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20 नवंबर 2020

राजस्थान के स्कूलों में तृतीय भाषा पढ़ाने के मामले में बाधक स्टाफिंग पैटर्न के प्रावधान हटा कर संशोधन कर,,, , मदरसा पैराटीचर्स मामले में सहानुभूतिपूर्वक कार्यवाही के मामले में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य , प्रदेश महासचिव , प्रवक्ता पंकज मेहता ने , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर ,समस्या के समाधान करने की गुज़ारिश की है ,,,

 
राजस्थान के स्कूलों में तृतीय भाषा पढ़ाने के मामले में बाधक स्टाफिंग पैटर्न के प्रावधान हटा कर संशोधन कर,,, , मदरसा पैराटीचर्स मामले में सहानुभूतिपूर्वक कार्यवाही के मामले में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के  सदस्य  , प्रदेश महासचिव  , प्रवक्ता पंकज  मेहता ने , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर ,समस्या के समाधान करने की गुज़ारिश की है ,,,
 पंकज मेहता ने  माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  को लिखे अपने पत्र में कहा है , कि राजस्थान में इन दिनों ,, तृतीय भाषा उर्दू ,, उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति ,,मदरसा पैराटीचर्स को नियमित करने के मामले में ,, अल्पसंख्यक समाज सहित कई संगठन आंदोलनरत है , पदयात्रा ,ज्ञापन बाज़ी के माध्यम से इस मामले में कुछ लोग ,गुमराही माहौल बनाकर सरकार के खिलाफ अल्पसंख्यको   को भड़काने के प्रयासों में लगे है ,,, पिछले दिनों श्रीमान ने इस मामले को गंभीरता से लिया  , उर्दू विषय सहित तृतीय भाषा मामले में उचित आदेश भी जारी करवाए , लेकिन बुनियादी व्यवस्था में स्टाफिंग पैटर्न के चलते ,,,तृतीय भाषा के साथ न्याय किया जाना संभव नहीं है ,, वस्तुस्थिति यह है ,  कांग्रेस शासन के बाद ,2019 की स्टाफिंग पैटर्न में फिर से उर्दू सहित तृतीय भाषा के साथ पक्षपात के गुमराह करने के आरोप लगने लगे हैं ,
 पंकज मेहता ने लिखा है ,,, मान्यवर स्थिति यह है कि  ,,स्टाफिंग पैटर्न के बिंदु 5  के उप बिंदु 3 ,,9 तथा 10 की भूल भुलय्या में गुजराल कमेटी सहित सरकार  के पूर्व परिपत्रों के आधार पर जो जिला स्तर पर अध्यापको  की व्यवस्था की थी उसे प्रत्याहृत कर दिया गया है , यानी जो पद स्कूलों में व्यवस्तार्थ थे उन्हें ख़ारिज कर दिया गया है ,, अजीब बात यह है के , आदेश में  लिखा है ,उर्दू पढ़ने से किसी को नहीं रोकेंगे ,उर्दू , पंजाबी ,, सिंधी सहित अन्य तृतीय भाषा   में एडमिशन से किसी को नहीं रोकेंगे , लेकिन जब स्कूलों में अध्यापक ही नहीं होगा तो कोई भी अभिभावक ,ऐसे स्कूल में अपने बच्चे को उर्दू , पंजाबी , सिंधी  कैसे दिला पायेगा ,,अगर ऐसा हुआ तो प्रारम्भिक ,प्राथमिक शिक्षा में ही उर्दू खत्म अगर हुई तो फिर सेकेंडरी ,हायर सेकेंडरी ,कॉलेज स्तर पर तो कुछ समय बाद उर्दू खत्म ही हो जायेगी , आदरणीय आप स्टाफिंग पैटर्न   परिपत्रों को संशोधित कर सकते है ,सभी तरह की बाधाये उर्दू संचालन की दूर कर सकते है ,
पंकज मेहता ने लिखा है , आदरणीय मुख्यमंत्री महोदय आपसे  अपेक्षा की गयी है के इस मामले को गभीरता से लेकर  अधीनस्थ मंत्री ,अधिकारियों  ,,ज़िम्मेदारों से तुरतं  इस मामले में , सभी प्राइमरी स्कूलों ,मिडिल स्कूलों सहित उच्च स्तर पर तुरंत यथाशीघ्र बिना किसी नौकरशाही बाधा के करवाने के आदेश प्रदान कर अनुग्रहित करें ,  मदरसा पैराटीचर्स के अंतर् जिला ट्रांसफर प्रबंधन ,, उनके स्थाईकरण ,, मानदेय वृद्धि सहित अन्य सभी मुद्दों की समीक्षा करवाकर ,तुरंत निर्णय अगर लेंगे तो ,, बेहतर माहौल रहेगा ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

पंकज मेहता

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