रेरित किया तो सम्पन्न हुआ नैत्रदान
2. स्वर्ण-रजत व्यवसायी का सम्पन्न हुआ नेत्रदान
कल
देर रात,अग्रसेन बाज़ार,रामपुरा निवासी कन्हैया लाल जैन,स्वर्ण-रजत
व्यवसायी का आकस्मिक निधन हुआ, जिसके उपरांत भतीजे संजय जैन की प्रेरणा पर
बेटे दिनेश,मनोज और बेटी निशा ने अपने पिताजी के नेत्रदान के लिए सहमति दी ।
सरल
विनम्र और मधुर व्यवहार के कन्हैया लाल जी काफी धार्मिक विचारों वाले
व्यक्ति थे, जरूरतमंद की मदद करना प्रारंभ से ही उनके स्वभाव में था । संजय
जी ने बताया कि जैसे ही उन्होंने परिजनों से पिताजी के नेत्रदान के बारे
में बात की तो जागरूक परिवार होने के कारण सभी ने तुरंत ही अपनी सहमति दे
दी जिसके उपरांत देर रात संस्था सदस्यों के सहयोग से नेत्रदान का पुनीत
कार्य संपन्न हुआ ।
ज्ञात हो कि ज्योति-मित्र संजय जी के परिवार से पूर्व में भी दो पुण्यात्माओं के नेत्रदान संपन्न हुए हैं ।
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