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05 अक्तूबर 2022

राजस्थान में अशोक गहलोत ही रहेंगे, , मंत्रियों को नोटिस ड्राप होंगे , सचिन पायलेट भी कंधे से कंधा मिलाकर , अशोक गहलोत के साथ , अशोक गहलोत भी , कंधे से कंधा मिलाकर , सचिन पायलेट के साथ ,

 राजस्थान में अशोक गहलोत ही रहेंगे, , मंत्रियों को नोटिस ड्राप होंगे , सचिन पायलेट भी कंधे से कंधा मिलाकर , अशोक गहलोत के साथ , अशोक गहलोत भी , कंधे से कंधा मिलाकर , सचिन पायलेट के साथ ,  यह मिडिया का फैलाया रायता,  हाईकमान के इर्द गिर्द , इक्का दुक्का फूल छापों की पोल खुलने के बाद , अब खत्म होगा, और राजस्थान में कांग्रेस , का ,नारा  कहो दिल से , भारत में , राहुल गांधी के नेतृत्व , सोनिया गांधी के संरक्षण में , कांग्रेस एक बार फिर से , ,
भला कोई अध्यक्ष अपनी ही पार्टी की  सरकारें गिरा सकता , है , अपने ही घर को खुद जला सकता है, मुमकिन ही नहीं, फिर वोह शख्स जिसने देश के लिए  अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया हो, उसके लिए तो ऐसा सोचना भी अपराध है, फिर कांग्रेस में बैठे कुछ फूल छाप ,कुछ भीतरघाती  मिडिया के साथ साज़िशों में शामिल होकर, ऐसा करने में लगे है, जो हर मोर्चे पर विफल होकर, अब बौखलाकर नए षडयंत्रो में लगे हैं ,,
यक़ीनन राजस्थान में कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा ,, मिडिया की संयुक्त साज़िशों के खिलाफ ,, राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री , अशोक गहलोत , ओरिजनल कोंग्रेसियों ने,  जंग जीत ली है, अब यह लोग हारने के बाद , निश्चित तोर पर,  ई डी , सी बी आई , इनकम टेक्स , वगेरा का खुलकर, दुरूपयोग  करेंगे, जबकि , कांग्रेस हाईकमान को , राजस्थान का विकास विरोधी चेहरा ,, बनाकर पेश करने की साज़िशें  करेंगे,, जी हाँ दोस्तों , भाजपा ,, कांग्रेस मुक्त भारत का , नारा देती रही हैं , उसे सार्थक  करने के लिए भाजपा ने , कांग्रेस की चुनी हुई सरकारों को , खरीद कर ,गिराने की साज़िशें रची हैं , वोह कामयाब हुई है , राजस्थान में भी भाजपा ने ,, कांग्रेस में ही छुपे भाजपा के दलालों के दम पर,, ऑपरेशन लॉट्स चलाया था , लेकिन वोह , अशोक गहलोत की ताक़त , उनके 102 कटटर कोंग्रेसी विधायकों और समर्थक निर्दलीय , सहित दूसरे दलों के 17 अतिरिक्त सदस्यों ने , फेल कर दिया , बस तब से ही भाजपा और , कांग्रेस में रहकर ,भाजपा के कांग्रेस मुक्त मिशन को लेकर , काम पर लगे , षड्यंत्रकारियों के सीने पर सांप लोट रहे हैं , वोह हर पल , हर क्षण राजस्थान की बहुमत वाली , पूर्ण बहुमत वाली , कटटर बहुमत वाली , अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली विकास शील सरकार के दुश्मन बन गए है, हायकोर्ट , सुप्रिमकोर्ट  , तक भाजपा ने अपने वकीलों के ज़रिये, इस जंग को लड़ा है , और खुद , अजय माकन प्रभारी ने, इस सत्य को , प्रेस के सामने स्वीकार  भी किया है , अब  जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद  लोगों के दिल से ,कांग्रेस फिर से ,की आवाज़ आने लगी है ,तो भाजपा और कांग्रेस में बैठे भाजपा के एजेंटों की , नींद हराम हो गयी ,है  वोह चाहते है , के जहाँ कांग्रेस मज़बूत हैं , जहाँ से , आगामी लोकसभा चुनाव में  कांग्रेस को मदद मिल सकती है ,वहां की सरकारों में अराजकता का वातावरण