सेवानिवृत्त परिवहन अधिकारी को मातृ-शोक,नैत्रदान सम्पन्न
अंत समय में बेटे को याद दिलाया और माँ का कराया नेत्रदान
देर
रात सोमवार को,शॉपिंग सेंटर निवासी स्व० श्री के एल कौशिक जी की धर्मपत्नी
श्रीमति कीर्ति कौशिक जी (80 वर्षीया) का हृदयाघात से आकस्मिक निधन हो गया
। शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योतिमित्रों द्धारा इस शोक की सूचना
मिली,जिसके उपरांत बेटे आदित्य कौशिक जी को सदस्यों ने नेत्रदान हेतु
निवेदन किया,जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया।
आदित्य
जी के पारिवारिक मित्र श्री गोपाल मित्तल जी ने संस्था सदस्यों के कार्यों
सराहना करते हुए कहा कि,शोक के समय पर इस तरह के नेक कार्यों की तरफ़ ध्यान
नहीं जाता है,ऐसे में कोई याद दिलाकर बताता है, तो बहुत हद तक परिवार के
लोग इस बात पर सहमति बना लेते है।
आदित्य
कौशिक जी राजस्थान परिवहन विभाग,जयपुर से सेवानिवृत्त है, उन्होंने बताया
कि इस पुनीत कार्य के विषय में वह परिचित थे,दुःख की घड़ी में नैत्रदान का
कार्य मन को सुकून देता है। देवलोकगमन के उपरांत नैत्रदान का कार्य सम्पन्न
होना ही,दिवंगत आत्मा को सच्ची श्रद्धांजलि है।
शाइन
इंडिया फाउंडेशन सदस्यों के साथ स्वनिवास पर नेत्रदान की प्रक्रिया ऑय
बैंक सोसाइटी कोटा चैप्टर के टेक्नीशियन टिंकू ओझा व सहयोगी रोहित ओझा ने
पूर्ण की।
शाइन इंडिया
फाउंडेशन के जागरूकता अभियान द्वारा यह अक्टूबर माह का 3 नेत्रदान कोटा
संभाग से सम्पन्न कराया गया व 10 वर्षों में 573 जोड़ी नेत्रदान अभी तक
संस्था अपने सक्रिय सहयोग से पूर्ण करा चुकी है ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)