दिव्यांग स्कूटी योजना 2023 ,2024 में भ्रस्टाचार , अनियमितता करते हुए , हक़ मारकर दूसरे व्यक्ति को विकलांग प्रतिशत अधिक प्रमाण पत्र का आधार बनाकर , स्कूटी वितरण के आरोपों के साथ जांच की मांग ,
कोटा 1 मई , कोटा ज़िले में वर्ष 2023 , 2024 में दिव्यांग स्कूटी योजना के चयन में भ्र्ष्टाचार के खिलाफ इन्साफ की मांग को लेकर , दिव्यांग ज़ुल्फ़िक़ार हुसैन जिला कलेक्टर , संयुक्त निदेशक समाज कल्याण विभाग सहित कई अधिकारीयों को , सुबूतों के साथ प्रार्थना पत्र दे चुका है , लेकिन अभी तक उसे इंसाफ नहीं मिला है , ज़ुल्फ़िक़ार इस मामले में अगर न्याय नहीं मिला तो चयन में भ्रष्टाचार कर अनियमितता करने वालों के खिलाफ ऐंटी करप्शन विभाग का दरवाज़ा खट खटायेगा ,, ज़ुल्फ़िक़ार ने दिव्यांग स्कूटी योजना के अंतर्गत विधि अनुसार आवेदन किया था , उसका विकलांग प्रमाण पत्र 41 प्रतिशत का है , मेडिकल बोर्ड के विधि नियमों के तहत ज़ुल्फ़िक़ार का विकलांगता प्रतिशत और अधिक होना चाहिए , लेकिन इससे कम चोटिल दिव्यांग कुलदीप नामा जिसका विकलांग प्रतिशत तो 60 प्रतिशत का प्रमाण पत्र मना गया है , और इसी कारण कुलदीप नामा को , 199 क्रमांक पर चयनित कर दिव्यांग स्कूटी योजना में स्कूटी वितरित कर दी , जबकि एक अन्य प्रेम प्रकाश योगी को चयनित सूचि में लेकर उसे चयनित कर लिया ,प्रेम प्रकाश योगी का तो आवेदन सूचि में नाम भी नहीं है , जब उसका आवेदन चयनित सूचि में नाम ही नहीं है , तो फिर उसे किस विधि नियम के तहत चयन किया गया बात समझ के बाहर है , शिकायत कर्ता ज़ुल्फ़िक़ार हुसैन ने शिकायत में दावा किया है कि दिव्यांग स्कूटी योजना में चयनित कुलदीप नामा की विकलांगता और ज़ुल्फ़िक़ार की विकलांगता के बारे में निष्पक्ष मेडिकल बोर्ड से पुनर्निरीक्षण करवाकर जांच करवा लें , क्योंकि ज़ुल्फ़िक़ार दुर्घटनाग्रस्त होने से , उसका एक उल्टा हाथ , एक सीधा हाथ , एक सीधा पैर डेमेज है , इसके अलावा उसके उलटे हाथ एवं सीधे पैर में रोड डली हुई है , ,फिर भी उसका प्रमाण पत्र 41 प्रतिशत का ही दिया गया ,,,ज़ुल्फ़िक़ार ने इस मामले में जिला कलेक्टर कोटा को , जनसुनवाई में शिकायत की , कोई कार्यवाही नहीं हुई ,फिर सुचना के अधिकार के तहत , दिव्यांग स्कूटी योजना के विधि नियम , चयनित सूचि ,आवेदक सूचि , और अंतिम रूप से स्थाई स्वीकृत सूचि प्राप्त की , तब यह खुलासा हुआ, ज़ुल्फ़िक़ार ने निजी तोर पर , समकक्ष चयनित क्रमांक 122 जो चयनित आवेदक 199 नंबर पर है , उनकी विकलांगता को देखा तो उसे ताज्जुब हुआ , इतनी कम चोटें होने पर भी उसका मेडिकल परमाना पत्र प्रतिशत अधिक क्यों है , इसे देखकर उसने जिला कलेक्टर के माध्यम से इसकी जांच करवाने के लिए ज्ञापन दिया , फिर दुबारा ज्ञापन दिया , लेकिन आज तक भी इस मामले में कोई जांच रिपोर्ट नहीं आई है , ना ही , ज़ुल्फ़िक़ार और कुलदीप नामा का मेडिकल बोर्ड से परीक्षण करवाकर, भ्रष्टाचार , अनियमितता की शिकायत पर कोई संतोषप्रद कार्यवाही की गई है , अब ज़ुल्फ़िक़ार उसकी शिकायत और की गई कार्यवाही मामले की सभी रिपोर्ट प्राप्त कर , संबंधित चयनकर्ता पक्षपात करने , भ्रष्ट आचरण से अपात्र व्यक्ति को बिना जांच के स्कूटी योजना का लाभ देने के मामले में ऐंटी करप्शन विभाग में सम्पूर्ण दस्तावेजी तथ्यों के साथ शिकायत देने की तय्यारी कर रहा है ,, ,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
02 मई 2024
दिव्यांग स्कूटी योजना 2023 ,2024 में भ्रस्टाचार , अनियमितता करते हुए , हक़ मारकर दूसरे व्यक्ति को विकलांग प्रतिशत अधिक प्रमाण पत्र का आधार बनाकर , स्कूटी वितरण के आरोपों के साथ जांच की मांग ,
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