1. परिवार में परंपरा बन रहा है नेत्रदान
2. 2 दिन में 2 पुण्यात्माओं के नेत्रदान संपन्न
वर्ष
2011 में इंद्रा विहार निवासी रमेश चंद भार्गव का आकस्मिक निधन हुआ था, उस
समय पत्नी सरोज भार्गव,और बेटे आलोक ने स्व-प्रेरणा से उनका नेत्रदान
संपन्न कराया था ।
बुधवार
को नेत्रदानी रमेश की पत्नि सरोज भार्गव की आकस्मिक मृत्यु के उपरांत
नैत्रदान की परंपरा को बनाते उनके बेटे आलोक भार्गव,ने अपनी माताजी के
नेत्रदान शाइन इंडिया के सहयोग से सम्पन्न कराये ।
आज
गुरुवार को स्वामी विवेकानंद निवासी,मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव सौरभ भटनागर के
आकस्मिक निधन के उपरांत,मकान मालिक दीपेश गर्ग की प्रेरणा पर,सौरभ की
पत्नि मीनाक्षी की सहमति से नैत्रदान का पुनीत कार्य क़रीबी रिश्तेदारों
पुनीत भटनागर, शुभम सक्सेना,अजय जौहरी के बीच शाइन इंडिया के सहयोग से
सम्पन्न हुआ।
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