हमारे देश की सीमाओं को सुरक्षित करने वाले हिमालय पर्वत की तरफ बसने वाला भारत , हमारे देश का सिरमौर , देश का सरताज , देश का ताज है , और यही ताज , देश को कभी झुकने नहीं देता , उत्तर भारत यानि कश्मीर , लद्दाक , हिमाचल प्रदेश , पंजाब , हरियाणा , दिल्ली ,चंडीगढ़ , जहाँ प्यार बस्ता है , गंगा जमुना तहज़ीब बस्ती है , जहां धरती का स्वर्ग कश्मीर है , तो देश की राजधानी दिल्ली है , जबकि एशिया के खूबसूरत शहरों में से एक शहर चंडीगढ़ , जो पंजाब और हरियाणा दो अलग अलग राज्यों की अकेली राजधानी है , ,निश्चित तोर पर , विख्यात पर्यटन लेखक , डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल , का विश्वस्तरीय लेखन के ज़रिये , उत्तरी भारत की खासियतों को ,, विश्व के पर्यटकों तक पहुंचाकर , मार्गदर्शिका का जो प्रयास है , उस प्रयास में ,उत्तर भारत , यक़ीनन , विश्वस्तरीय पर्यटन , ,रिसर्च कार्यों के लिए , विविध एकता वाला भारत है , यहां सीमाओं को सुरक्षित करता , अडीग खड़ा , हिमालय पर्वत है , तो गंगोत्री की धाराएं , यहीं से निकल देश भर को , धार्मिक आस्थाओं के साथ साथ , खूबसूरत , खुशहाल बना रही हैं , ,यह उत्तरी भारत क्षेत्र , ऋषियों , मुनियों की तपो भूमि है , शूरवीरों , स्वाभिमन्युयों , बलिदानियों ,, की त्याग , और शौर्य गाथाओं से , यहां की वादियां गूंजती हैं , यहां श्रीकृष्ण की बाल लीलाएं और भगवान राम की गाथाओं की सुवासित भूमि है , गगन चुम्बी पर्वत है , तो यहां हिन्दू ,, मुस्लिम ,सिक्ख , ईसाई , बौद्ध ,, जैन संस्कृति के ऐतिहासिक अनूठे क़ौमी एकता के संगम स्थल मौजूद है , यहां हज़रत बल , जहाँ इस्लाम के पैगम्बर , हुज़ूर स अ व प्रोफेट मोहम्मद साहब के पवित्र बाल ,, की ऐतिहासिक दरगाह , हज़रत बल है , तो चंडीगढ़ के गुरूद्वारे , राजधानी दिल्ली के भव्य हनुमान और कृष्ण मंदिर है , तो विश्व की सबसे बढ़ी पंचायत , लोकसभा , राज्य सभा दिल्ली में हैं , यहां लाल क़िला, क़ुतुब मीनार , है , तो भारत की राजधानी है ,, हिमालय पर्वत की अगर हम बात करें तो खुद , कवि कालिदास हिमालय पर्वत को , पर्वत राज कहकर इसे पृथ्वी का मानदंड घोषित करते है , ,यहां शिवालिक श्रंखलाएं है , तो यहां विश्व का सर्वोच्च शिखर माउन्ट एवरेस्ट है , यहां विश्व का दूसरा सबसे बढ़ा हिमनद सियाचिन हिमनद ,है ,, ऋषियों ,, मुनियों की तपो भूमि रही है , भूगोलवेत्ता कहते है , के ,, हिमालय के यहां पूर्व में एक सागर था जिसके सिकुड़ने से हिमालय पर्वत बना और हिमाचल प्रदेश भी इसी तरह से बना है , ,यह ऐतिहासिक महत्व की बात है , ,के टेथिस सागर जहाँ रहा हो , वहां अब एक पर्वत है , एक पूरा प्रदेश बसा हुआ है ,, जम्मू कश्मीर में माँ वैष्णो देवी का मंदिर है तो अमरनाथ की गुफाएं आस्था से जुडी हैं , यहां झीलें है , तो मनोरम दृश्यों के कारण , इस क्षेत्र को धरती के स्वर्ग के रूप में भी जाना जाता रहा है , , लद्दाक में बौद्धों का सबसे