आपका-अख्तर खान

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01 दिसंबर 2020

इश्क़ तो मेरा

 

इश्क़ तो मेरा
महफूज़ है तुझमें...
ज़िस्म अलग है पर
रूह है तुझमें.....
यादे और शमाँ भरी हैं
बस इस दिल में....
बस तू है......
तू है......
और सिर्फ तू है मुझमे....

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