तपती रोहिणी,48 डिग्री तापमान पर,300 किलोमीटर के कुल सफ़र से ,सम्पन्न हुये 300 नेत्रदान
2. भीषण गर्मी में 300 किलोमीटर की भागदौड़ से,6 लोगों को मिलेगी रौशनी
शनिवार को शाइन इंडिया फाउंडेशन की टीम के सदस्यों ने भीषण गर्मी में 300 किलोमीटर की दौड़भाग से छबड़ा,बूंदी और रामगंजमंडी के तीन देवलोकगामियों के नैत्रदान का कार्य संपन्न कराया ।
सर्वप्रथम सुबह 8:00 बजे सूचना मिली कि, नदी मोहल्ला, छबड़ा निवासी बिट्ठलदास गगरानी का आकस्मिक निधन कोटा के निज़ी अस्पताल मे हुआ,संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र तरुण सांभरिया की प्रेरणा से बेटे मुकेश गगरानी ने अपने पिता का नेत्रदान संपन्न करवाया, इसके उपरांत वह पार्थिव शव लेकर अपने पैतृक गांव छबड़ा रवाना हुये ।
इसके ठीक बाद संस्था के सदस्य,बीते दिनों बूंदी निवासी स्व० सावित्री बाई के नेत्रदान के उपरांत शोकाकुल परिवार के सदस्यों का सम्मान करने के लिए बूंदी रवाना हुए, बूंदी में कार्यक्रम के दौरान ही दोपहर 1:00 संस्था के ज्योति मित्र संजय बिजावत द्धारा सूचना मिली कि,छगन जी की बाड़ी रामगंज मंडी निवासी रामनारायण मुजावदिया की धर्मपत्नी कमला पोरवाल का आकस्मिक निधन हुआ है और परिजनों ने नेत्रदान के लिए सहमति दी है ।
यह सूचना मिलते ही डॉ कुलवंत गौड़ अपने सहयोगी यश झाम्ब के साथ तुरंत ही 48 डिग्री की भीषण गर्मी में नेत्रदान वाहिनी,ज्योति रथ से 120 किलोमीटर दूर,रामगंजमंडी के लिए रवाना हुए, आधे घंटे में कमला के नैत्रदान की प्रक्रिया पूरी की ही थी कि, वहीं पर पुनः बूंदी से ही संस्था के ज्योति मित्र मुकेश चंदवानी ने सूचना दी की रॉयल सिटी, देवपुरा,बूंदी निवासी सनी गुलाबवानी का हृदयघात से आकस्मिक निधन हुआ है, और परिजन नेत्रदान के लिए तैयार हैं ।
सूचना मिलते ही डॉ गौड़ ने वापस रामगंज मंडी से 120 किलोमीटर दूर बूंदी के लिए रवाना हुये और अंतिम यात्रा निकलने से ठीक पहले बूंदी पहुंचकर सनी गुलाबवानी के पार्थिव शव से नेत्रदान प्राप्त किया ।
ईबीएसआर बीबीजे चैप्टर के कोऑर्डिनेटर डॉ गौड़ ने बताया कि,इस तरह से कोटा से बूंदी, फिर वहाँ से रामगंजमंडी और रामगंजमंडी से वापस बूँदी से कोटा के 300 किलोमीटर के भीषण गर्मी के सफर से तीन देवलोक गामियों के नेत्रदान प्राप्त हुए,प्राप्त 6 कॉर्निया से कॉर्निया की अंधता का दुख भोग रहे 6 दृष्टि बाधित लोगों की आँखों में रोशनी पहुंच सकेंगी ।
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