बढ़ा धर्म स्थान है , कश्मीर और लद्दाक हमेशा पाकिस्तानी और चीनी सीमा से जुड़े होने के कारण , भारत के लिए एक चुनौती बने रहे है , लेकिन भारत की सैनिक ताक़तों के आगे , चाहे चीन हो , चाहे पाकिस्तान हो , घुटने टेककर भारत के आगे नतमस्तक है , , पंजाब जहाँ सिक्खों के दसवें गुरु गोविन्द सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की , देश की आज़ादी , स्वाभिमान के लिए , मुगलों के आगे घुटने नहीं टेके और अपने परिवार को , बलिदान कर दिया , ,यहां सिक्खों का स्वर्ण मंदिर है , तो हरमिंदर साहिब गुरुद्वारा है , , पंजाब के गुरुद्वारों की संस्र्कति से , भूखों को खाना खिलाने की परम्परा विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है , , चौबीस घंटे गुरुद्वारों में लंगर , अपने आप में एक इतिहास है , पंजाब में मंत्री ,हो संतरी हो , गरीब हो अमीर हो , सभी कार सेवा के रूप में ,, गुरुद्वारे में इबादत भी करते है , और गरीबों की सेवा भी करते है , झूंठे बर्तन भी धोते है , जूतों की पोलिश भी करते है , लाखों लोगों को एक साथ यांत्रिक प्रणाली से , भोजन कराने का अनुकरणीय इतिहास रखते है , यहां खेती लहलहाती है , नदिया गीत गाती हैं ,, हरियाणा ,, जो धार्मिक रूप से ऐतिहासिक महत्व वाला राज्य है , , ग्रंथों में वर्णन
कुछ प्राचीन हिंदू ग्रंथों के अनुसार, कुरुक्षेत्र की सीमायें, मोटे तौर पर हरियाणा राज्य की सीमायें हैं। तैत्रीय अरण्यक ५.१.१ के अनुसार, कुरुक्षेत्र क्षेत्र, तुर्घना (श्रुघना / सुघ सरहिन्द, पंजाब में) के दक्षिण में, खांडव (दिल्ली और मेवात क्षेत्र) के उत्तर में, मारू (रेगिस्तान) के पूर्व में और पारिन के पश्चिम में है। भारत के महाकाव्य महाभारतमे हरियाणा का उल्लेख बहुधान्यकऔर बहुधनके रूप में किया गया है। महाभारत में वर्णित हरियाणा के कुछ स्थान आज के आधुनिक शहरों जैसे, प्रिथुदक (पेहोवा), तिलप्रस्थ (तिल्पुट), पानप्रस्थ (पानीपत) और सोनप्रस्थ (सोनीपत) में विकसित हो गये हैं। गुड़गाँव का अर्थ गुरु के ग्राम यानि गुरु द्रोणाचार्य के गाँव से है। कौरवों और पांडवों के बीच हुआ महाभारत का प्रसिद्ध युद्ध कुरुक्षेत्र नगर के निकट हुआ था। कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश यहीं पर दिया था। इसके बाद अठारह दिन तक हस्तिनापुर के सिंहासन का अधिकारी तय करने के लिये कुरुक्षेत्र के मैदानी इलाकों में पूरे भारत से आयी सेनाओं के मध्य भीषण संघर्ष हुआ। जनश्रुति के अनुसार महाराजा अग्रसेन् ने अग्रोहा जो आज के हिसार के निकट स्थित है, में एक व्यापारियों के समृद्ध नगर की स्थापना की थी। किवंदती है कि जो भी व्यक्ति यहाँ बसना चाहता था उसे एक ईंट और रुपया शहर के सभी एक लाख नागरिकों द्वारा दिया जाता था, इससे उस व्यक्ति के पास घर बनाने के लिये पर्याप्त ईंटें और व्यापार शुरू करने के लिए पर्याप्त धन होता था,,, चंडीगढ़ की तो बात ही कुछ और है , विश्व का सबसे खूबसूरत