देश , समाज , और , शिक्षा , सद्भावना , मज़हबी एकता के लिए कोटा में कार्यरत मीणा समाज से जुड़े सभी लोगों को सलाम , सेल्यूट , ,जी हाँ दोस्तों ,, मीणा समाज से जुड़े लोगों ने आपसी सामाजिक विवादों को ताक में रखकर , राजस्थान का पहला आदिवासी विश्वविद्यालय कोटा में जय निमेष यूनिवर्सिटी के रूप में दिया है , तो , इनके धार्मिक स्थलों में चाहे वोह मत्स्य भगवान जी का मंदिर हो या कोई और , सभी को ,इन्होने व्यवस्थित कर ,क़ानून के दायरे में बिना किसी सरकारी विवाद के लोगों की सुविधाओं के लिए बनाने का निर्विवाद विज़न तय्यार किया है , यक़ीनन , आपसी सर फुटव्वल कर , तेरी मेरी टांग खिंचाई कर , अपने अपने समाजों , चाहे वोह हिन्दू हों ,चाहे वोह मुस्लिम हों , सभी को , कोटा में नगर विकास न्यास के सलाहकार आर डी मीणा से , ट्यूशन लेकर , अपने समाज की शैक्षणिक , सामाजिक , धार्मिक , व्यवस्थाएं कैसे हों , निर्विवाद तरीके से , कैसे आगे बढ़कर , खुद को दूसरों के समाज के साथ साबित करते हुए , राष्ट्रिय एकता अखंडता का काम करने में कामयाबी हांसिल हो , सीखना चाहिए , ,सभी समाज के लोग , कोशिश तो करते हैं , लेकिन उनमे एकता नहीं है , इच्छा शक्ति नहीं है , तेरी मेरी है , अगर यह नहीं भी है , तो उस समाज के पास , आर डी मीणा नहीं है , यही वजह है , के समाजों के विवाद अटके पढ़े हैं , शैक्षणिक व्यवस्था के नाम पर , सस्ते प्लाट लेकर, उनमे ,कमाई का ज़रिया बनाकर ,, शादी , ब्याहों का काम करवाया जा रहा है , ,सरकारी स्तर पर , सरकारी कार्यालयों में उनके समाज के उत्थान संबंधित कई पत्रावलियां अटकी पढ़ी हैं , तो धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार के वाद विवाद , अनावश्यक उलझे हुए है , प्रशासन भी उनका सहयोग नहीं कर रहा है , वोह इसी आरोपों से कुंठित होकर , उलझे हुए है ,, लेकिन आर डी मीणा के नेतृत्व में , कोटा में नगर विकास न्यास के ज़रिये , जो काम चल रहे है , वोह तो विकास विज़न के महापुरुष , कहो , या फिर महा योद्धा कहो , शांति कुमार धारीवाल साहब के नेतृत्व में ,, कोटा के लोग , देश , विदश के लोग , रोज़ देख रहे हैं , पढ़ रहे है , लेकिन सामाजिक , राष्ट्रिय , सियासी , ज़िम्मेदारियों के साथ , अपने समाज के प्रति समर्पण , अपने समाज के प्रति ज़िम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन भी , एक बढ़ा कामयाब प्रयास , सिर्फ और सिर्फ , आर डी मीणा ने करके दिखाया है , कोटा में ,राजस्थान का पहला आदिवासी विश्विद्यालय , जय निमेष आदिवासी यूनिवर्सिटी , समाज को एक तोहफा है , आर डी मीणा की कोशिशों का नतीजा है , बच्चों की कोचिंग सुविधा हो , समाज के बच्चों की शैक्षणिक सुविधा हो , हॉस्टल सुविधा हो , समन्वय स्थापित करने के कार्यक्रम हों , स्वरोज़गार , रोज़गार कार्य्रक्रम हों , धार्मिक मामले हो , आस्थाओं के मामले हों , सभी में मीणा समाज अव्वल नज़र आ रहा है , बिना किसी वाद विवाद के , नेशनल हाइवे , झालावाड़ रोड , तलवंडी एयरपोर्ट से सटवां , आस्थाओं का प्रतीक , श्री मत्स्य भगवान का मंदिर , का जीर्णोद्धार कार्य , निर्विवाद तरीके से , मंदिर समिति से जुड़े लोगों द्वारा सभी को विश्वास में लेकर, लगभग क़ानूनी दायरे में , लोगों की सुखसुविधाओं , मंदिर परिसर विस्तार व्यवस्थाओं के तहत चल रहा है , ना कोई प्रशासन की अड़चन , ना कोई , स्वीकृति के नाम पर , परेशानियां सब कुछ , ज़िम्मेदारी के साथ , बिना किसी व्यक्ति को तकलीफ पहुंचाए , चुप मुंह , यह परिसर जीर्णोद्धार कार्य , हाइवे मेन रोड पर , एयररपोर्ट के सटवां , तलवंडी के नज़दीक होने पर भी , लगभग पूर्ण निर्माण , जीर्णोद्धार की तरफ है , , यह किसी एक व्यक्ति की कोशिश से सम्भव नहीं , इसके लिए विल पावर और ईमानदारी चाहिए , समाज के प्रति समर्पण और , एक दूसरे के लिए मदद का जज़्बा , चाहे , दूसरे समाजों को भी साथ लेकर , चलने की कामयाब कोशिश के साथ ,,, प्रशासनिक समझ , प्रशासन से समन्वय होना चाहिए , वर्ना आज के इस अड़ंगेबाजी के युग में , स्वीकृति , क़ानून , वाद विवाद के नाम पर , चाहे शैक्षणिक कार्य हो , चाहे , धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार कार्य हों , विवादित कर ,रोकने का इतिहास बन गया है , लेकिन विज्ञानगर झालावाड़ रोड में तलवंडी एयरपोर्ट से सटा हुआ ,,, यह श्री मत्स्य भगवान का मंदिर ,, मंदिर समिति से जुड़े लोगों ने , ख़ामोशी से , बिना किसी को तकलीफ पहुंचाए , मार्ग को अवरुद्ध किये बगैर ,, प्रशासन को , धार्मिक निर्माण अधिनियम मामले में विश्वास में लेकर , मंदिर परिसर को , सुविधायुक्त बनाने का कार्य करके दिखाया है , जो मज़बूती के साथ , पानी के बहाव की समस्या होने अपर भी , पूरी ईमानदारी से , ज़िम्मेदारी से कामयाबी के साथ किया जा रहा है , यक़ीनन , मदिर समिति भी इस निर्विवाद कार्य के लिए , बधाई की पात्र है , और ऐसे लोगों से दूसरे समाज के लोगों को ट्यूशन लेकर , कैसे निर्विवाद तरीके से अपने अपने समाजों के काम धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार के काम ,, शैक्षणिक संस्थाओं , विश्वविद्यालय बनाने , अपने समाज के लोगों को , सरकारी नौकरियों में ज़िम्मेदार पद पर नियुक्त करने के लिए कोचिंग व्यवस्था सहित अन्य सभी टिप्स लेकर ,अपने समाज को भी , राष्ट्रिय एकता , सद्भावना , के साथ , बिना किसी विवाद, दूसरे को दुःख तकलीफ पहुंचाए बगैर अपने काम करवाने में कामयाबी हांसिल करने के प्रयास करना चाहियें , एक बार फिर , बधाई , मुबारकबाद , ,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
25 फ़रवरी 2023
देश , समाज , और , शिक्षा , सद्भावना , मज़हबी एकता के लिए कोटा में कार्यरत मीणा समाज से जुड़े सभी लोगों को सलाम , सेल्यूट
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