बनाओ , कांग्रेस हाईकमान को बरगला कर, उकसाकर ,भड़काकर , गुमराह कर ,ऐसे फैसले करवायें , जो खुद ओरिजनल  कोंग्रेसियों को नामंज़ूर होने ,लगे  पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री को हटाने का फैसला कुछ ऐसा ही अजीब गरीब था,  जिसमे , मुख्यमंत्री भी हटे , सरकार भी गयी और जिस लाफ्टर शो के जोकर के लिए, यह सब किया , वोह भी कांग्रेस का नहीं रहा, अब यही सलाहकार, जो भाजपा के इशारे पर , कांग्रेस के निति निर्धारक के रूप में , काम कर रहे हैं , राजस्थान में ऑपरेशन लॉट्स फेल होने के बाद,  नए सिरे से अप्रत्यक्ष रूप से , ऑपरेशन लोटस सफल करने के लिए आये हैं , यह लोग , कांग्रेस के हाईकमान का चेहरा , ऐसा बताने की कोशिश कर रहे हैं , के  कांग्रेस हाईकमान ज़िद्दी है  , कांग्रेस हाईकमान , नौसिखिया  है , ना समझ है , वोह ईगोइस्ट है, समझदार नहीं है, कांग्रेस हाईकमान में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है,  विधायकों की पसंद का नेतृत्व , विकास करने वाले मुख्यमंत्री हाईकमान को पसंद नहीं हैं , यह चाहते हैं , के कांग्रेस हाईकमान के ज़रिये ही , कांग्रेस का जहाँ जहां शासन है  वहां क़त्ल करवाया जाए , चुनी हुई सरकारों , स्थिर सरकारों में बेवजह , सरकार गिराने का वातावरण बनवाया जाये , यह चाहते हैं , के अल्पमत से जुड़े व्यक्तियों को , सरकार की ज़िम्मेदारी सौंपने के नाम पर, राजस्थान को भाजपा की झोली में डाल दिया जाए , लेकिन राजस्थान में , हाईकमान , खासकर, गांधी परिवार के एक मात्र वफादार अशोक गहलोत , कांग्रेस के प्रति समर्पित , विकास वादी सोच के समर्थक , शान्ति कुमार धारीवाल , जंग जू  सिपाही , प्रताप खाचरियावास , ,  डॉक्टर महेश जोशी सहित  102 कांग्रेस के कटटर समर्थक विद्याको के होते हुए, यहां  भाजपा का ऑपरेशन लॉट्स पहले भी असफल रहा , इस बार भी असफल हो गया और अगली बार भी असफल ही रहेगा,  राजस्थान में सरकार बनने के पहले दिन से  मीडिया में खबरें , देखिये , खासकर, एक दैनिक अख़बार ,राष्ट्रदूत की रोज़ की खबरों का अवलोकन कीजिये ,मिडिया के लिए ,  सिर्फ अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ वातावरण बनाकर, सचिन पायलेट को सरकार का विलेन , बताने ,  मुख्यमंत्री कुर्सी का लालची बताने के सिवा कोई दूसरी रिपोर्टिंग नहीं रही, ,जबकि खुद सचिन पायलेट हमेशा कांग्रेस के साथ खड़े हैं , कटटर कोंग्रेसी हैं ,वफादार है, समझदार हैं , उन्होंने कभी भी , खुद को मुख्यमंत्री बनाने का कोई भी बयान जारी नहीं किया , हाँ , अपने समर्थक कार्यकर्ताओं को इन्साफ दिलाने की लड़ाई का उन्होंने ज़रूर कहा , जो वोह कामयाब भी हो गए , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ,और सचिन पायलेट के बीच , मोहब्बत , अदब  , अख़लाक़ , समर्थन के गहरे संबंध हैं , लेकिन उन्हें कड़वाहट पैदा करने के लिए , योजनाबद्ध अखबारी रिपोर्टिंग हुई,  फिर जब मानेसर ऑपरेशन लॉट्स भाजपा षड्यंत्र के बाद सब ठीक हो गया , तो फिर अब , जब  कांग्रेस के सर पर चुनाव की चुनौती है, तब , कांग्रेस में भी बैठे एक भाजपा एजेंट ,  , सचिन पायलेट की मर्ज़ी के खिलाफ उनके काँधे पर बंदूक रखकर,  राजस्थान को अस्थिर करने वाला  नया बेहूदा , अलोकतांत्रिक प्लान ले आये , ऐसे कांग्रेस में बैठे भाजपा के एजेंट  चाहते हैं , के वोह कांग्रेस ,, आम