परिवार में परंपरा बन रहा है,नैत्रदान
शाइन इंडिया फाउंडेशन के नेत्रदान जागरुकता अभियान के बाद अब लोगों में इतनी जागरूकता आ चुकी है कि परिवार में यह परंपरा के रूप में मनाया जाने लगा है ।
2 वर्ष पूर्व,गणेश चौक ,खेड़ली फाटक निवासी लालाराम मंग्यानी (लाला किराने वाले) का आकस्मिक निधन हुआ था,उसी समय उनके भतीजे राजेंद्र और भागचंद ने चाचा लालाराम का नेत्रदान करवाया था । बेटे मूलचंद ने भी नेत्रदान की सरल प्रक्रिया को देखकर कहा था कि,मृत्यु के बाद नैत्रदान हो यह सुनिश्चित किया जाये।
आज बेटे मूलचंद के निधन कभी निधन हो गया, पुणे राजेंद्र और भागचंद ने परिवार की सभी लोगों को नेत्रदान के लिए प्रेरित किया और अंतिम संस्कार उसे ठीक पहले मूलचंद का नैत्रदान शाइन इंडिया के सहयोग से संपन्न हुआ ।
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