2 घंटे तक जाम में फँसे,पर लेकर आये नेत्रदान
2. कोटा से आयी टीम में रात 2 बज़े लिया,भवानी मंडी में लिया नैत्रदान
भवानी
मंडी क्षेत्र में नेत्रदान के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ती जा रही है ।
यह भी सत्य है कि नेत्रदान परिवार में शोक को कम करता है, इसलिए जब भी कभी
इस तरह की कोई मृत्यु की सूचना आती है,शाइन इंडिया के ज्योति मित्र तुरंत
ही परिवार के सदस्यों से नेत्रदान करवाने का आग्रह करते हैं ।
इसी
तरह का एक नेत्रदान,भवानीमंडी निवासी मेड़तवाल समाज की महिला श्रीमती
कलाबाई (धर्मपत्नी स्वर्गीय श्री रामकिशनजी गुप्ता सेव वाला) की मृत्यु के
पश्चात माताजी की पुत्रवधू निर्मला गुप्ता के द्वारा स्वयं पहल करके करवाया
गया।
पुत्रवधू निर्मलाजी
गुप्ता ने लोक अभियोजक लोकेश गुप्ता की प्रेरणा से अपनी सासु मां का
नेत्रदान करवाने की इच्छा प्रकट की,नैत्रदान के प्रति सभी की सहमति होने
पर, सूचना देने पर शाइन इंडिया फाउंडेशन के डॉ कुलवंत गौड़ ने रात्रि को 3
बजे कार से भवानीमंडी पहुंचकर कॉर्निया प्राप्त किया।
रात्रि
को 3 बजे भी परिवार के सभी सदस्य महिलाएं, बच्चे उपस्थित थे एवं नेत्रदान
में सहयोग कर रहे थे, घर पर उपस्थित सभी परिवार सदस्यों के सामने नेत्रदान
संपन्न हुआ।
जिस समय डॉ
कुलवंत को सूचना दी गई रात्रि के 11 बजे चुके थे एवं सूचना प्राप्त होते
टीम कोटा से कार द्वारा रवाना हो चुकी थी परंतु रास्ते में दरा में किसी
ट्रक के पलटी खाने के कारण भारी जाम की स्थिति में नेत्र उत्तसरण टीम दो
घंटे रात्रि में नेत्रदान टीम जाम में फंसी रही, अंततः रात्रि 3 बजे
भवानीमंडी पहुंचकर नेत्रदान प्राप्त किया।
शाइन
इंडिया के डॉ कुलवंत गौड़ ने बताया कि, सारी प्रक्रिया पूरी करके कोटा
पहुँचने में सुबह के 6 बज़ गये । यह भवानीमंडी क्षेत्र से प्राप्त 85 वाँ
नेत्रदान है, एवं इस वर्ष का यह भवानीमंडी से दसवां नेत्रदान प्राप्त हुआ
है। वही समाज के स्तर पर इस वर्ष में अभी तक रिकॉर्ड 11 नेत्रदान प्राप्त
हो चुके हैं, इसमें तीन नेत्रदान भवानीमंडी से प्राप्त हुए हैं।
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