12 घंटे में सिंधी समाज की 2 महिलाओं के नैत्रदान संपन्न
कल शनिवार को बूंदी शहर में सिंधी समाज की दो महिलाओं का आकस्मिक निधन हुआ जिसके उपरांत ज्योति मित्र महेश चांदवानी और इदरिस बोहरा के सहयोग से नेत्रदान का पुनीत कार्य संपन्न हुआ ।
सिंधी समाज के सक्रिय सदस्य महेश चांदवानी को जैसे ही सूचना मिली कि,चैनराय जी का कटला निवासी महेश जैसानी की पत्नी रजनी जेसनी का आकस्मिक निधन हुआ है,उन्होंने तुरंत ही महेश और उनके परिवार के सदस्यों को रजनी के नेत्रदान करवाने के लिए समझाइश की ।
जैसानी परिवार धार्मिक कार्यों में आस्था रखने वाला रहा है, नेत्रदान के बारे में जानकारी मिलते हैं,उन्होंने तुरंत सहमति दी, उसके उपरांत कोटा से शाइन इंडिया फाउंडेशन की टीम के टेक्नीशियन उत्कर्ष मिश्रा,डॉ कुलवंत गौड़ और ज्योति मित्र इदरिस बोहरा ने नैत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न करवाया ।
इसी नेत्रदान के ठीक उपरांत पुनः बालचंद पाड़ा, पुराना रसाला,बूँदी निवासी ठारुमल विरानी की पत्नि भगवानी बाई के आकस्मिक निधन की सूचना भी महेश चांदवानी को मिली । पुनः महेश ने भगवानी के भाई किशन धनवानी को,भगवानी के नैत्रदान करवाने के लिये कहा,किशन की भी सिंधी समाज के सभी कार्यक्रमों में सहभागिता रहती है। इसलिए तुरंत ही सहमति बन गयी ।
कोटा से फिर शाइन इंडिया की टीम बूँदी के लिये रवाना हुयी । नैत्रदान की प्रक्रिया को घर के सभी सदस्यों ने देखा । अत्यंत सरल और रक्त विहिन प्रक्रिया को देखकर मौके पर उपस्थित 10 लोगों ने अपने नेत्रदान संकल्प पत्र भरने की इच्छा जताई ।
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