एक ब्रेनडेड मरीज दे सकता है नौ को जीवनदान - डॉ गौड़
3 अगस्त
को राष्ट्रीय अंगदान दिवस मनाने की तैयारियां पूरे प्रदेश में चरम पर है ।
प्रदेश के कई सारे राजकीय व निजी मेडिकल नर्सिंग व डेंटल कॉलेज के साथ-साथ
सामाजिक संस्थाएं भी अपनी ओर से पूरा प्रयास कर रही हैं कि,अधिक से अधिक
लोगों को नेत्रदान अंगदान के प्रति जागरूक किया जा सके ।
अंगदान
जागरूकता अभियान के इस क्रम में,शाइन इंडिया फाउंडेशन भी हाडोती संभाग में
अंगदान के प्रति शहरवासियों को जागरूक करने के उद्देश्य से कई सारे
जागरूकता कार्यक्रम कर रही है । संस्था की ओर से मंगलवार को रानपुर
औद्योगिक क्षेत्र में स्थित जायसवाल नर्सिंग कॉलेज,दासवानी नर्सिंग और
डेंटल कॉलेज तीनों जगह पर अंगदान जागरूकता की कार्यशाला की गई ।
प्रमुख
वक्ता शाइन इंडिया के संस्थापक डॉ कुलवंत गौड़ ने उपस्थित छात्र-छात्राओं
को जानकारी देते हुए बताया कि, ब्रेनडेड की अवस्था में हृदय वेंटिलेटर के
सपोर्ट से कुछ दिन तक धड़कता रहता है, सिर में चोट या दिमाग की नस फट जाने
के कारण ,मस्तिष्क में श्वास लेने वाला केंद्र निष्क्रीय हो जाता है, और
मरीज के सभी अंगों को वेंटीलेटर के माध्यम से जीवित रखने का प्रयास किया
जाता है ।
इस तरह की अवस्था को ब्रेन डेड कहा जाता है,इस अवस्था में
किसी मरीज के आने पर,दोबारा किसी भी तरह की रिकवरी संभव नहीं हो पाती है ।
थोड़े समय बाद वेंटीलेटर भी हृदय को जीवित नहीं रख पाता हैं,और हृदय
धड़कना बंद कर देता है। इससे सभी अंगों की मृत्यु हो जाती है।
लेकिन
ब्रेनडेड की अवस्था वाले मरीज के परिजनों की सही तरह से समझाइश की जाए तो,
हृदय के बंद होने से पहले 9 अंगों का (लिवर,हार्ट, किडनी,आँखे,
लंग्स,पेनक्रियाज,इंटेस्टाइन) दान करके,ऐसे लोगों का जीवन बचाया जा सकता
है,जो अंगों के खराब होने के कारण,मौत के करीब आ गये हैं ।
कार्यशाला
के अंत में,डॉ गौड़ ने सभी को नोटो के वेबसाइट के माध्यम से चल रहे ऑनलाइन
अंगदान संकल्प के बारे में विस्तार जानकारी दी,और अंगदान संकल्प करने के
लिये अनुरोध किया
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
24 जुलाई 2024
एक ब्रेनडेड मरीज दे सकता है नौ को जीवनदान - डॉ गौड़
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