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22 सितंबर 2020

मनोरोग का बेहतरीन उदाहरण

 

मनोरोग का बेहतरीन उदाहरण ,,,, पी के फिल्म में ,आमिर खान ,धर्म की पोल खोल रहे थे ,इसलिए वोह एक वर्ग विशेष के टारगेट पर रहे , यही धर्म की पोल पट्टी ,ओह माई गोड फिल्म में ,, भाजपा सांसद परेश रावल ने खोली थी ,लेकिन वोह उनके वर्ग का है इसलिए उससे उन्हें नफरत नहीं उस पर गुस्सा नहीं ,, इसी तरह अगर एक वर्ग विशेष किसी पार्टी को वोट नहीं देता , वोह पार्टी उनके रुके हुए काम नहीं करती ,तो वोह वर्ग विशेष वोटर ,उस पार्टी ,पार्टी के नेता को उनके समाज का दुश्मन कहकर खूब , पानी पी पी कर गालियां देते है ,,कोसते है , लेकिन जिस पार्टी को वोह लोग वोट देकर सरकार बनाते है ,अगर वही पार्टी सत्ता में रहकर ,,वही रुके हुए काम नहीं करती है ,, दुश्मन पार्टी की तरह ही सलूक करती है ,,,तो भी इस पार्टी के वर्ग विशेष वोटर ,पार्टी को गालियां नहीं देंगे ,कोसेंगे नहीं ,,लीपापोती करने की कोशिश करेंगे ,बस यही मनोरोग है ,जो हर जगह घुन की तरह देश को ,समाज को ,खा रहा है ,,,,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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