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01 अक्तूबर 2020

ऐ गांधी ,ऐ महात्मा ,,ऐ राष्ट्रपिता ,ऐ करम चंद ,ऐ मोहन दास ,, हम शर्मिंदा है ,तेरी हत्या करने ,, हत्या करने वालों के विचारक ,, आज भी हमारे देश में ,, ज़िंदा है

 

ऐ गांधी ,ऐ महात्मा ,,ऐ राष्ट्रपिता ,ऐ करम चंद ,ऐ मोहन दास ,, हम शर्मिंदा है ,तेरी हत्या करने ,, हत्या करने वालों के विचारक ,, आज भी हमारे देश में ,, ज़िंदा है ,,तेरे हत्यारों का मंदिर बनाने वालों को छूट है ,,तुझे गालियां देकर ,तेरा अपमान करने ,,तेरे चरित्र को दागदार करने पर भी ऐसे लोगों को सज़ा दिलवाने के लिए कोई क़ानून नहीं है ,, ऐ गांधी , ऐ महात्मा ,,हम शर्मिन्दा है ,,गोडसे ने तो तुझे सीधे , षड्यंत्र करके , गोली मारी ,तूने हे राम कहा , और ढेर हो गए ,, लेकिन देश के लिए ,विश्व के लिए ,,जो तुम्हारे आंदोलन थे ,जो तुम्हारी सीख थी ,जो तुम्हारी योजनाए थी ,वोह अमर हो गयीं ,, अनुकरणीय हो गयीं , लेकिन क्या हुआ ,,महात्मा का दर्जा रिकॉर्डेड नहीं ,, राष्ट्रपिता का दर्जा रिकॉर्डेड नहीं ,, ऐ महात्मा ,देश भर में ,ही नहीं ,विश्व भर में ,तेरे आश्रम ,तेरे संग्रहालयों ,तेरे ट्रस्ट ,,तेरी संस्थाओं के नाम पर ,अरबों अरब रूपये की सम्पत्तियाँ है ,संस्थाओं को जेबी बना दिया गया है ,चुनाव नहीं होते है , व्यवस्थाये केसी है सभी जानते है ,,ऐ बापू , तेरी हत्या हुई ,, तेरे अपनों ने तेरे हत्या के षड्यंत्रकारियों ,हत्या के समर्थकों के संगठनों को पाबंद किया,, फिर क्लीन चिट देकर बहाल कर दिया ,, जो समर्पण ,जो त्याग ,,विश्वपटल पर ,अहिंसा के नाम पर ,भारत से अंग्रेज़ों को भगाने के नाम पर ,क़ौमी एकता ,राष्ट्रिय विकास के लिए , तुम्हारी कार्ययोजना थी ,वोह सब मटियामेट हो गयी ,,, ,तुम सिर्फ किताबों में ,,सियासी पार्टियों के संविधान में ,एक अल्फ़ाज़ बनकर रह गये ,,गलियों ,चोराहो पर ,,तुम सिर्फ मूर्ति का हिस्सा बनकर रह गए ,,स्मारकों में , ट्रस्टों में ,एक सियासत ,सियासी क़ब्ज़ा बनकर रह गए ,, तुम्हारी हत्या के बाद से ,तुम्हारे चरित्र ,तुम्हारे विचारों की देश के एक विशिष्ठ व्यवस्था से जुड़े लोग ,हत्या करते रहे ,चरित्र पर दाग़ लगाते रहे ,, आज़ादी के आंदोलन में झूंठे इलज़ाम लगाए , महिलावादी के इलज़ाम लगे ,ऐसे ऐसे घृणास्पद इलज़ाम लगे ,, लेकिन अफ़्सोस बापू तेरे चाहने की नौटंकी करने ,वाले ,,तेरे ट्रस्ट ,तेरी संसंथाये ,जिनमे अरबों अरब रूपये की सम्पत्ति है ,,सैकड़ों कर्मचारी है ,,तेरे नाम के समर्थक ,,लाखों विचारक ,है , यहां तक के अब तो ,, तेरे नाम के ,,गांधी ,हाँ गांधी ,, सैकड़ों नहीं ,हज़ारों नहीं ,,सो कोल्ड लाखों हो गए है ,,ऐ गांधी ,तेरे नाम की गोष्ठियों ,कार्य्रकमों के नाम पर ,हर साल हज़ारों कार्य्रकमों में करोड़ों करोड़ खर्च होते है ,अफ़सोस जो तुझे जीते ,है ,,तुझे रोज़ी रोटी बनाते है ,उन्होंने , या उनके समर्थकों ने ,आज तक भी हमारे पुरे भारत में ,, तुझे गाली बकने ,तेरा अपमान करने ,,तुझ पर झूंठे घृणास्पद इलज़ाम लगाने वालों के खिलाफ कभी कोई प्रतीकार नहीं किया ,,,कोई क़ानून बनाकर ,तेरे अपमान को रोकने की कोई क़ानूनी सम्मानजनक व्यवस्था नहीं की ,हालात आज बदल गए ,,एक विचारधारा ,तुझ पर तेरे चाहने वालों पर इतनी भारी हो रही है ,के कुछ लोगों के दिमाग में ऐ गाँधी तू विलेन , खलनायक ,और गोड़से,, उसके समर्थक ,, उसके समर्थक संगठन आज , हीरो बन गए है ,उनके नाम पर चन्दे हो रहे है ,,मंदिर बन रहे है ,,, लेकिन ऐ गाँधी,, हम शर्मिंदा है ,तेरे ऐसे वैचारिक क़ातिल ,उनके हौसले ,आज भी ज़िंदा है ,,,, ऐ गांधी ,,तेरे नाम की नौटंकी करने वालों से पूंछ,, वोह क्यों ,, तेरे जन्म दिन पर ,समाजकल्याण सप्ताह की नौटंकी करते है ,वृद्ध जन के लिए क्या किया ,, महिलाओं के लिए दलितों के लिए ,क़ैदियों के लिए बेरोज़गारों के लिए युवाओं के लिए क्या रिपोर्ट कार्ड है ,अपराध चरित्र सुधार ,जेल व्यवस्थाओं में सुधार के लिए क्या व्यवस्थाएं है ,क़ौमी एकता के क्या कार्य्रकम है ,अल्पसंख्यक कल्याण ,ओह्ह , अल्पसंख्यक कल्याण ,में रोज़गार ,सुरक्षा ,इनकी उर्दू भाषा के साथ इस्नाफ ,,काका केलकर रिपोर्ट ,,रंगत मिश्र रिपोर्ट ,,, सच्चर कमेटी ,, कल्याणकारी रिपोर्ट ,कहाँ है ,,कितनी लागू हुई , इनके रोज़गार , इन्हे संगठन , सरकार में ,प्रतिनिधित्व देने के मामले में ,क्या आंकड़े है ,,क्या इनके इदारे भरे गए ,क्या इनके आयोग ,इनके संस्थाओं पर प्रतिनिधियों को बैठाया गया ,क्या इनकी पंद्रह सूत्रीय कल्याण समितियां ज़िंदा है ,क्या इनकी , इनके समर्थक हमदर्द छत्तीस क़ौमों की ज़ुबान उर्दू स्कूलों में ,यथावत पढ़ाई जा रही है ,मास्टर नियुक्त है ,, अपने गिरेहबान में झांको तो सही ,ऐ , गांधी भाजपा का संविधान अजीब है ,दुरंगा है ,,दोगला है ,,पहली लाइन , जो महात्मा गाँधी के विचारों पर चलेगा ,वोह भाजपा का सदस्य होगा ,और भाजपा के मंत्री ,विधायक ,सांसद विचारक ,,गोडसे के मंदिर के समर्थक होते है ,तुझे गाली देने वाले होते है ,,ऐ गांधी में सुब्बाराव जैसे तेरे समर्थकों की भतर्सना करता हूँ , खुले रूप से निंदा करता हूँ ,इतने सालों में ,इतने सालों में , ऐ गांधी सुब्बाराव या उनके एक भी समर्थक ने ,तेरे हत्यारों के मंदिर बनाने वालों ,,तेरा मान मर्दन , अपमान करने वालो के खिलाफ एक भी बयांन नहीं दिया , ऐ गांधी तेरे ट्रस्टों से ,,तेरे नाम के संगठनों से वी,, आई पी कल्चर के कार्य्रकमों को छोड़ दें ,, क्या अनाथालय चले ,क्या अस्पताल बने ,क्या गरीबों के लिए रोटी ,रोज़ी की व्यवस्थाएं हुई ,मुफ्त शिक्षा व्यवस्थाएं हुई ,छात्रवृत्ति व्यवस्थाये हुई ,, नहीं ना ,,दलितों , अल्पसंख्यकों के संरक्षण कार्य्रकम डंके की चोट पर गैर राजनितिक तरीके से ईमानदारी से चले,, नहीं ना ,तो फिर ऐ गांधी,, हम शर्मिंदा है ,तेरे हत्यारे के ,समर्थक , तेरी विचारधारा , तेरे ट्रस्ट , तेरे ख़ज़ानों के नाम पर मज़े लेने वालों की