मोदी जी , योगी जी , अमित शाह जी रहम करो इस देश पर , इस देश के युवाओं को कुर्सी बचाने के लिए नफरत के ज़हर में मत धकेलो ,, , मिडिया कर्मियों , ज़रा से फायदे , तुम्हारी रोज़ी , रोटी , ज़रा से पुरस्कारों के लिए तुम इस देश को बर्बाद होने से बचालो , देश में जो कुछ ओरिजनल है, उस तस्वीर को आम जनता को दिखा दो , प्लीज़ इस देश को इस नफरत के माहौल से बाहर निकालो , भूख , गरीबी , रोज़गार , महंगाई , भ्रष्टाचार ,,राष्ट्रिय ,एकता , चीन और दूसरे देशों से सुरक्षा के मुद्दों पर अपना वोट का आधार बनाओ , छद्म राष्ट्रवादों से इस देश को बचाओं , इन मुद्दों पर जो ज़रूरी है , उन्हें ही बिना भटकाव के चुनाव का आधार बनाये ,, ,,
यह मेरा भारत महान है , यह सारे जहाँ से अच्छा मेरा हिंदुस्तान है , यहां , जय श्रीराम भी है , तो अल्लाह हू अकबर भी है , यहां सत्सिरी अकाल भी है , तो जय जिनेन्द्र भी है , तो जय जीसस भी है ,, यहां बोध भी है , लेकिन मेरे इस देश की यह तस्वीर जिसमे , छात्रों का वोह गट , जो मासूम है , जो पढ़ने के लिए , अपना मुस्तक़बिल बनाने के लिए स्कूल कॉलेज गए है ,, वोह भगवदारी बनते है , कॉलेज , स्कूल ,में जय श्रीराम के नारे के नाम पर शक्ति प्रदर्शन कहो ,, या फिर कुछ और लेकिन अपनी पढ़ाई छोड़कर , वोह , जयश्रीराम के नारे लगाते हुए , हिजाब में आयी एक स्कूटी सवार उन्ही की कॉलेज की एक लड़की को , अकेली लड़की को देखकर , जय श्रीराम के नारे लगाते हुए घेर लेते है , मर्यादा पुरुषोत्तम राम , जो सीता माता की रक्षा के लिए , श्रीलंका जला कर राख कर देते हैं, उन्ही का नाम लेकर , एक निहत्थी महिला , अकेली महिला , को घेर कर झुण्ड बनाकर यह सब करना , यह श्रीराम की शिक्षा नहीं , उसका मुक़ाबला अकेली लड़की , अल्लाह , हो अकबर से करती ,है ,, सवाल जय ,श्रीराम ,अल्लाह हो अकबर का नहीं , सभी को अपना अपना धर्म मुबारक हो, अपने धर्म की सभी को संवैधानिक आज़ादी है , लेकिन आज की राजनीति , आज के प्रधानमंत्री , आज के गृहमंत्री , आज के कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री , सिर्फ कुर्सी से चिपके रहने के लिए, युवाओं को बेरोज़गारी , गरीबी , तरक़्क़ी , शिक्षा , सामाजिक शांति , एक दूसरे की मदद के जज़्बे से अलग थलग कर , सिर्फ हिन्दू , और मुसलमान में बाँट देना चाहते है , यह लोग चाहते है , के युवा वर्ग नफरत की आग में जलता रहे , एक दूसरे के खिलाफ जंग लड़ता रहे , और ,भूख गरीबी , महंगाई , विकास , सामजिक सुरक्षा , तरक़्क़ी की बात कहना तो दूर सोचे भी नहीं , यह वोह लोग है , जो देश को तरक़्क़ी दे नहीं दे सकते , देश के किसानों को , उनका मूल्य नहीं दे सकते , आम आदमी को तो क्या खुद भी खुद के लिए सुरक्षा नहीं ले सकते , बेरोज़गारों को रोज़गार नहीं दे सकते, , महंगाई को नियंत्रित नहीं कर सकते , चीन को सबक़ नहीं सिखा सकते , मज़दूरों को रोज़गार नहीं दे सकते , भूखे को रोटी नहीं दे सकते , नौजवानों को , सस्ती शिक्षा नहीं दे सकते , बीमारों को , मुफ्त चिकित्सा नहीं दे सकते ,, तेज़ी से बढ़ रही दवाइयां , ज़रूरी खाद्य पदार्थों ,, गैस , पेट्रोल , डीज़ल , के टेक्स बढ़ते हुए भावों को रोक नहीं सकते , यह जानते हैं , देश का युवा अगर ,. जाग गया ,अगर नफरत के जंजाल से निकल कर ,देश की ज़रूरतों , देश की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाने लगा , तो यक़ीनन , सरकार धड़ाम से ज़मीन पर होगी ,, फिर इनकी पार्टी को लोग ढूंढते रह जाएंगे ,, इसीलिए यह लोग , इन युवाओं को , ऐसे सभी ज़रुरी जीवंत मुद्दों से भटकाने के लिए ,, मज़हबी नफरत , के नाम पर , युवाओं को भी नफरत का एडिक्ट , बना रहे है ,ताकि युवा , बेरोज़गारी के खिलाफ आवाज़ ना उठाये , रोटी , रोज़ी , महँगाइ ,, अराजकता की बात ना करे ,, लेकिन देश टूट रहा है ,देश पिछड़ रहा है ,अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस देश की जो साख महात्मा गाँधी ने बनाई , उस साख को यह लोग मिटटी में मिला रहे है , आने वाले हिंदुस्तान के युवाओं को , नफरत का एडिक्ट बनाकर , भारत का मुस्तक़बिल मटियामेट कर रहे है , ऐसे सभी लोगों से सावधान होने की ज़रूरत है , धर्म मज़हब से ऊपर उठकर, छदम राष्ट्रवाद , राजनीतिक राष्ट्रवाद , से ऊपर उठकर , ओरिजनल राष्ट्रवाद के बारे में सोचने की ज़रूरत है , क्योंकि देश रहेगा , तो हम रहेंगे, हम हिन्दू रहेंगे , हम मुसलमान रहेंगे , हम सिख रखेंगे , हम ईसाई ,, जैन , बौद्ध रहेंगे ,, ,,
, पत्रकार साक्षी जोशी इस मामले में जो सोचती है , जो बोलती है , वोह हु बहु , उनके अल्फ़ाज़ों में पेश है ,,, में नया भारत बनाऊंगा ,, सपनों का भारत बनाऊंगा , साठ साल में जो हुआ वोह करके दिखाऊंगा ,, लेकिन हिजाब में एक लड़की और भगवाधारी भूखे भेड़ियों के झुंड पर चुप रहूँगा , में सब के विकास का दावा करूंगा , सबके साथ का वादा करूँगा ,, सब के विश्वास को बनाने का संकल्प दोहराऊंगा , , लेकिन हिजाब में एक लड़की और भगवाधारी भूखे भेड़ियों के झुण्ड पर चुप रहूँगा ,, बेटी पढ़ाओं चीखूँगा ,, बेटी बचाओ चिल्लाऊंगा , मन की बात करूंगा , रोज़ टी वी पर आकर , ज्ञान दूंगा , लेकिन हिजाब में एक लड़की पर भगवाधारी भूखे भेड़ियों के झुण्ड पर चुप रहूंगा ,, में राजघाट जाऊँगा , बापू को फूल भी चढ़ाऊंगा , गांधी के रास्ते पर चलने का वायदा भी करूँगा ,, यदा कदा , चरखा भी काट कर दिखा दूंगा , लेकिन ,, हिजाब में एक लड़की और गोडसे के वंशज , भगवाधारी भूखे भेड़ियों के झुण्ड पर चुप रहूंगा ,, में स्टेच्य और यूनिटी बना दूंगा , स्टेच्यू ऑफ़ इक्विटी को सलाम करूंगा , दुनिया को अपनी महानता बताऊंगा ,, लोकतंत्र और मानवता की घुट्टी भी पिलाऊँगा , लेकिन हिजाब में एक लड़की और भगवाधारी भूखे भेड़ियों के झुंड पर चुप रहूँगा ,,में झूंठ हूँ , में भ्रम हूँ ,, में धोखा हूँ , में मिथ्या हूँ ,, में अनर्थ हूँ , में व्यर्थ हूँ , इसीलिए में हिजाब में एक लड़की और भगवाधारी भूखे भेड़ियों के झुंड पर चुप था , चुप हूँ ,और चुप रहूँगा ,, में कपड़ों से पहचान जाता हूँ , में शमशान के गीत गाता हूँ में क़ब्रिस्तान का मर्सिया पढ़ता हूँ , लाशें जब बहती हैं ,, तो आँखें बंद कर लेता हूँ ,, जवान जब शहीद होते हैं , मुंह सील लेता हूँ ,, किसान जब मरते हैं तो , मुंह फेर लेता हूँ , लेकिन हिजाब में एक लड़की और भगवाधारी भूखे भेड़ियों के झुंड पर चुप रहूँगा , क्योंकि यही मेरा सच है , एक ही फ्रेम मे अगर आपको हिम्मत और कायरता की तस्वीरें एक साथ देखनी हों , तो देखिएगा बीबी मुस्कान , अकेली और भगवाधारी बेहिसाब , लेकिन वोह डरी नहीं , रुकी नहीं , मुक़ाबले पर आकर खड़ी हुई ,, अब इन हालातों में देश देख रहा है , के असली टुकड़े टुकड़े गेंग के सरगना , लीडर कौन हैं ,, , आखिर कौन हैं ,, वोह कौन लोग डिवाइड ऐंड रूल करके राज करना चाहते है , और एक लड़की जो अपनी पसंद के कपड़े पहनना चाहती है , वोह क्या पहनती है ,उसको क्या पसंद है , यह उसका फ्रीडम है , यही लोकतंत्र है , और यही हमारा संविधान हमे अधिकार देता है , यह कभी आज से पहले हमारे भारत में नहीं हुआ करता था , लेकिन यह टुकड़े टुकड़े गेंग जो गेंग के लीडर बने घूम रहे है , और एक नया भारत बनाकर हमारे सामने घूम रहे है , वोह तस्वीर हमारे सामने है , और वीभत्स भी है , खतरनाक भी है ,,,
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
09 फ़रवरी 2022
मोदी जी , योगी जी , अमित शाह जी रहम करो इस देश पर , इस देश के युवाओं को कुर्सी बचाने के लिए नफरत के ज़हर में मत धकेलो
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