आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

12 अगस्त 2020

एक राहत , जिसने खुद को इन्दोरी लिखकर , इंदौर को सिर्फ भारत में ही नहीं

 एक राहत , जिसने खुद को इन्दोरी लिखकर , इंदौर को सिर्फ भारत में ही नहीं ,,पुरे विश्व में ,प्रख्यात कर दिया , वोह राहत अचानक , अदब ,साहित्य ,,तीखे लेखन ,की हिम्मत ताक़त को रोता विलखता छोड़कर , अचानक ,चले गए ,, देश ही नहीं ,विश्व के साहित्य से जुड़े लोग गमगीन है ,लेकिन कुछ लोग है ,जिनकी परवरिश उनके माँ बाप ने सही तरह से नहीं की ,कुछ लोग है ,जो अपने ईष्ट को हरगिज़ नहीं मानते ,राक्षसी युग के विचारक है ,वोह उनकी मृत्यु पर अनर्गल टिप्पणियां बकवास कर रहे है , यह भारत की संस्कृति नहीं , लेकिन फिर भी वोह कर रहे है ,उनसे हमे कोई दूसरी उम्मीद भी नन्हीं है ,क्योंकि खोट उनकी परवरिश में है ,,उनकी एजेंट शिप में है ,,, देश जानता है ,,अगर वोह राम को मानने वाले होते ,तो उन्होंने सीखा होता के रावण के वध के बाद भी ,,राम जी ने लक्ष्मण को रावण से ज्ञान लेने के लिए उनके क़दमों में खड़े होने के लिए कहा था ,, अगर वोह श्रीकृष्ण को मानने वाले होते , तो भी उन्हें पता होता के वोह मृत्यु के बाद किस तरह के व्यवहार की उम्मीद रखते है ,अगर अच्छे माँ बाप की वोह लोग संतान होते तो उनकी परवरिश में उन्हें समझाया होता के , किसी की मोत पर खुशियां नहीं मनाते ,, , खेर जिसकी जैसी इच्छा ,लेकिन नफरत की राक्षसियत ,, जो भी यह लोग दिखा रहे है ,कसी भी धर्म से जुड़े लोग ,कोई भी तहज़ीब से जुड़ा व्यक्ति इसे स्वीकार नहीं करता है , वोह बात अलग है के ,देश के साहित्यकार ,देश के अदब से जुड़े लोग ,देश के मध्य्प्रदेश के मुख्यमंत्री ,देश के प्रधानमंत्री ,,देश के गृहमंत्री ,,ऐसे बेहूदा लोगों के खिलाफ , मुक़दमा दर्ज कर ,उन्हें सज़ा दिलवाने की दिशा में एक क़दम भी नहीं बढे है ,,, अगर यह परम्परा रही ,तो यक़ीनन , मोत सबको आना है ,, पागलों की कमी नहीं ,मानसिक रोगी है ,सभी तरफ है ,,अधर्मी लोग सभी तरफ है , क़ानून तोड़ने वाले लोग सभी तरफ है ,,यह विवाद निरंतर एक दूसरे मृतक के आरोपों के साथ बढ़ता जाएगा ,, इस देश में संविधान ने ,सच बोलने की अनुमति दी है ,सी देश में , राहत इन्दोरी ने जो कुछ कहा ,जो कुछ लिखा ,वोह अगर असंवैधानिक होता , तो फिर उन पर मुक़दमा चलता ,वोह गिरफ्तार होते , खेर सच बोलना ही उनका गुनाह था ,, बेवजह देश को जलाने वालों के खिलाफ बोलना लोगों को नागवार था , हिंसा फैलाकर वातावरण फैलाने वालों के खिलाफ लिखना उनकी तस्वीर देश को दिखाना , अपराधियों को नागवार था ,,, पार्टी , पॉलिटिक्स के झूंठे वायदों के साथ आम जनता के साथ ठगी करने वालों को उनके वायदों का अहसास कराना ऐसे लोगों को नागवार था ,, लेकिन वोह सब आत्मचिंतन करे ,,देखे ,क्या वोह जो बकवास लिख रहे है ,बकवास कर रहे है ,सही है ,, वोह अपने पिता से पूंछे , अपनी माता से पूंछे ,अपनी बहन से पूंछे ,अपने पास के ही धर्म स्थल के केयरटेकर मज़हब के जानकार से पूंछे अगर वोह इसकी इजाज़त देते है , तो इस बेहूदगी को कंटीन्यू रखेंगे , अगर वोह इसे गलत कहते है ,तो पश्चाताप करे ,प्रायश्चित करे ,, देश को मोहब्बत से रहने दो ,देश को अमन सुकून से रहने दो ,, मज़हबी टिप्पणियां ,,देवी देवता ,, भगवान ,,पैगम्बर ,अल्लाह जीसस ,वाहे गुरु , महावीर स्वामी ,, या कोई भी धर्म हो , उसके खिलाफ बकवास करने वाले को जेल में डालने का क़ानून है ,लेकिन सरकारें चुप रहती है , पुलिस चुप रहती है ,, साइबर सेल चुप रहती है ,ऐसे लोगों को जेल में डालकर अगर इनके हौसले पस्त नहीं किये गये तो यह कोढ़ की तरह खाज फिर कोरोना की तरह महामारी बनकर इस देश को फिर से ढसने की कोशिशों में जुट कर इस देश को बर्बाद कर देगा ,इसलिए ,,धर्म ,मज़हब , तेरा ,मेरा छोडो ,जो गलत कर रहा है ,उसके खिलाफ एक आवाज़ बनो ,वर्ना यह बेहूदगी अगर ,,परस्पर हमलों में बदल गयी तो देश का सुख चेन खराब हो जाएगा ,जो यह गिनती के असामाजिक तत्व हर हाल में कोशिश कर रहे है ,इन्हे रोकना हमारी , आपकी सामूहिक ज़िम्मेदारी है , अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...