आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

25 फ़रवरी 2023

मोशन के सीईओ नितिन विजय ने

 

मोशन के सीईओ नितिन विजय ने
आइडियाज ऑफ इंडिया समिट में बताया
कोटा आने वाले 95 फीसदी बच्चे जीवन में क्यों होते हैं सफल
कोटा।मोशन एजुकेशन के फाउंडर और सीईओ नितिन विजय ने कहा कि कोटा यूं ही कोटा नहीं बना है। यहां शिक्षा के लिए ऐसा इको सिस्टम हैं कि कोटा के 95 फीसदी बच्चे जीवन सफल होते हैं।
वे एबीपी नेटवर्क की ओर से मुंबई के ग्रैंड हयात होटल में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम 'आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2023' के दूसरे दिन 25 फरवरी को संबोधित कर रहे थे। मशहूर लेखक चेतन भगत ने नितिन विजय से कोटा कोचिंग से जुड़े कई सवाल किए, जिनके उन्होंने पूरे मनोयोग से जवाब दिए।
एबीपी के मंच पर नितिन विजय ने कहा, "कोटा बच्चों को 14 से 15 घंटे रोजाना अनुशासन के साथ पढ़ना सिखाता है। इसलिए कोटा से निकले 95 फीसदी बच्चे जीवन में सफल होते हैं। जीवन में सफलता जिद, जुनून और संघर्ष से आती है। संघर्ष दुख से अलग होता है। संघर्ष एक यात्रा है। जीवन में संघर्ष से प्रेम करना सीखना चाहिए। बच्चे को समझाना चाहिए कि हमें सेलेक्शन की तरफ ही नहीं भागना चाहिए। हमें सीखने पर अधिक ध्यान देना चाहिए।"
"मैं कोटा से पढ़ा लिखा हूं। टॉपर में से टॉपर तो हर कोई निकाल लेता है। मेरा कहना है कि हमें एवरेज छात्र में से भी एक कामयाब छात्र निकालना चाहिए। आईआईटी फर्स्ट ईयर से ही मैंने सोच लिया था कि मुझे शिक्षक बनना है। एक समय आया जब 2000 बच्चे मेरे घर के बाहर खड़े हो गए, कहने लगे कि मुझसे ही पढ़ेंगे। फिर मैंने उनसे कहा फीस भी आप ही डिसाइड कर लीजिए। आज हमसे 30 हजार बच्चे पढ़ते हैं। 15 हजार कोटा में पढ़ते हैं। उनके लिए हमारी ढाई हजार लोगों की टीम है। "
इस दौरान मोशन एजुकेशन की डायरेक्टर डॉ. स्वाति विजय भी उनके साथ थीं।
गौरतलब है कि समिट 'नया इंडिया: लुकिंग इनवर्ड, रीचिंग आउटट' की थीम पर था। इसमें अलग-अलग क्षेत्रों के महारथियों ने बीते 75 साल में भारत के सफर के बारे में बात की। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति, अभिनेत्री आशा पारेख, कृति सेनन, यामी गौतम, नंदितादास, अभिनेता आयुष्मान खुराना, मीरा नायर, लिज ट्रस, लेखक जावेद अख्तर अमिताव घोष, देवदत्त पटनायक, ओला कैब्स के मालिक भाविश अग्रवाल, दृष्टि के विकास दिव्यकीर्ति, साइकोलॉजिस्ट आशीष नंदी जैसी हस्तियां ने भी विचार रखे। इससे पहले पहले 'आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2022' में भारत को प्रगति की राह पर ले जाने वाले विचारों को साझा करने के लिए भारतीय बुद्धिजीवी एक मंच पर जुटे थे। एबीपी नेटवर्क की यह समिट ऐसे समय पर में हुआ है, जब दुनिया भू-राजनीतिक तनाव से गुजर रही है। वहीं भारत में अगले साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने जा रहा है। ऐसे वक्त में 'नया इंडिया: लुकिंग इनवर्ड, रीचिंग आउट' विषय पर बिजनेस आइकन, सांस्कृतिक राजदूत और राजनेता को विचार साझा करते देखना एक अलग अनुभव रहा।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...