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13 अगस्त 2024

रख सको तो एक निशानी

 

रख सको तो एक निशानी
हूँ मैं,
खो दो तो सिर्फ़ एक कहानी
हूँ मैं!
रोक ना पाए जिसको ये सारी
दुनिया,
वो एक बूँद आँख का पानी
हूँ मैं!
इस अजनबी दुनिया में एक
अकेला ख़्वाब हूँ मैं,
सवालों से ख़फ़ा छोटा सा
जवाब हूँ मैं!
जो समझ ना सके मुझे
उनके लिए कुछ भी नहीं ,
जो समझ गए उनके लिए
खुलीं किताब हूँ मैं!
आँखों से देखोगे तो खुश
पाओगे ,
दिल से पूछोगे तो दर्द का
सैलाब हूँ मैं!
अगर रख सको तो एक
निशानी हूँ मैं,
खो दो तो सिर्फ़ एक कहानी
हूँ मैं!

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