तेज बारिश में कोटा से आई टीम ने झालावाड़ में लिया नेत्रदान
2. बेटों ने पिता के बाद अब माँ का संपन्न कराया नैत्रदान
ठीक
8 साल पहले झालावाड़ निवासी अनाज के व्यवसायी बाबूलाल गोयल का निधन हुआ
था,तो उस समय उनके बेटे मुकेश और दिनेश ने पिताजी की अंतिम इच्छा को मानते
हुए उनके नेत्रदान का कार्य शाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से संपन्न
करवाया था । तभी से परिवार के मन में यह संतोष था कि,नेत्रदान का कार्य
संपन्न होने से हमारे पिताजी आज भी किसी की आंखों में रोशनी बनकर जीवित है ।
गुरुवार शाम को बाबूलाल की पत्नी निर्मला गोयल का भी आकस्मिक निधन
हुआ, निर्मला जी ने भी अपने नेत्रदान करवाने की इच्छा काफी समय पहले
बच्चों को बता दी थी यही कारण रहा कि जैसे ही निधन हुआ मुकेश और दिनेश ने
तुरंत ही संस्था के ज्योति मित्र बादल अग्रवाल को संपर्क किया और कोटा से
नेत्रदान की लिए टीम को बुलाने का निर्णय लिया ।
सूचना मिलते
ही,ईबीएसआर-बीबीजे,चैप्टर कोऑर्डिनेटर डॉ कुलवंत गौड़ की सूचना पर कोटा से
झालावाड़ के लिए टीम रवाना हुई । इस दौरान पूरे रास्ते तेज बारिश थी,फिर भी
समय पर पहुंच कर, परिवार के सभी सदस्यों के बीच में निर्मला के नेत्रदान
की प्रक्रिया संपन्न हुई ।
डॉ गौड़ ने यह भी बताया कि, झालावाड़ शहर
से अभी तक 15 नेत्रदान हो चुके हैं, जबकि झालावाड़ जिले में 120 से अधिक
नेत्रदान छोटे-छोटे शहर और गांव से हो चुके हैं ।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
19 जुलाई 2024
तेज बारिश में कोटा से आई टीम ने झालावाड़ में लिया नेत्रदान
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