ग़रज़ उन्हें यक़ीनन एक सख़्त चिंघाड़ ने ले डाला तो हमने उन्हें कूडे़
करकट (का ढे़र) बना छोड़ा पस ज़ालिमों पर (ख़ुदा की) लानत है (41)
फिर हमने उनके बाद दूसरी क़ौमों को पैदा किया (42)
कोई उम्मत अपने वक़्त मुर्क़रर से न आगे बढ़ सकती है न (उससे) पीछे हट सकती है (43)
फिर हमने लगातार बहुत से पैग़म्बर भेजे (मगर) जब जब किसी उम्मत का
पैग़म्बर उन के पास आता तो ये लोग उसको झुठलाते थे तो हम भी (आगे पीछे) एक
को दूसरे के बाद (हलाक) करते गए और हमने उन्हें (नेस्त व नाबूद करके)
अफ़साना बना दिया तो इमान न लाने वालो पर ख़ुदा की लानत है (44)
फिर हमने मूसा और उनके भाई हारुन को अपनी निशानियों और वाज़ेए व रौशन
दलील के साथ फ़िरऔन और उसके दरबार के उमराओं के पास रसूल बना कर भेजा (45)
तो उन लोगो ने शेख़ी की और वह थे ही बड़े सरकश लोग (46)
आपस मे कहने लगे क्या हम अपने ही ऐसे दो आदमियों पर इमान ले आएँ हालाँकि
इन दोनों की (क़ौम की) क़ौम हमारी खि़दमत गारी करती है (47)
गरज़ उन लोगों ने इन दोनों को झुठलाया तो आखि़र ये सब के सब हलाक कर डाले गए (48)
और हमने मूसा को किताब (तौरैत) इसलिए अता की थी कि ये लोग हिदायत पाएँ (49)
और हमने मरियम के बेटे (ईसा) और उनकी माँ को (अपनी क़ुदरत की निशानी बनाया
था) और उन दोनों को हमने एक ऊँची हमवार ठहरने के क़ाबिल चश्मे वाली ज़मीन
पर (रहने की) जगह दी (50)
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
07 फ़रवरी 2024
ग़रज़ उन्हें यक़ीनन एक सख़्त चिंघाड़ ने ले डाला तो हमने उन्हें कूडे़ करकट (का ढे़र) बना छोड़ा पस ज़ालिमों पर (ख़ुदा की) लानत है
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