नेत्रदान संकल्पित पिता का संपन्न कराया नेत्रदान
घर
में चौकी की घड़ी हो और बच्चों को ऐसे समय में यह याद रह जाये की, उनके
पिताजी ने नेत्रदान का संकल्प किया था,यह बहुत ही बड़ी जागरूकता की बात है ।
नेत्रदान
के प्रति ऐसी जागरूकता का एक उदाहरण आज देखने को मिला,जब सेवानिवृत्त
बिजली विभाग, रेतवाली, कैथूनीपोल निवासी श्री मधु कुमार शर्मा (74 वर्ष) का
आकस्मिक निधन हुआ । पिता का हाथ सिर पर से उठ जाना, काफी शोक की घटना है,
पर दुखः को भूल,उनके नेत्रदान करवाना ,ऐसा बहुत मुश्किल से ही किसी को याद
रहता हैं।
2 वर्ष पूर्व
कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर मधु कुमार जी ने अपनी पत्नी रक्षा,बेटे
प्रदीप,बहू काजल, बेटीयों आशा,निशा के साथ पूरे परिवार सहित शाइन इंडिया
फाउंडेशन का नेत्रदान संकल्प पत्र भरा था।
बेटे
प्रदीप ने शोक की घड़ी में तुरंत ही शाइन इंडिया के डॉ कुलवंत गौड़ को
संपर्क किया ,आधे घंटे में संस्था के सहयोगी टेक्नीशियन के साथ नेत्रदान का
पुनीत कार्य निवास स्थान पर संपन्न हुआ ।
बेटे
प्रदीप ने नेत्रदान की प्रक्रिया के दौरान संस्था सदस्यों को पुनः आश्वासन
दिलाया कि,हमारे परिवार में नेत्रदान अब एक परंपरा की तरह ही मनाया जाएगा
।
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