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21 मई 2022

राजीव गांधी फार्मूला ही कोंग्रेस को संजीवनी दे सकता है,

 

राजीव गांधी फार्मूला ही कोंग्रेस को संजीवनी दे सकता है,
देश भर में चरखे के झंडे वाली ,, गाँधीवादी भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस जिसका चुनाव चिन्ह , हाथ का निशान है , अब अगर फिर से पुनर्जीवित कर , सत्ता में लाना है , तो पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गाँधी की आत्मा के साथ , हर कोंग्रेसी को उनकी आत्मा के साथ आत्मसात कर , राजीव फार्मूले , पर कांग्रेस की बागडोर चलाना होगी , तभी कॉंग्रेस फिर से पुरे देश में ज़िंदाबाद हो सकेगी , क्योंकि चिंतन , मंथन तो बहुत हो लिए , अब तो बस हमे , खुद अपने गिरेहबान में झाँक कर खुद को सुधारने , खुद को , आत्मसात करने, खुद को स्वर्गीय राजीव गाँधी के सपनों का भारत बनाने , खुद को राजीव गाँधी के कार्यकर्ताओं के साथ हिलमिलकर काम करने के फार्मूले पर काम शुरू करना ही पढ़ेगा , राजीव गाँधी का कोई मंत्री , कोई वरिष्ठ पदाधिकारी , किसी शहर में जाए , और वोह , उस शहर के कांग्रेस कार्यालय में , कार्यकर्ताओं से जाकर मेलजोल नहीं करे ,तो ऐसी शिकायत पर , राजीव गाँधी ऐसे मंत्री , ऐसे वरिष्ठ नेताओं को लताड़ पिलाते थे , माफ़ी मंगवाते थे ,, राजस्थान के कोटा ज़िले में , कोटा आकशवाणी के उद्घाटन समारोह में ,जब तात्कालिक ब्रॉडकास्ट मंत्री , अजित पांजा आये और , जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनुप चंद जेन को सूचित भी नहीं किया , कांग्रेस कार्यालय में भी नहीं गए , तो इसकी जानकारी स्वर्गीय राजीव गाँधी को मिलते ही उन्होंने , अजीत पांजा को आड़े हाथों लिया , और खदु अनूप चंद जैन से , पत्र लिखकर , खेद जताया था , स्वर्गीय राजिव गांधी कांग्रेस में नेतृत्व क्षमता विकसित करने के मामले में पारखी थे , आज कोटा में जो चहुमुखी विकास हो रहा है , ,जो शान्ति कुमार धारीवाल आज , राजस्थान में विकास पुरुष की हैसियत बना चुके है, उन शान्ति कुमार धारीवाल को , स्वर्गीय राजीव गांधी ने ही भरोसा जताकर , पहला लोकसभा टिकिट दिया था , और किसी की सिफारिश पर यह टिकिट नहीं दिया गया , ,कोटा उम्मेद क्लब स्टेडियम नयापुरा के प्रांगण में , जब , पंडित नवल किशोर की उपस्थिति में, जिला प्रमुख की हैसियत से , उनकी आयोजित एक आम सभा में , शान्ति कुमार धारीवाल का खरी खरी भाषा वाला भाषण ,, स्वर्गीय राजीव गांधी ने सुना , धारीवाल साहब के जिला प्रमुख के कामकाज को समझा तो वोह उन्हें शाबाशी दिए बगैर नहीं रहे , और दिल्ली जाकर ,जब लोकसभा चुनाव हुए तो उन्हें लोकसभा उम्मीदवार बनाया , जो चुनाव भाजपा का गढ़ ढहा कर जीते , अब स्वर्गीय राजिव गाँधी की यही खोज , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व , में कांग्रेस को ज़िंदाबाद कर रही है, कांग्रेस के हर संकट के वक़्त सीना तान कर खडी है , यही खोज शांति कुमार धारीवाल , देश भर के सभी मंत्रियों से अलग हटकर , विकास , सोंदर्यकरण , शहरीकरण , पर्यटकों की आकर्षक योजनाओं सहित , विद्यानसभा में भी कांटे की टक्कर के साथ इतिहास बना रहे है , ,
इसलिए यह कड़वा सच है , के कांग्रेस को फिर से ज़िंदाबाद होने के लिए , फाइव स्टार कल्चर , एयर कंडीशन गाड़ियों के सफर , हवाई यात्राओं के डेली अपडाउन के सफर ,, कांग्रेस कार्यालयों से अलग हठ कर , बैठकों का कल्चर , कार्यकर्ताओं से संवादहीनता को खत्म कर , इन गलतियों को सुधारना होगी , राजीव गांधी फार्मूले पर लौटना ही होगा , अगर कांग्रेस ज़िंदा होना है , तो यह करना ही होगा ,, ,कोंग्रेस को फिर से लूटने के लिये , किसी नव संकल्प, फाइव स्टार होटलों में जमानत जब्त नेताओं के साथ, एक तरफा चिंतन में करोड़ों खर्च के बाद भी कुछ हांसिल होगा , कोंग्रेस को फिर से स्थापित होना है तो स्वर्गीय राजीव जी गांधी के फार्मूले पर लौटना होगा, कोंग्रेस के चरखे वाले झंडे को भी हाथ के साथ, कार्यक्रमों में, झंडे में रखना होगा, भाषणबाज़ी नहीं , कार्यकर्ताओं से सीधे मिलकर उनकी सुनवाई कर संवाद बनाना होगा , कार्यकर्ताओं के सुझाव सुनना होंगे , उनके पत्र पढ़ना होंगे, जवाब देना होगा , हर ज़िला कार्यालय में विधायक, मंत्री, सांसद , पूर्व सांसद हर रोज़ बैठे , कार्यकर्ताओं की सुने जो भी मंत्री , नेता, किसी भी शहर में जाये सभी को पूर्व सूचना दे, कोंग्रेस कार्यालय में जाये , सुनवाई करे, डिज़ायर वगेरा विधायक , मंत्री की नहीं , ब्लॉक अध्यक्ष , ज़िला अध्यक्ष पी सी सी मेम्बर्स पदाधिकारियों की चले, सत्ता संगठन के अधीनस्थ रहे, संगठन सत्ता की जेब में ना रहे, अनुशासन का डंडा मज़बूत हो, अध्यक्ष हर राज्य में सम्भाग स्तर पर पदाधिकारियों ज़िम्मेदारो के साथ सीधे मिलकर लंच , डिनर के साथ बैठकें करे, सुझावों पर अमल करें, राष्ट्रीय अध्यक्ष हर रोज़ कोंग्रेस कार्यालय में नियमित बैठें , प्रदेश अध्यक्ष , ज़िला अध्यक्ष , ब्लॉक अध्यक्ष अपने कार्यालयों सुनवाई करें, कार्यकर्ताओं के पारिवारिक सुख दुख के साथी बने, कोंग्रेस फिर से इस राजीव गांधी से सो फी सदी, ज़िंदाबाद होकर लॉट आएगी,, राज्य सभा में भी उसी राज्य के ज़िम्मेदार लोगों को भेजा जाए , पैराशूट से , अलग अलग राज्यों के बार बार हार चुके नेताओं को , यह ऑपर्चुनिटी बार बार देकर , ज़मीनी कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हक़ मारने से बचा जाए , जो फाइफ स्टार होटलों में ना ठहर कर , कार्यकर्ताओं के घरों में , या फिर कांग्रेस कार्यालय में ठहर कर , रात गुज़ार सके , ऐसे ही लोगों को , कांग्रेस में आगे बढ़ाया जाए ,, अख़्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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