कोंग्रेसियों में , यह संदेश दें , की कांग्रेस की माँ खुद अपने बेटे को बर्बाद करना ,चाहतीं हैं , कांग्रेस की माँ खुद कांग्रेस के घर में अपने ही  हाथों आग लगाना चाहती हैं , चुनी हुई सरकार को , विधायकों की रायशुमारी मर्ज़ी के बगैर दादागिरी से , कांग्रेस  का क़त्ल करना चाहती हैं , जो राजस्थान में विफल हो गया , है , ज़रा सोचों , कोई माँ अपना घर जलाती है, कोई माँ अपने बेटों को , प्रताड़ित करती है , कोई हाईकमान , विधायकों की मर्ज़ी के बगैर , अपनी मर्ज़ी थोपती हरगिज़ नहीं , फिर वोह  महान , योद्धा जो भाजपा के खिलाफ  खुद , अपने बेटे , बेटी को  लेकर संघर्ष कर रही है, जिस महिला ने , प्रधानमंत्री का पड़ोद बार ठुकराया हो, जिसके बेटे ने , खुद इस माँ ने , कांग्रेस के राष्ष्ट्रीय अध्यक्ष का पद खुद ठुकराया हो, जिसने अपनी सास , अपने पति को  इसी कांग्रेस,  इसी कॉग्रेस के सपनों के खुशहाल भारत के लिए शहीद होते देखा हो, क्या वोह ऐसी ग़लत हरकत कर सकती हैं , हरगिज़ नहीं , खुद सोनिया गांधी ने कभी भी , अधिकृत रूप से, राजस्थान में , बिना रायशुमारी के स्थिर रूप से राजस्थान  की सरकार में   मुख्यमंत्री बदलने के लिए नहीं का,  कभी खुद सोनिया गांधी ने, राजस्थान में सचिन पायलेट को मुख्यमंत्री बनाओ , नहीं कहा,बस  सूत ना कपास , लट्ठम लट्ठा,  सब कांग्रेस में छुपे भाजपा  एजेंट का एजेंडा है,  जो पूरी तरह से विफल हो गया,  और अब सचिन पायलेट भी , अपने  कंधे पर कांग्रेस को तोड़ने की साज़िशों की बंदूक रखकर   चलाने वालों के खिलाफ हैं, वोह कांग्रेस चाहते हैं, कांग्रेस ज़िंदाबाद चाहते हैं ,  कांग्रेस रहेगी , तो सचिन पायलेट फिर मुख्यमंत्री तो क्या प्रधानमंत्री तक बन सकेंगे,  यह वोह समझते है,  और इसके लिए वोह जिन्दाबाद   हैं, ज़िंदाबाद रहेंगे,, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वोह, सारथि रहें हैं, उनके रथ को आगे बढ़ाने वाले रहे हैं, फिर वोह अशोक गहलोत के खिलाफ किसी भी साज़िश में शामिल हो ही नहीं सकते ,, लेकिन सब मिडिया का छद्म दुष्प्रचार है ,, , मुख़्यमंत्री बदलो , चुनी हुई सरकार को अस्थिर करो , और हाईकमान के नाम से, आये , आदरणीय  खड़गे साहब को पर्यवेक्षक बनाकर , लाया गया, , तुम तो सिर्फ प्रभारी होने के नाते ,सर्विस प्रोवाइडर थे, तुम तो पार्टी बन गए, खड़गे साहब,  नंबर ऑफ़ गेम , नंबर ऑफ़ गेम , कहते रहे , ,कितने तुम्हारे प्रस्ताव के समर्थन में है , पूंछते रहे , लेकिन गुमराह किया जाता रहा, ऐसा लगने लगा जैसे ,, भाजपा के इशारे पर, राजस्थान में  कांग्रेस की सरकार के खिलाफ कोई साज़िश रची  जा रही है, विधायकों को बर्गलाया जाने लगा , मीटिंग बुलाकर , अशोक गहलोत के  लिए अपमानकारी  टिप्पणियां की जाने लगी , अरे राजस्थान से तुम अगर राज्य सभा में नहीं जा पाए ,हरियाणा में तुम एक वोट से हार गए , तो इसमें अशोक गहलोत का क्या क़ुसूर है, ,राजस्थान ने , अपना हक़ मारकर , राजस्थानियों का हक़ मारकर,  छह राज्य सभा सदस्य कैसे पहुंचाए है ,यह तो भाजपा के एजेंट खूब समझते हैं ,, पहले , अविश्वसनीय  विधायकों के वोट डलवाना, फिर विश्वसनीय वोटों को डलवाना ,फिर भी एक वोट ख़ारिज हो जाना,  सभी को पता है , ,खेर राजस्थान स्थिर है , राजस्थान अशोक गहलोत की विकास योजनाओं के साथ है , और अशोक कांग्रेस के सच्चे सिपाही है, गाँधी