अब रामगंज मंडी में बढ़ रहा है नेत्रदान का कारवां
2. रामगंजमंडी में एक माह में पाँचवां नेत्रदान
रामगंजमंडी
शहर में नेत्रदान के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ती जा रही है जिससे 30
दिनों में यह शहर का छठा नेत्रदान है । शहर में अभी तक 33 पुण्यात्माओं के
नेत्रदान शाइन इंडिया फाउंडेशन और भारत विकास परिषद के सहयोग से सम्पन्न हो
चुके हैं ।
मंगलवार देर
रात को पंजाबी गली, रामगंजमंडी निवासी, निर्मल जैन का हृदयाघात से आकस्मिक
निधन हो गया, निर्मल जी का चेचट में कपड़ों का व्यवसाय था, उनके हँसमुख और
विनम्र स्वभाव के कारण,ना सिर्फ रामगंजमंडी बल्कि चेचट में भी जब निर्मल जी
के निधन की खबर लगी तो सभी को बड़ा आघात हुआ । संस्था शाइन इंडिया
फाउंडेशन के ज्योति मित्र संजय विजावत और दिनेश डबकरा, निर्मल जी के बेटे
अंशुल को नेत्रदान करवाने के लिए समझाइश की ।
अंशुल
अपने पिताजी के सामाजिक कार्यों से प्रेरित था, ज्योति मित्रों की समझाइश
के उपरांत उसने तुरंत ही पिताजी के नेत्रदान करवाने के लिए सहमति दे
दी,जिसके बाद सुबह जल्दी ही कोटा से बीबीजे चैप्टर के कॉर्डिनेटर डॉ कुलवंत
गौड़,ने रामगंजमंडी पहुंचकर नेत्रदान की प्रक्रिया को पूरा किया।
ज्योति
मित्र संजय विजावत ने बताया कि, शहर में लोग अब स्वप्रेरणा से अपने दिवंगत
परिजनों के नेत्रदान करवाने के लिये,आ रहे हैं । जल्दी ही शहर में
नेत्रदान जागरूकता के कार्यक्रमों को आयोजित किया जाएगा,जिससे शहर में
नेत्रदान का प्रतिशत बढ़े ।
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