रावतभाटा प्लांट में चिकित्सकों,नर्सिंगकर्मियों और अधिकारियों के बीच अंगदान विषय पर कार्यशाला
2. अंगदान जागरूकता से प्रेरित होकर ,चिकित्सकों और नर्सिंगकर्मियों ने भरे अंगदान संकल्प पत्र
राष्ट्रीय
अंग,ऊतक व प्रत्यारोपण संस्थान,नई दिल्ली के निर्देशानुसार 1 जुलाई से 31
जुलाई तक का पूरा माह अंगदान जागरूकता के लिए आदेशित किया गया है । अंगदान
जागरूकता माह का समापन,3 अगस्त को राष्ट्रीय अंगदान दिवस मनाने के साथ
संपन्न किया जाएगा । इसी क्रम में शाइन इंडिया फाउंडेशन द्वारा पूरे हाड़ौती
संभाग में अंगदान जागरूकता के कार्यक्रम किया जा रहे हैं ।
इसी
क्रम में बीते दिनों रावतभाटा न्यूक्लियर पावर प्लांट में आर आर साइट
हॉस्पिटल, रावतभाटा के अस्पताल अधीक्षक डॉ अंजली गाडगिल के सहयोग से
चिकित्सकों,नर्सिंग कर्मियों,प्लांट में कार्यरत उच्च अधिकारियों,इंजीनियर
और के लिए अंगदान जागरूकता के विषय पर 2 सत्रों की बृहद कार्यशाला का
आयोजन किया गया ।
कार्यशाला मुख्य अतिथि व प्रमुख वक्ता के तौर पर
शाइन इंडिया फाउंडेशन के डॉ कुलवंत गौड़ को कोटा से आमंत्रित किया गया था ।
डॉ गौड़ ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से उपस्थित चिकित्सकों और
नर्सिंग कर्मियों को अंगदान के महत्व, कार्य प्रणाली,प्रत्यारोपण और अंगदान
से जुड़ी भ्रांतियों के निवारण के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।
डॉ
गौड़ ने बताया कि, राजस्थान में भी राज्य सरकार के निर्देशन में अंगदान का
कार्य अब दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है । ब्रेनडेड की अवस्था में होने वाले
अंगदान के माध्यम से , मौत के करीब आए 9 से अधिक लोगों को जीवन दिया जा
सकता है ।
सिर पर चोट लगने,रक्तस्राव व सूजन के कारण मस्तिष्क के
अंदर के श्वास लेने का केंद्र बिंदु नष्ट हो जाता है,इस अवस्था में हृदय को
धड़कने के लिए और अंगों को जीवित रखने के लिए मरीज को वेंटिलेटर पर ले
लिया जाता है ।
इस अवस्था में आईसीयू में भर्ती मरीज को राज्य
सरकार से अधिकृत ब्रेनडेड कमेटी द्धारा,6 घंटे के अंतराल में दो बार
एप्निया टेस्ट करने के उपरांत,टेस्ट पॉजिटिव आने पर ब्रेनडेड घोषित किया
जाता है, इसके बाद परिवार के सदस्यों की काउंसलिंग कर ब्रेनडेड व्यक्ति के
अंगों का दान करना संभव हो पाता है।
कार्यशाला में स्टेशन डायरेक्टर
गौरव शर्मा ,चीफ़ सुपरिंटेंडेंट, आर के सेठ,मेंटेनेंस सुपरिंटेंडेंट
सुरेंद्र चुग,अनुरक्षण अभियंता एस आर पटेल सहित अस्पताल के चिकित्सक डॉ
संतोष कहार,डॉ छाया सिंधु, डॉ अर्चना,डॉ अमित,डॉ सुमन ,नर्सिंगकर्मी
उपस्थित थे । कार्यशाला उपरांत 15 लोगों ने नेत्रदान और 6 ने अंगदान का
संकल्प पत्र भरा ।
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