वैसे पार्टी के कार्यकर्ता तो अब ,बाबा जी बनने की सोचने लगे है , क्योंकि पार्टी और सरकारों में पद तो अब ,विधायक ,विधायक हारने के बाद भी पद उन्हें ही मिलेंगे ,,, एक व्यक्ति को ही बीस पच्चीस पद मिलेंगे ,और जो बचेंगे उसके लिए अधिकारी वर्ग ,सेवानिवृत अधिकारी वर्ग है ही सही तो ,कार्यर्कता ,बाबा जी का ठुल्लू के इन्तिज़ार में रहने की जगह बाबा जी ही बनने की सोच बना रहे है , अख्तर
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