परिवार के लिए कुछ भी क़ुर्बान कर देने वाले ,  योद्धा है, और गांधी परिवार सिर्फ अपने कार्यकर्ताओं से एक ही इच्छा जताते हैं , कांग्रेस मज़बूत करो , फिर से राज्यों में कांग्रेस का शासन लाओ , कांग्रेस की योजनाओं को घर घर तक पहुंचाओ, गांधीवाद के ज़रिये, कांग्रेस ज़िंदाबाद करो , जो अशोक गहलोत दिन रात एक करके , बखूबी अपनी टीम के साथ इस कसौटी पर,  सो में से एक हज़ार नंबर लेकर , अव्वल है , ऐसे में गांधी परिवार उन्हें बदलने की बात करे , ,उन्हें अपमानित करने की बात करे , मुमकिन ही नहीं , मीडिया और कांग्रेस के भितरघाती भाजपा एजेंटों की यह उड़ाई गयी मिडिया के ज़रिये अफवाह मात्र है, ,सोनिया गांधी ज़िंदाबाद,  राहुल गाँधी ज़िंदाबाद , प्रियंका गांधी ज़िंदाबाद,  राजीव गांधी अमर रहे, इंद्रा गाँधी अमर रहे के नारों के साथ , अगर , राजस्थान में कांग्रेस की सरकार गिराने  की साज़िश को विफल करने में,  शांति कुमार धारीवाल , डॉक्टर महेश जोशी , वगेरा ने , अपनी ड्यूटी निभाई तो ,, यह कौन सी अनुशासनहीनता हुई ,,  शान्ति धारीवाल , की तो पसलियों में दर्द है, उन्हें 25 सितम्बर तक तो डॉक्टर्स ने सफर करना तो दूर , हिलने से भी मना किया है,  उनके दो लेंड लाइन , दो ,मोबाइल चेक कर लो , किसी भी विधायक को उन्होंने फोन नहीं किया ,, उनके निवास पर ,स्वायत शासन विभाग, जे डी ऐ के कार्यक्रम होते रहते हैं,  लोग आते जाते रहते है, तो टेंट तो कई बार लगता है, लेकिन आग विधायक खुद उनके निवास पर जाएँ ,, सरकार गिराने की साज़िश के खिलाफ उनकी मदद मांगे, तो वोह ऐसे विधायक जो , ,कांग्रेस की रीढ़ की हड्डी संकट काल में भी रहे हैं,  धक्के मारकर तो  निकाल नहीं सकते,   खुद खड़गे साहब तो , इस सच्चाई को , जानते है, लेकिन , ऑपरेशन लॉट्स की सुपारी लेकर आये साहब को ,बुरा लगा , और गुमराह कर नोटिस दिलवा दिया , खेर ऐ के एन्टोनी ,  मामले में अल्पसंख्यकों से कांग्रेस दूरी बनाकर रखे, यह सुझाव देकर , कई साल पहले, कांग्रेस को,  कांग्रेस के मूल वोटर्स  अल्पसंख्यकों से दूर करने की भूल करके पछता रहे हैं,  अब वोह  राजस्थान मे कांग्रेस को मज़बूती देने वाले , फिर से कांग्रेस का शासन राजस्थान में लाने की कोशिशों में लगे , जांबाज़ योद्धाओं के खिलाफ षड्यंत्रकारी कार्यवाही समझेंगे, और राष्ट्रहित में ,, कांग्रेस के संविधान,  कांग्रेस की भावना के अनुरूप , ,कांग्रेस को ,बचाने वालों को ,पुरस्कृत करेंगे,  और षड्यंत्रकारी कार्यवाही के तहत , दिलवाये गए नोटिस को ड्राप करेंगे, , क्योंकि अशोक गहलोत ,, कांग्रेस, कांग्रेस सरकार की मज़बूती, 2023 में , ,कांग्रेस फिर से के नारे के साथ ,  कांग्रेस का शासन लाने के लिए उपयुक्त नेतृत्व हैं , जबकि , इन्हे , इनकी टीम को कमज़ोर करने के लिए, भाजपा के फूलछाप ,एजेंट , चुप नहीं बैठेंगे ,अब वोह  हाईकामन को गुमराह कर उकसाने की कोशिशें फिर ,करेंगे  और दूसरी तरफ , केंद्र सरकार के तोते , जो उनके हथियार है, ई डी ,सी बी आई , इनकम टेक्स , और कुछ लोग जो , कांग्रेस में आकर,  कांग्रेस से जाने के लिए , कांग्रेस के नेतृत्व के खिलाफ किसी भी साज़िश में शामिल हो सकते हैं , उन्हें विशेष पैकेज के रूप में इस्तेमाल ज़रूर करेंगे, , अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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