आपका-अख्तर खान

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03 जुलाई 2020

ज़रा गौर से सुनो

सुनो ,ज़रा गौर से सुनो
मेरा एक लफ्ज़ भी
तुम्हारे लिए हरगिज़ नहीं ,
यूँ ही तुम
मेरी शायरी पढ़कर
इतराया ना करो ,, अख्तर

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