नेत्रदानी परिवार ने जिम्मेदारी ली,तो बढ़ने लगा है नेत्रदान
2. मृत्यु के बाद कराया नैत्रदान,शोक भी कम करता है
भारतीय सेना से सेवानिवृत्त, दादाबाड़ी निवासी श्रीमान गिरधारी लाल शुक्ला (80 वर्ष )का बुधवार हृदयाघात से आकस्मिक निधन हो गया ।
उनकी
मृत्यु की सूचना पड़ोस में रह रहे शाइन इंडिया फाउंडेशन के नेत्रदानी
परिवार श्रीमान आर एस गग्गर को भी मिली, उन्होंने गिरधारी लाल जी का भी
नेत्रदान करवाने के लिए उनकी तीनों बेटियों माया,छाया और दया को अनुरोध
किया,थोड़ी देर बाद बेटियों की सहमति मिलने के उपरांत शाइन इंडिया फाउंडेशन
और ईबीएसआर कोटा चैप्टर के माध्यम से नेत्रदान की प्रक्रिया संपन्न हुई ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)