सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक व वृद्ध महिला सहित शहर में 2 नैत्रदान सम्पन्न
2. शहर में 4 घंटे में हुआ,चार नेत्रों का संकलन
आज
सुबह गौतम नगर,भवानी मंडी,निवासी श्रीमान सुरेश जी शर्मा (62 वर्ष) का
कोटा निजी अस्पताल में आकस्मिक निधन हो गया,जिसकी सूचना शाइन इंडिया
फाउंडेशन संस्था के ज्योति मित्र कमलेश दलाल जी को भी मिली, उन्होंने तुरंत
ही सुरेश जी के क़रीबी मित्र नरपत सिंह नरुका,बेटे निमिष शर्मा और तीनों
दामादों शरद, श्रीकांत, और तरुण को सुरेश जी की समझाइश कर नैत्रदान करवाने
की बात की। सहमति मिलते ही,शाइन इंडिया और ईबीएसआर,कोटा चेप्टर के सहयोग से
नैत्रदान सम्पन्न हुआ।
सुरेश
जी प्रधानाध्यापक के पद से सेवानिवृत्त थे,वह अपने विनम्र
स्वभाव,कार्यकुशलता,मधुर व्यवहार व कुशल नेतृत्व के कारण काफ़ी समय तक
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवक बन कर राष्ट्र सेवा में
कार्यरत रहे हैं। बेटे निमिश का कहना है कि,पिताजी ने पूरा जीवन समाज व देश
हित में कार्य किया है,इसलिए अंत समय भी उनका जीवन किसी के काम आ सकें,और
मैं उनकी पसंद का सेवा कार्य कर सकूँ,यही कार्य उनकी आत्मा को शांति देगा।
इसी
क्रम में दोपहर 12:00 बजे, जनकपुरी स्टेशन क्षेत्र निवासी राजकुमारी
डांगरी (78 वर्षीय) का हृदयाघात से आकस्मिक निधन हो गया, जिसकी सूचना बेटे
नीरज डांगरी ने अपने करीबी मित्र सागर पिपलानी को दी । संस्था के
ज्योतिमित्र सागर ने तुरंत ही नीरज को कहा कि परिवार में बड़े भैया दिनेश
जी और चारों बहनों वीणा,ममता,अन्नू और ज्योति की सहमति हो तो हम माताजी के
नेत्रदान का कार्य कर सकते हैं ।
परिवार
के सभी सदस्यों ने तुरंत ही इस पुण्य कार्य को सहमति दे दी और थोड़ी देर
बाद ही उनके निवास पर संस्था सदस्यों की मदद से,नेत्रदान का कार्य संपन्न
हुआ ।
ईबीएसआर,कोटा चैप्टर
के अध्यक्ष डॉ के के कंजोलिया ने बताया कि, सभी संस्थाओं के सहयोग से
हाड़ौती संभाग में नेत्रदान का कार्य अन्य संभागों की अपेक्षा काफी अधिक है
। जून माह के प्रथम 5 दिनों में 5 नेत्रदान हो चुके हैं, यदि इसी तरह से
जागरूकता बढ़ती रही तो, कोटा प्रदेश में प्रथम स्थान पर आ सकता है ।

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