कोटा जिला वक़्फ़ कमेटी , ,बरकत उद्यान इबादत घर मामले में तो अपने हाथ खड़े कर चुकी है , खेर अल्लाह का घर है , अल्लाह ही बेहतर जानता है , अल्लाह जिससे चाहता है , काम ले लेता है , जिसे चाहता है , कामयाबी , जिसे चाहता है ,बर्बादी का सबब बना देता है , ,लेकिन कोटा वक़्फ़ कमेटी की सम्पत्ति , भंवर शाह तकिया , जो वर्तमान में जंगलीशाह बाबा परिसर के रूप में , महफ़िल खाने में गरीबों को , टोकन ,, साफ़ सफाई खर्च पर , देने के नियम ,, रिवायत होने के बावजूद भी , टेंट की ठेका प्रथा , शुरू कर , जो लाखों का खेल है , उसे रोकने के लिए , अब वक़्फ़ कमेटी के ही उपाध्यक्ष , सहित , कई सदस्य , कई पार्षद , आम लोग लामबंध हो गए हैं , वोह चाहते हैं , के यह टेंट ठेके के नाम आम लोगों से लूट का कारोबार बंद हो , ,इसलिए उन्होंने एक हस्ताक्षर अभियान चलाया है , और रोज़ मर्रा वोह इसे मोटिवेट कर ,, कोशिशों में जुटे हैं , के महफ़िल खाना जंगली शाह बाबा परिसर अब , व्यापरिक स्तर पर ना चले , टेंट वाले को ठेके पर देकर , लाखों का कारोबार ना करें , क्यूंकि , कर्मचारियों के खर्च का बोझ भी कम हुआ है , और अभी कर्मचारी और कम किये जा सकते हैं , ऐसे में , आम लोगों को , ज़रूरतमंदों को , अपनी बेटी , बेटे के शादी ब्याह के लिए , दो तीन हज़ार रूपये में , उक्त महफ़िल खाना मिले , और , बिजली अलग से ली जाए , जबकि , टेंट वोह चाहें तो मर्ज़ी लगवाए , नहीं तो नहीं लगवाए , वोह टेंट किसी से भी लाकर लगवाएं यह उनकी स्वतंत्रता होना ही चाहिए , इस मामले में , लगभग वक़्फ़ कमेटी के लोग भी सहमत से नज़र आ रहे हैं , सुना है , के 30 सितम्बर तक , इस महफ़िल खाने में टेंट वाले के कारोबार का ठेका है , और 30 सितम्बर भी आ ही गई , ऐसे में आंदोलनकारियों को भी , 30 सितम्बर तक इन्तिज़ार करना ही चाहिए , इसके बाद , वक़्फ़ कमेटी की बैठक में फैसला लेकर, इस कारोबार को , कल्याणकारी व्यवस्था के तहत ,गरीबों , ज़रूरतमंदों , आम लोगों के लिए ,. टोकन फीस पर देकर , किराये पर लेने वाला चाहे जिससे टेंट का काम करवाए इसकी छूट उसे मिलना ही चाहिए , ,, अगर ऐसा नहीं हो , तो आंदोलकारियों को इस मामले में फिर वक़्त निकलने के बाद, अपना काम करना ही चाहिए , ,वैसे भी , ,वक़्फ़ बोर्ड , इस मामले में कोटा के लोगों के साथ विश्वासघात करता रहा है , कोटा जंगली शाह बाबा परिसर , भंवर शाह तकिया की कमेटी नासिर नक़वी के वक़्त अलग से बनाई गई थी , तब से यह कमेटी पृथक ही चल रही थी , लेकिन कुछ कारोबारियों ने ,, इसे जिला वक़्फ़ कमेटी में ही मर्ज करवाने के उद्देश्य से , इसे अभी तक बनने नहीं दी है , जबकि ,वक़्फ़ कमेटी का ऑफिस जो , चंबल गार्डन के सामने चलता रहा था , उसे यहां शिफ्ट कर, जंगलीशाह बाबा सम्पत्ति को , कार्यालय के नाम पर हेल्ड अप कर लिया है , इसलिए यह कमेटी पहले की तरह अलग से , भंवर शाह तकीया के नाम से , गठित होना ही चाहिए , , इसका कंट्रीब्यूशन भी जाता रहा हैं , इसका सदर वक़्फ़ चुनाव में वोटर भी रहा हैं ,, ,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 सितंबर 2023
कोटा जिला वक़्फ़ कमेटी , ,बरकत उद्यान इबादत घर मामले में तो अपने हाथ खड़े कर चुकी है , खेर अल्लाह का घर है , अल्लाह ही बेहतर जानता है , अल्लाह जिससे चाहता है
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