यह बेईमानी , यह लापरवाही आज भी ज़िंदा है ,,ऐ गांधी सेल्यूट , राजस्थान के अशोक गहलोत को ,जो हर बार ,,गाँधी ट्रस्ट के नाम पर,, गांधी जयंती के नाम पर ,,राजस्थान में ,,तेरी विचारधारा की अलख जगाते है , हर साल ऐ गांधी,, तेरी विचारधारा की अलख जगाने के लिए ,,तेरे नाम की गाँधी डायरियां ,, मुफ्त वितरित करवाकर ,एक गांधी जागरण अभियान चलाते है ,हर भाषण में ऐ गांधी,, अशोक गहलोत तुझे याद करते है ,तेरे नाम पर हर महीने कार्यक्रम , जयंती कार्य्रकम ,, ट्रस्ट के कार्यक्रम ,तेरी बिखरी हुई यादों के म्यूज़ियम बनाते है ,,अपने प्रशासनिक कार्यों में भी ,वही पारदर्शिता , ईमानदारी ,सुशासन ,,तेरी विचारधारा की गणाधिवादिता की छाप छोड़ते है ,, बढे बढे आंदोलनों में भी इनके प्रशासन की कोशिश होती है ,के गांधीवादिता , अहिंसात्मक तरीके से ,बढे से बढे हिंसक आंदोलन का मुक़ाबला कर ,उस पर काबू पाया जा सके ,ऐ गांधी सब बेकार , सिर्फ अशोक गहलोत ,है जो तुझे जीते ,है ,तुझे ज़िंदा रखते है , तेरी सीख पर अमल करते है ,, तेरी विचारधारा को सुरक्षित रखते है ,,तेरे ओरिजनल विचारकों को सम्मान देते है ,,, कोटा में कांग्रेस के सिपाही ,पंकज मेहता हर साल दो दर्जन से भी ज़्यादा कार्य्रकम ,, महात्मा गांधी के विचारों की साक्षरता के लिए खुद के खर्चे से लगातार कर रहे है ,, ऐ गांधी ,एक अशोक गहलोत , उनके सहयोगी पंकज मेहता ,,अकेले क्या कर लेंगे ,,ज़रा तेरे विचारकों की संख्या और बढ़ा , भ्रष्टाचारियों , अत्याचारियों ,बलात्कारियों , दरिंदों ,, किसान विरोधियो , सिद्धानतविहीन लोगों का अभी फिर इस मुल्क पर क़ब्ज़ा है ,,उनसे फिर आज़ाद कराने के लिए ,ऐ गाँधी ,,हमे तेरी ,तेरी विचारधारा , तेरे त्याग ,तेरे बलिदान की ज़रूरत है , ऐ गांधी तू हमे फिर इन नफरत बाज़ों ,जुमलेबाज़ो , उद्योपतियों के इशारों पर चलने वालों ,,भांड मीडिया से माहौल बनाकर व्यवस्थाएं बिगाड़ने वालों से हमे आज़ाद करा दे ,,आज़ाद करा दे ,फिर भी ऐ गांधी हम शर्मिंदा है ,,तेरे ,हत्यारे उनके समर्थक ,तेरे विचारों की हत्या करने वाले ,तुझे बदनाम करने वाले लोग आज भी ,सत्ता में तेरी पार्टी में ,दसूरी ,पार्टियों में , बिके ज़मीर के साथ ज़िंदा है ,,ऐ गांधी तेरी अस्तियाँ कोटा में भी आयी थीं ,महात्मा गाँधी स्कूल कोटा में रखी गयी , श्रीपुरा विकास भवन ,,गांधी आश्रम , में तेरी अस्थियों के दर्शन हुए ,,, कोटा की बढ़ी समाध में तेरी अस्थियों का विसर्जन कार्यक्रम हुआ ,, यहाँ महात्मा गाँधी स्कूल ,बढ़ी समाध ,छोटी समाध , श्रीपुरा मोटर स्टेण्ड स्थित विकास भवन ,गांधी आश्रम की स्थिति में ,ऐ गांधी तेरा नाम है ,एक पट्टी है बस और तेरा कुछ भी यहाँ नहीं है ,,एक मूर्ति रामपुरा हिन्दू धर्मशाला के पास है ,पार्क है ,अतिक्रमण ,है साल के एक दो कार्यक्रम है ,और कुछ भी नहीं है ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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