शहर , दो राज्यों की अकेली राजधानी ,, केंद्र शासित प्रदेश , ,है ,, इस शहर का नामकरण दुर्गा के एक रूप ‘चंडिका’ के कारण हुआ है और चंडी का मंदिर आज भी इस शहर की धार्मिक पहचान है,,, दिल्ली केवल भारत की राजधानी ही नहीं अपितु यह एक पर्यटन का मुख्य केन्द्र भी है। राजधानी होने के कारण भारत सरकार के अनेक कार्यालय, राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, केन्द्रीय सचिवालय आदि अनेक आधुनिक स्थापत्य के नमूने तो यहाँ देखे ही जा सकते हैं; प्राचीन नगर होने के कारण इसका ऐतिहासिक महत्त्व भी है। पुरातात्विक दृष्टि से पुराना किला, सफदरजंग का मकबरा, जंतर मंतर, क़ुतुब मीनार और लौह स्तंभ जैसे अनेक विश्व प्रसिद्ध निर्माण यहाँ पर आकर्षण का केन्द्र समझे जाते हैं। एक ओर हुमायूँ का मकबरा, लाल किला जैसे विश्व धरोहर मुगल शैली की तथा पुराना किला, सफदरजंग का मकबरा, लोधी मकबरे परिसर आदि ऐतिहासिक राजसी इमारत यहाँ है तो दूसरी ओर निज़ामुद्दीन औलिया की पारलौकिक दरगाह भी। लगभग सभी धर्मों के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल यहाँ हैं जैसे बिरला मंदिर, आद्या कात्यायिनी शक्तिपीठ, बंगला साहब गुरुद्वारा, बहाई मंदिर, अक्षर धाम मंदिर, और जामा मस्जिद देश के शहीदों का स्मारक इंडिया गेट, राजपथ पर इसी शहर में निर्मित किया गया है। भारत के प्रधान मंत्रियों की समाधियाँ हैं, जंतर मंतर है, लाल किला है साथ ही अनेक प्रकार के संग्रहालय और अनेक बाज़ार हैं, जैसे कनॉट प्लेस, चाँदनी चौक और बहुत से रमणीक उद्यान भी हैं, जैसे मुगल उद्यान, गार्डन ऑफ फाइव सेंसिस, तालकटोरा गार्डन, लोदी गार्डन, चिड़ियाघर, आदि, जो दिल्ली घूमने आने वालों का दिल लुभा लेते हैं दिल्ली देश की राजधानी भी है , केंद्र शासित प्रदेश भी है , यहां लोकसभा , राज्य सभा सुप्रीमकोर्ट के साथ साथ , सभी केंद्र सरकार के मुख्यालय स्थापित है , , दिल्ली कहने को तो देश की , राजधानी है , एक स्वतंत्र लोकतान्त्रिक राज्य है , लेकिन केंद्र शासित है , यहां , मुख्यमंत्री , विधायक निर्वाचित तो होते है , लेकिन वोह पुलिस के एक सिपाही का ट्रांसफर करने , उसके खिलाफ कोई कार्यवाही करने का अधिकार भी नहीं रखते है , यह विरोधाभास जो , दिल्ली , भारत की राजधानी दिल्ली है , लेकिन इस राजधानी दिल्ली के , मुख़्यमंत्री के लोकतान्त्रिक तरीके से हाथ बंधे हुए है , यह स्वतंत्र राज्यों की तरह स्वतंत्र नहीं है , इस तरह से उत्तर भारत , विविधताओं में एकता , पर्यटन स्थलों के खूबसूरत दर्शनीय स्थल , धार्मिक स्थलों का एक अनूठा संगम है , जो यक़ीनन , भारत का शीर्ष , है ,, सिरमौर है , भारत का ताज है ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
12 फ़रवरी 2023
हमारे देश की सीमाओं को सुरक्षित करने वाले हिमालय पर्वत की तरफ बसने वाला भारत , हमारे देश का सिरमौर , देश का सरताज
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)