुदा वक़्त पर , हर हाल में , ज़िम्मेदार अध्यक्ष जी या पदाधिकारी जी से मिल सके , लेकिन जब शीर्ष स्तर पर बैठे लोग ही , कांग्रेस कार्यालय में नियमित नहीं बैठते , तो निचले स्तर के उनके द्वारा थोपे गए , ,जी हुज़ूरीयों से यह उम्मीद कांग्रेस का कार्यकर्ता करे भी तो क्यों करे , क्यूंकि , कांग्रेस में लगी यह अव्यवस्था की दीमक कांग्रेस को चाट रही है , यह ज़ंग कांग्रेस की मजबूत स्टीली ताकत को खत्म कर रहा है , और कोई भी इस तरफ ,, कार्यर्कताओं की तरफ , संवाद की तरफ , पत्रों के जवाब की तरफ , वार्ड , ब्लॉक , जिला ,, संभाग ,,प्रदेश , राष्ट्रिय स्तर के कार्यकर्ताओं से नियमित मेल जोल की तरफ बढ़ना नहीं चाहता , कांग्रेस संदेश पत्र खत्म , कहाँ है किसने देखा पता नहीं , कांग्रेस संगठन खत्म , मंत्रियों , पूर्व मंत्रियों विधायकों सांसदों की जेब में रख दिया गया है संगठन ,,,,,,,,,,,फिर संगठन का जब अस्तित्व ही नहीं तो ,,,उम्मीद केसी , संगठन की सदस्य्ता नहीं , तुरतं शामिल और लो संगठन के विधान के विरुद्ध मिल गया टिकिट , बन गए सांसद ,, विधायक , पदाधिकारी , तो फिर वर्षों से संगठन की खिदमत करने वालों का क्या ,, ,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339

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